Weather Update: MP में दक्षिण से पूर्वी भाग में बादलों का प्रवाह, हल्की से तेज बारिश के आसार, उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में बारिश- बर्फबारी!

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Weather Update: MP में दक्षिण से पूर्वी भाग में बादलों का प्रवाह, हल्की से तेज बारिश के आसार, उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में बारिश- बर्फबारी!

दिनेश सोलंकी की खास रिपोर्ट

मौसम में रोजाना परिवर्तन हो रहे हैं। एक और पश्चिमी हवाओं का असर है तो दूसरी ओर दक्षिण से पूर्व की ओर बहने वाली हवाओं का प्रभाव बना हुआ है।

आज उत्तरी पहाड़ी राज्यों में खासकर लद्दाख में बर्फबारी की संभावना है, जबकि कश्मीर में बारिश हो सकती है। बादल यहां कश्मीर से लद्दाख की ओर आगे बढ़ रहे हैं। इसके असर से गर्मी का प्रभाव अन्य राज्यों में बढ़ेगा।

दिल्ली में रात 19 डिग्री तक सामान्य रहेगी जबकि दिन में अधिकतम पारा 37 डिग्री पर स्थिर होकर अगले दो दिन बाद 40/41 डिग्री तक बढ़ेगा। राजस्थान में अलग-अलग जगह पर अलग-अलग तापमान की स्थिति रहेगी यहां पर अगले सप्ताह से गर्मी तेजी से बढ़ेगी और अधिकतम पारा अप्रैल मध्य तक 43 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है। सूर्य नगरी जोधपुर कल से ही और तपने लगेगी यहां अप्रैल मध्य तक पारा 44 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है। इस बीच तापमान में घट- बढ़ जारी रहेगी।

मध्य प्रदेश में भी मौसम के अलग-अलग रूप रहेंगे। यहां पर दक्षिण से आ रहे बादल दक्षिण – पश्चिम दिशा से होकर उत्तर- पूर्व दिशा की ओर आगे बढ़ रहे हैं। भोपाल, देवास, जबलपुर, समेत प्रदेश के पूर्वी भागों में बादलों की लहर से अचानक तेज बारिश की संभावना हो सकती है। जहां भी बारिश होगी वहां ओले पड़ने की संभावना भी रहेगी।

मध्यप्रदेश में अप्रैल के मध्य तक बादलों का रुख कई बार होगा जिससे उमस भरी गर्मी की स्थिति बनेगी। ग्वालियर में कल से ही 2 डिग्री पारे का इजाफा होगा जो अगले एक सप्ताह तक ही 44 डिग्री तक पहुंच जाएगा। इसके बाद बादल आने पर पारे में फिर से कमी होगी और बारिश की संभावना भी बनेगी।

भोपाल में आज बादल छाएंगे। कल से 2 डिग्री पारा यहां पर भी बढ़ने की संभावना है, जो अगले एक सप्ताह के भीतर 43 डिग्री तक पहुंचेगा। बाद में कमी आने लगेगी और बारिश की संभावना भी बनेगी।

इंदौर बेल्ट में आज हल्के बादल छाएंगे। कल से यहां भी पारा बढ़ेगा और अगले एक सप्ताह तक 42 डिग्री तक पहुंचाने के बाद इसमें उतार-चढ़ाव शुरू हो जाएंगे।

विश्व में आज कहीं भी चक्रवात की स्थिति दिखाई नहीं दी है। ऐसा बहुत ही कम होता है जब पूरे विश्व में कहीं भी चक्राकार बादल बन नहीं पाते हैं। हालांकि किसी भी पल चक्रवात बन जाते हैं जब भी हवाओं का मिश्रण चारों दिशा से क्रॉस होता है वहां चक्रवात की स्थिति बन जाती है।