जब भाव विभोर होकर कथा के दौरान प्रदेश की संस्कृति मंत्री ने सुनाया भजन
उज्जैन मुकेश भीष्म। त्रिवेणी के निकट श्री स्वामीनारायण आश्रम में चल रहे नौ दिवसीय श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ में राज्य अतिथि श्री सतगुरु धाम बरूमल के पीठाधीश्वर एवं भागवत प्रवक्ता स्वामी विद्यानंद सरस्वती जी महाराज के दर्शन एवं आशीर्वाद लेने आयी प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने कथा के दौरान स्वामी जी के आग्रह पर भजन गाया।दरअसल कथा में उपस्थित मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष विभाष उपाध्याय ने स्वामी जी को बताया की मंत्री सुश्री ठाकुर को संस्कृत के कई श्लोक एवं भजन याद है तब स्वामी जी ने उन्हें कुछ सुनाने को कहा।मंत्री सुश्री ठाकुर का अभिनंदन डॉ.कविता उपाध्याय एवं विभाष उपाध्याय ने किया।
कथा में श्री सतगुरु धाम बरूमल के पीठाधीश्वर एवं भागवत प्रवक्ता स्वामी विद्यानंद सरस्वती जी महाराज ने भागवत को परिभाषित करते हुए कहा कि भागवत जीवन में तभी चरितार्थ होगी जब जीवन में ज्ञान वैराग्य और तप आएगा। उन्होंने कहा कि तीर्थ क्षेत्र में भागवत श्रवण का बहुत ही महत्व है, लेकिन श्रवण में प्रबल निष्ठा होना चाहिए। स्वामीजी ने कहा की भागवत संसार एवं विषय में रहते हुए इससे अलग रहना सिखाती है। क्योंकि ब्रह्म सत्य एवं जगत मिथ्या है, लेकिन यह सत्य सा प्रतीत होता है और इसी माया से प्राणी मोहित हो जाता है। स्वामी विद्यानंद सरस्वती जी ने श्रीमद्भागवत के प्रथम स्कंध की व्याख्या करते हुए कहा कि भागवत वेद वाणी है लेकिन श्रीमद् भागवत ने किसी भी संप्रदाय विशेष के साथ कोई गठबंधन नहीं किया है।यह पूर्ण रूप से स्वतंत्र है क्योंकि शिव में भी सत्य रूप है, शक्ति में भी सत्य रूप है ,राम में भी सत्य रूप है, कृष्ण में भी सत्य रूप है, सूर्य में भी सत्य रूप है और सभी का सत्य एक ही है। स्वामी जी ने कहा कि यह ग्रंथ समाधि भाषा में लिखा गया ग्रंथ है जो हमे परम चेतना से साक्षात्कार कराता है। क्योंकि आधी-व्याधि हमारे शरीर का धर्म है, आपका धर्म चैतन्य है।
स्वामी विद्यानन्द सरस्वती जी ने 1975 से 2 वर्ष तक लगातार 18 घंटे सतत भागवत का स्वाध्याय किया तथा भागवत श्लोकों से साक्षात्कार किया है।
कथा आरंभ के पूर्व श्री अरविंद योग सोसाइटी उज्जैन के चेयरपर्सन विभाष उपाध्याय ने श्री मां की प्रार्थना का संदेश दिया।
कथा श्रवण के लिए आए निर्वाणी अखाड़े के विनीत गिरी जी महाराज काशी दास जी महाराज कृष्णानंद जी सरस्वती का श्यामसुंदर श्रीवास्तव एवं मधुसूदन श्रीवास्तव ने सम्मान किया। कथा की आरती में विवेक जोशी, इकबाल सिंह गांधी श्री अरविंद सोसाइटी राज्य समिति के अध्यक्ष मनोज शर्मा, सरपंच पर्वत सिंह मालवीय,नवल ,सुमन एवं देवकी अग्रवाल सहित गुजरात के वनवासी अंचल से अमृत भाई पटेल, धनसुख भाई सुरेश भाई एवं विजय भाई विशेष रुप से उपस्थित थे।
स्वामी जी की अध्यक्षता में आज शाम होगी विद्वत परिषद की बैठक
मध्य प्रदेश तीर्थ प्राधिकरण द्वारा राज्य अतिथि श्री सतगुरु धाम बरूमल के पीठाधीश्वर एवं भागवत प्रवक्ता स्वामी विद्यानंद सरस्वती जी महाराज की अध्यक्षता में आज शाम पाँच बजे श्री अरविंद योग शक्ति पीठ इंदौर रोड पर विद्वत परिषद की बैठक होगी।इस अवसर स्वामी जी विद्वानों का अभिनंदन भी करेंगे।