Water Problem: दसई में भीषण जलसंकट, पंचायत बेखबर, कोई इंतजाम नहीं किया!
मनावर से स्वप्निल शर्मा की रिपोर्ट
Manawar (Dhar) : तहसील के ग्राम दसई में पानी की समस्या को लेकर तथा ग्राम पंचायत के सचिव के खिलाफ महिलाओं का भारी आक्रोश फूट पड़ा।
उमरबन विकास खंड के अंतर्गत आने वाले दसई के अशोक पिता मदन, गोपाल पिता भोल्या, दद्दू पिता मुकुंद आदि ग्रामीणों ने बताया कि इस भीषण गर्मी में यहा पंचायत की उदासीनता से हम लोग जल संकट भोग रहे है।
गांव वाले बैलगाड़ी से दूरदराज से पानी ला रहे हैं। यही हाल पशुओं के पीने के लिए भी है। पहले गांव वालों ने मिलकर एक तालाब बनाया था। ग्राम पंचायत में चार तालाब बनाने की राशि आई।
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लेकिन, तालाब नहीं बने। सचिव संतोष कलमे का कहना है कि तालाब के लिए जगह नहीं है। जबकि, गांव वाले जगह देने को भी तैयार है।
ग्रामीणों ने सचिव पर यह भी आरोप लगाया कि उसके द्वारा रोजगार कार्यों में मस्टर के जरिए फर्जी तरीके से नाम चढाकर राशि निकाल ली जाती है। ग्रामीणों ने सबूत के तौर पर CEO को मस्टर की फोटो कापी भी बताई।
जिसमें सचिव ने अपने एक रिश्तेदार का नाम चढ़ा रखा है। जबकि, वो इंदौर में रहकर पढाई करता है।
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि जिन के नाम मस्टर में है, उनके खातों में राशि जमा करने की सचिव सूचना देता है, लेकिन राशि खाते में जमा ही नहीं की जाती।
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इसी प्रकार सचिव ग्राम दसई में न तो विकास के संबंध में बैठक लेता हैऔर न गांव वालों को सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जाती है।
इस संबंध में उमरबन CEO देवेन्द्र बराडिया का कहना है कि जल समस्या को लेकर बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष जमा हो गए थे।
PHE ने पानी के लिए यहां बोर कराया था, लेकिन पानी नहीं निकला। सचिव की शिकायतों के बारे में पूछने पर CEO ने कहा कि उस दिन भीड़ उग्र हो गई थी, अन्य समस्याओं को वे सुन नहीं पाए।