When Mayor Became Labour : जब मेयर बनें मजदूर, जानिए क्या है माजरा
रतलाम. शहर के महापौर प्रहलाद पटेल संवेदनशील व्यक्तित्व के कारण अपनी विशिष्ट पहचान बनाए हुए हैं। किसी भी शहर के महापौर को सूट बूट और अपनी फोरव्हिलर से जमीन पर पैर रखते बहुत कम देखा है।
अमूमन प्रहलाद पटेल ऐसी शख्सियत हैं कि शहर के किसी भी क्षेत्र की समस्या को लेकर संबंधित व्यक्ति की जानकारी उन तक पहुँचती है तो बस वह त्वरित उस समस्या का निदान करने में जुट जाते हैं।
हाल ही में जो देखने में आया वह वास्तव में हैरानी भरा है। शहर के धोलावाड़ जल प्रदाय स्थल पर पोकलेन मशीन में कुछ तकनीकी खराबी होने की वजह से शहर में जलप्रदाय प्रभावित हुआ था और 2 दिनों से पीने का पानी घरों में नहीं पहुँचा था जिसकी शिकायत मिलते ही महापौर पटेल शहर से 25 किमी दूर ग्राम मोरवानी सुबह सुबह पहुंचे थे और उन्होंने वहां का निरीक्षण किया था।
इस कार्य के लिए जलप्रदाय अमले ने ट्रेंच खोदने की तैयारी पोकलेन मशीन 2 दिन पहले कर दी थी। बावजूद इसके गुरुवार की खुदाई नहीं हो पाई क्योंकि तकनीकी खराबी आने से मशीन रास्ते में अटक गई।
महापौर प्रहलाद पटेल सुबह-सुबह धोलावाड़ डैम पहुंचे, तब तक पोकलेन मशीन नहीं पहुंची थी। ऐसे में वे खुद गमछा लपेटकर डेम के पानी में उतर गए और पानी की रुकावट ठीक करने लगे। फिर मौके पर कुछ देर बाद सिटी इंजीनियर सुरेश चंद्र व्यास और दोपहर तक पोकलेन मशीन पहुंची।
पटेल की तत्परता और कार्य के प्रति समर्पण की चौतरफा सराहना हो रही है।
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