Welcome Monsoon : झूमता मानसून केरल पहुंचा, झमाझम बारिश का दौर शुरू, 106% बारिश का अनुमान!
Indore : लगातार 11 दिन 41 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहा पारा नौतपा के चौथे दिन नीचे उतरा। लेकिन, फिर भी मौसम में गर्मी महसूस की गई, क्योंकि हवा में ठंडक नहीं थी। शहर गर्मी की चपेट में रहा। दोपहर में आसमान से आग बरसी। बाहर निकलने वालों को ऐसा अहसास हुआ जैसे आग जल रही है। गर्मी से सड़कों का डामर भी पिघलने लगा है। इस बीच अच्छी खबर ये है कि मानसून केरल के तट पर पहुंच गया। वहां झमाझम बारिश हो रही है।
मानसून ने केरल में दस्तक दे दी। चक्रवाती तूफान रेमल के कारण केरल में पहले से ही बारिश हो रही थी। दूसरी ओर गुरुवार को राजस्थान के भी कई जिलों में बारिश हुई, जिससे लोगों को तपती गर्मी से राहत मिली। गुरुवार को राजस्थान के टोंक में बारिश हुई। दक्षिण पश्चिम मानसून ने सामान्य से दो दिन पहले गुरुवार को केरल में दस्तक दे दी। केरल के साथ-साथ पूर्वोत्तर राज्यों में भी मानसून पहुंच गया। आम तौर पर मानसून 1 जून को केरल पहुंचने के साथ भारत की मुख्य भूमि में प्रवेश करता है। लेकिन, इस बार चक्रवाती तूफान रेमल के कारण मानसून ने दो दिन पहले ही दस्तक दे दी। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने एक्स पर एक पोस्ट में इसकी सूचना देते हुए लिखा कि दक्षिण पश्चिम मानसून आज 30 मई को केरल और पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में पहुंच गया। आईएमडी ने बुधवार को कहा था कि अगले 24 घंटे में दक्षिण पश्चिम मानसून के केरल पहुंचने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। विभाग ने पहले 31 मई को मानसून के केरल पहुंचने की भविष्यवाणी की थी।
चक्रवाती तूफान रेमल के कारण मानसून दो दिन पहले पहुंचा। मौसम वैज्ञानिकों ने कहा कि चक्रवात ने मानसून के प्रवाह को बंगाल की खाड़ी की ओर खींच लिया, जो पूर्वोत्तर में समय से पहले मानसून के दस्तक देने का एक कारण हो सकता है। चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ रविवार को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तट से टकराया था। दूसरी ओर राजस्थान के भी कई जिलों में गुरुवार को मौसम का मिजाज बदला, जिससे लोगों को तपती गर्मी से राहत मिली।
मानसून पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों की ओर बढ़ा
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल में दस्तक दे चुका है और आज यानी 30 मई 2024 को पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों की ओर बढ़ गया है। इससे पहले 15 मई को मौसम विभाग ने मानसून के 31 मई को केरल में दस्तक देने की घोषणा की थी. केरल में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है। जिसके परिणामस्वरूप मई में अतिरिक्त बारिश दर्ज की गई है। राजस्थान में मानसून 25 दिन बाद पहुंच सकता है। मौसम विज्ञान विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार 20 से 25 जून के बीच राजस्थान में मानसून दस्तक देगा।
एक जून से 30 सितंबर तक मानसून
देश में मानसून 1 जून से 30 सितंबर तक रहता है। देश में होने वाली बारिश में 70% इस दौरान होती है। इसका देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है। क्योंकि, देश की 50% कृषि भूमि असिंचित है। देश के ज्यादातर जलाशय भी इसी दौरान भरते हैं जो सालभर खेती और पीने तथा अन्य घरेलू जरूरतों को पूरा करते हैं। पिछले साल मानसून के दौरान बारिश कम होने से कृषि उत्पादन में गिरावट आई जिससे इस साल चीनी, चावल, गेहूं और प्याज की घरेलू आपूर्ति सुचारू बनाये रखने के लिए इनके निर्यात को नियंत्रित करना पड़ा है।
राजस्थान के इन जिलों में हुई बारिश
गुरुवार को राजस्थान के टोंक, भरतपुर, भीलवाड़ा में मौसम का मिजाज बदला। इन जिलों में बारिश हुई. जिससे टोंक, भरतपुर, भीलवाड़ा के साथ-साथ आस-पास के जिलों सहित पूरे राजस्थान में भीषण गर्मी से लोगों को राहत मिली। प्रदेश में मौसम का मिजाज बदलने के संकेत एक दिन पहले बुधवार को ही मिल गए थे।
जून के पहले सप्ताह में राहत
जम्मू-कश्मीर में आज 30 मई को नया पश्चिमी विक्षोभ आया है। इसके आने के बाद हवा में अरब सागर से नमी आना शुरू होगी। गर्मी के कारण बादल छाएंगे, जिससे जून के पहले सप्ताह में दिन का तापमान नीचे आ सकता है। गर्मी से हल्की राहत मिल सकती है। तापमान 44 डिग्री सेल्सियस पर आ सकता है। नमी आने पर उमस बढ़ सकती है। जुलाई, अगस्त व सितंबर में औसत से अधिक बारिश की संभावना है। 100 से 106% तक बारिश की संभावना है।