When Did Kamalnath Hold ‘Kamal’ in His Hand : कब ‘कमल’ थामेंगे कमलनाथ अभी ये तय नहीं!   

कल की संभावना ज्यादा, क्या अयोध्या में रामलला के दर्शनों के बाद कमलनाथ फैसला सुनाएंगे!  

1190

When Did Kamalnath Hold ‘Kamal’ in His Hand : कब ‘कमल’ थामेंगे कमलनाथ अभी ये तय नहीं!   

New Delhi : विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा से कांग्रेस की तरफ जो भगदड़ मची थी, अब उसकी उलटी दिशा शुरू हो गई। अभी तक छोटे-मोटे नेता भगवा दुपट्टा डालकर अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धता बदल रहे थे, अब पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कमलनाथ भी पाला बदलने की ख़बरों में छाए हैं। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले पाला बदल कार्यक्रम जारी है। कांग्रेस के कई नेता भाजपा में जा रहे हैं। यह भी कहा कमलनाथ अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन करेंगे, इसके बाद निर्णय लेंगे। जबकि, आज दोपहर से दिल्ली में कमलनाथ कहां हैं, ये जानकारी किसी को नहीं है।

इसी कड़ी में कमलनाथ अपने सांसद बेटे नकुलनाथ के साथ भाजपा बीजेपी) में शामिल होने अटकलों की पुष्टि होती नजर आ रही है। बताया गया कि कमलनाथ, उनके बेटे नकुलनाथ और उनके समर्थक नेता के साथ भाजपा का दामने थामेंगे। कल शाम कमलनाथ अचानक दिल्ली पहुंचे और मीडिया से बात करते हुए कहा कि कुछ भी होगा तो सबसे पहले आपको आकर बताऊंगा।

शनिवार को अचानक खबरें सामने आईं कि कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। ये कयासबाजी इसलिए लगाई जा रही थी क्योंकि उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ से कांग्रेस का नामो निशान हटा दिया था और अपने प्रोफाइल के बायो में बदलाव करते हुए सिर्फ छिंदवाड़ा से सांसद लिखा था। इसके थोड़ी ही देर के बाद कमलनाथ के दिल्ली जाने के चर्चा तेज हो गई और कमलनाथ ने दिल्ली पहुंचकर कयासबाजी को और हवा दे दी।

कमलनाथ के समर्थक विधायक और पूर्व विधायक दिल्ली पहुंच गए। कहा जा रहा है कि 15 से ज्यादा विधायक 5 पूर्व विधायक और तीन महापौर भी कमलनाथ और नकुलनाथ के साथ भाजपा की सदस्यता ले सकते हैं। इन सभी की आज रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात होने की संभावना है। 19 फरवरी को कमलनाथ-नकुलनाथ भाजपा ज्वाइन को कर सकते हैं

सज्जन वर्मा मनाने पहुंचे 

खबर ये भी है कि कमलनाथ समर्थक विधायक और कांग्रेस के पूर्व विधायकों ने अपने मोबाइल बंद कर लिए। इसे लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार अलर्ट पर हैं। वे लगातार विधायकों से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। कमलनाथ के कट्टर समर्थक सज्जन वर्मा भी दिल्ली पहुंच गए। सज्जन वर्मा ने तो यहाँ तक कहा कि मैं कमलनाथ को मनाने जा रहा हूं। कांग्रेस से नाराजगी के सवाल पर कहा कि ये सब राजनीति में होता रहता है, नाराजगी उतार-चढ़ाव रूठना मनाना चलता रहता है। लेकिन, पार्टी छोड़ने जैसे विचार बड़े मुश्किल होते हैं, इसपर हम सब लोग विचार करने दिल्ली पहुंचे हैं।

जबकि, नकुलनाथ के बाद अपने सोशल मीडिया बायो से कांग्रेस का पंजा हटाने वालों में सज्जन वर्मा ही थे। कांग्रेस के कद्दावर नेता एवं पूर्व मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा का कहना है कि मैं कांग्रेस का निष्ठावान कार्यकर्ता सिपाही हूं। कांग्रेस ने मुझे सब कुछ दिया है, 3 बार कैबिनेट मंत्री बनाया। कांग्रेस पार्टी मेरी मां हैं। भला मां को कोई छोड़ सकता हैं क्या?

 

ये नेता कमलनाथ के साथ 

पाला बदलने वाले नेताओं की संभावित लिस्ट में सुनील उईके (जुन्नारदेव), सोहन वाल्मीकि (परासिया), विजय चौरे (सौंसर), निलेश उईके (पांढुर्णा), सुजीत चौधरी (चौरई), कमलेश शाह (अमरवाड़ा), दिनेश गुर्जर (मुरैना), संजय उइके (बैहर), मधु भगत (परसवाड़ा), विवेक पटेल (वारासिवनी), लखन घनघोरिया (जबलपुर), योगेंद्र सिंह (लखनादौन), रजनीश सिंह (केवलारी), विक्की पटेल (वारासिवनी) और सिद्धार्थ कुशवाहा (सतना) के नाम लिए जा रहे हैं। इसके अलावा मुरैना, जबलपुर और छिंदवाड़ा के महापौरों के नाम की भी चर्चा है।