Water Burst in the Desert :जैसलमेर में ट्यूबवेल की खुदाई के दौरान फूटा पानी का फव्वारा, क्या जमीन से फूटी सरस्वती नदी !
राजस्थान के जैसलमेर के वीडियोज सोशल मीडिया पर जोर-शोर से शेयर किए जा रहे हैं। इन वीडियोज में एक ट्रैक्टर जमीन के अंदर धंसा दिख रहा है और अंदर से पानी की धारा तेजी से ऊपर आती दिख रही है।दावा किया जा रहा है कि जैसलमेर के मोहनगढ़ में जहां से पानी की धार इतनी तेजी से ऊपर आ रही है, वहीं से प्राचीन सरस्वती नदी गुजरती थी। इसलिए संभावना जताई जा रही है कि यह धारा और कुछ नहीं बल्कि सरस्वती नदी की ही है।
विलुप्त “सरस्वती नदी” ने आज अपना रौद्र रूप ले लिया !#जैसलमेर #मोहनगढ़ #वायरल_वीडियो pic.twitter.com/rIXxlMue2v
— Kaushal Singh Rathore (@kaushalsingh_02) December 28, 2024
कल जैसलमेर के मोहनगढ़ में एक ट्यूबवेल खुदाई के दौरान पानी की तेज धार का इस तरह आना संकेत देता है कि यह धरा अब जल्द ही अपना वेश बदलेगी सुखा कहा जाने वाला यह रेगिस्तान अब हरा भरा नज़र आएगा
कहते है सदियों पहले यहाँ से बहने वाली सरस्वती नदी पुनः अपने अस्तित्व में आ रही है इससे भला… pic.twitter.com/0cakwA0N81
— Narendra singh aamli (@NSaamli) December 29, 2024
जहां पानी की एक-एक बूंद के लिए तरसती है धरती..वहां पानी ही पानी
जैसलमेर के मोहनगढ़ क्षेत्र के एक गांव में जमीन के 800 फीट नीचे से जलधारा का प्रवाह हो रहा है. खेत तालाब बन गया है. पानी निरंतर बह रहा है.
भूजल वैज्ञानिक डॉ. नारायण दास ईणखिया इस घटना पर कहते हैं कि यह भूजल का… pic.twitter.com/nE1I6s38WY
— Lalit Yadav (@lalityadav901) December 29, 2024
फिर रिसाव की आशंका
हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि इस जगह किसी भी वक्त रिसाव फिर से शुरू हो सकता है। ऐसे में जमीन के नीचे जहरीली गैस का भी रिसाव हो सकता है। उन्होंने कहा कि जमीन धंसने और विस्फोट होने की संभावना बनी हुई है। इसलिए जिला कलेक्टर ने क्षेत्र में धारा 163 लगाई थी, जोकि अभी भी प्रभावी है।
बता दें कि एक किसान के खेत में ट्यूबवेल के लिए बोरिंग का काम चल रहा था। इस दौरान अचानक जमीन फट गई और पानी का तेज फव्वारा फूट पड़ा। ऐसे में मशीन और ट्रक जमीन में दफन हो गए। वहीं जमीन से भारी प्रेशर के साथ पानी निकलने लगा। यह मंजर देखकर ग्रामीण भी डर गए।
जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट प्रताप सिंह ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के अंतर्गत आदेश जारी कर मोहनगढ़ की सुथार मंडी के 27 बीड़ी क्षेत्र में पानी की अनियतंत्रित निकासी वाले बोरवेल के 500 मीटर परिधि को निषिद्ध क्षेत्र घोषित कर आम नागरिकों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाया गया है। अतिरिक्त जिला कलेक्टर पवन कुमार ने बताया कि अनियंत्रित निकासी वाले बोरवेल का रविवार को केयर्न एनर्जी कंपनी के विशेषज्ञ अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया गया है।अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने बताया कि मोहनगढ़ विकास अधिकारी द्वारा भराव क्षेत्र से पानी निकासी के लिए प्रबंध किए जा रहे हैं। वहीं जोधपुर विद्युत वितरण निगम के द्वारा जलभराव क्षेत्र में आने वाली बिजली लाइनों की वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।