Water Burst in the Desert :जैसलमेर में ट्यूबवेल की खुदाई के दौरान फूटा पानी का फव्वारा, क्या जमीन से फूटी सरस्वती नदी !

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Water Burst in the Desert :जैसलमेर में ट्यूबवेल की खुदाई के दौरान फूटा पानी का फव्वारा, क्या जमीन से फूटी सरस्वती नदी !

राजस्थान के जैसलमेर के वीडियोज सोशल मीडिया पर जोर-शोर से शेयर किए जा रहे हैं। इन वीडियोज में एक ट्रैक्टर जमीन के अंदर धंसा दिख रहा है और अंदर से पानी की धारा तेजी से ऊपर आती दिख रही है।दावा किया जा रहा है कि जैसलमेर के मोहनगढ़ में जहां से पानी की धार इतनी तेजी से ऊपर आ रही है, वहीं से प्राचीन सरस्वती नदी गुजरती थी। इसलिए संभावना जताई जा रही है कि यह धारा और कुछ नहीं बल्कि सरस्वती नदी की ही है।

 

 

फिर रिसाव की आशंका
हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि इस जगह किसी भी वक्त रिसाव फिर से शुरू हो सकता है। ऐसे में जमीन के नीचे जहरीली गैस का भी रिसाव हो सकता है। उन्होंने कहा कि जमीन धंसने और विस्फोट होने की संभावना बनी हुई है। इसलिए जिला कलेक्टर ने क्षेत्र में धारा 163 लगाई थी, जोकि अभी भी प्रभावी है।

बता दें कि एक किसान के खेत में ट्यूबवेल के लिए बोरिंग का काम चल रहा था। इस दौरान अचानक जमीन फट गई और पानी का तेज फव्वारा फूट पड़ा। ऐसे में मशीन और ट्रक जमीन में दफन हो गए। वहीं जमीन से भारी प्रेशर के साथ पानी निकलने लगा। यह मंजर देखकर ग्रामीण भी डर गए।

Water Burst in the Desert
Water Burst in the Desert

जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट प्रताप सिंह ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के अंतर्गत आदेश जारी कर मोहनगढ़ की सुथार मंडी के 27 बीड़ी क्षेत्र में पानी की अनियतंत्रित निकासी वाले बोरवेल के 500 मीटर परिधि को निषिद्ध क्षेत्र घोषित कर आम नागरिकों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाया गया है। अतिरिक्त जिला कलेक्टर पवन कुमार ने बताया कि अनियंत्रित निकासी वाले बोरवेल का रविवार को केयर्न एनर्जी कंपनी के विशेषज्ञ अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया गया है।अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने बताया कि मोहनगढ़ विकास अधिकारी द्वारा भराव क्षेत्र से पानी निकासी के लिए प्रबंध किए जा रहे हैं। वहीं जोधपुर विद्युत वितरण निगम के द्वारा जलभराव क्षेत्र में आने वाली बिजली लाइनों की वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।

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