भोपाल: मध्य प्रदेश में छतरपुर के आसपास लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण बांधों से छोड़े गए पानी की वजह से ग्रामीण इलाकों के नदी व नाले उफान पर हैं। नदियों व नालों पर बने रिपटा डूब गए हैं, इसकी वजह से क्षेत्रों का आवागमन ठप पड़ गया है। लोग एक ही स्थान पर फंसकर जलस्तर कम होने का इंतजार करते रहे।
जिले के ईशानगर से टीकमगढ़ मार्ग पर बने रिपटा डूब जाने से कई गाँव का आगगमन प्रभावित है पचेर, भानपुरा,पिपरा, देरी,आदि। इन नदियों पर बने बांधों से जहां सिंचाई का पानी किसानों को उपलब्ध कराया जाता है वहीं हजारों की संख्या में जिलावासियों की प्यास भी इनके पानी से ही बुझाई जाती है। इन नदियों पर विभिन्न इलाकों को जोड़ने के लिए रिपटे बने हुए हैं। रिपटा को पार करने के यह छोटे- छोटे सेतु प्रमुख साधन हैं।
मंगलवार सुबह से बारिश के कारण सूखी पड़ी नदियों में जलस्तर काफी बढ़ गया है। आवागमन की रीढ़ कहे जाने वाले छोटे- छोटे रिपटा डूब गए। लगभग सभी स्थानों पर रिपटों के कई फुट ऊपर से पानी बह रहा है। ईशानगर -टीकमगढ़ मार्ग स्थित धसान नदी के पास बना रिपटा पानी में डूब गया।
इन हालातों में ईशानगर टीकमगढ़, पचेर, भानपुरा, देरी, खरगापुर, इलाके मुख्यालय से कट गए।
इसके अलावा बांध से पानी छोड़ने के कारण नदी का जलस्तर बढ़ गया और ईशानगर से होकर टीकमगढ़ को जोड़ने वाले मार्ग पर बना नदी का रिपटा पूरी तरह से डूब गया। यहां एहतियात के तौर पर पुलिस कर्मियों को तैनात कर दिया गया।