Wayanad Landslide:केरल भूस्खलन में 106 लोगों की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी,राज्य में दो दिनों का आधिकारिक शोक घोषित

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Wayanad Landslide:केरल भूस्खलन में 106 लोगों की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी,राज्य में दो दिनों का आधिकारिक शोक घोषित

भूस्खलन की चपेट में आकर घायल हुए लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया. मंगलवार तड़के करीब एक बजे मुंडक्कई टाउन में तो सुबह करीब 4 बजे चूरल माला में अचानक से भूस्खलन हुआ.

प्राप्त सूचनाओ के अनुसार केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने कहा, “केरल बैंक ने पहले ही CMDRF में 50 लाख रुपये का योगदान दिया है. सिक्किम के मुख्यमंत्री ने 2 करोड़ रुपये और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने 5 करोड़ रुपये की सहायता देने का वादा किया है. वायनाड में आई आपदा के जवाब में, राज्य ने दो दिनों का आधिकारिक शोक घोषित किया है. सार्वजनिक कार्यक्रम और समारोह स्थगित कर दिए गए हैं. हम अनुरोध करते हैं कि शोक अवधि के दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका दिया जाए.”

केरल के वायनाड में तेज बारिश की वजह से सोमवार देर रात 4 अलग-अलग जगहों पर लैंडस्लाइड हुई। रात 2 बजे से सुबह 6 बजे के बीच हुए लैंडस्लाइड में 4 गांव बह गए। मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा में घर, पुल, सड़कें और गाड़ियां भी बह गईं।

    मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार  अब तक 106 लोगों की मौत हो चुकी है। 119 अस्पताल में हैं, जबकि 98 से ज्यादा लोगों के लापता होने की खबर है। रेस्क्यू के लिए आर्मी, एयरफोर्स, SDRF और NDRF की टीम मौके पर मौजूद है।

कन्नूर से आर्मी के 225 जवानों को वायनाड के लिए रवाना किया गया है। एयरफोर्स के 2 हेलिकॉप्टर भी रेस्क्यू के लिए भेजे गए, लेकिन बारिश के चलते उन्हें कोझिकोड लौटना पड़ा।

वायनाड में हुए भीषण भूस्खलन में लोगों की मौत से दुखी हूं: राष्ट्रपति

सेना की स्पेशल डॉग यूनिट के ट्रेंड डॉग्स, जिनमें बेल्जियन मैलिनोइस, लैब्राडोर और जर्मन शेफर्ड जैसी नस्लें शामिल हैं, वायनाड में भूस्खलन प्रभावित मेप्पाड़ी के लिए रवाना किए गए हैं।

इधर, केरल सरकार ने इस हादसे के बाद राज्य में दो दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। इस बीच, मौसम विभाग ने राज्य के 8 जिलों में बुधवार को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस वजह से कल इन जिलों के शिक्षण संस्थान बंद करने का फैसला किया गया।

वायनाड का मुंडक्कई गांव लैंडस्लाइड की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां चूरलमाला को मुंडक्कई से जोड़ने वाला पुल बह गया है, जिससे क्षेत्र तक पहुंचना मुश्किल हो गया है।

NDRF की 20 सदस्यीय टीम पैदल चलते हुए यहां तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। मुंडक्कई में करीब 250 लोगों के फंसे होने की खबर है। यहां कई घर बह गए है। यहां 65 परिवार रहते थे। यहीं पास के एक टी एस्टेट के 35 कर्मचारी भी लापता हैं।मौसम विभाग ने आज भी वायनाड के अलावा कोझिकोड, मल्लपुरम और कासरगोड में रेड अलर्ट जारी किया है। यानी आज भी यहां भारी बारिश होने की संभावना है। इसकी वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आ सकती है।