सोनिया गांधी के राजस्थान से राज्य सभा चुनाव लडने पर हंगामा क्यों बरपा?

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सोनिया गांधी के राजस्थान से राज्य सभा चुनाव लडने पर हंगामा क्यों बरपा?

गोपेन्द्र नाथ भट्ट की त्वरित टिप्पणी

राजस्थान में बुधवार का दिन वीवीआईपी मूवमेंट का दिन रहा। मंगलवार शाम को जयपुर पहुंची राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू बुधवार को जयपुर से दौसा जिले के प्रसिद्ध मेहंदीपुर बालाजी मन्दिर तथा दक्षिणी राजस्थान में आदिवासियों के प्रयाग राज के रूप में मशहूर सोम, माही और जाखम नदियों के पवित्र स्थल बेणेश्वर धाम के मंदिरों के दर्शन और वहां आयोजित लखपति दीदियों के एक सम्मेलन में भाग लिया। इधर अखिल भारतीय कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी और राष्ट्रीय महामंत्री प्रियंका गांधी आदि नेताओं के साथ कई केंद्रीय मंत्रियों का भी जयपुर में जमघट दिखा।

 

कांग्रेस और राष्ट्रीय सलाहकार परिषद की पूर्व अध्यक्ष तथा कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को राजस्थान से राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर राजस्थान विधानसभा में विधायकों की बैठक में राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट मौजूद रहे।

 

कांग्रेस की दिग्गज नेता सोनिया गांधी ने राज्य सभा के नामांकन के चार सेट दाखिल किए। हर सेट पर दस विधायकों के हस्ताक्षर किए हैं। चार सेट में कुल 40 विधायकों के साइन किए है। पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, विधान सभा में प्रतिपक्ष नेता टीकाराम जूली प्रस्तावक बने । राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन की गुरुवार को आखिरी तारीख है।

 

नामांकन से पहले सोनिया गांधी राजस्थान विधानसभा में विधायकों से मिली। उन्होंने लॉबी में विधायकों के साथ बैठक की। कांग्रेस विधायकों और नेताओं ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी का स्वागत किया। स्वागत भाषण में पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि अब हमारा लक्ष्य राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना. इससे पहले सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा जयपुर एयरपोर्ट पहुंचे। दिल्ली से चार्टर विमान से जयपुर एयरपोर्ट पहुंचे. जयपुर एयरपोर्ट पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा और केसी वेणुगोपाल का स्वागत किया।

 

राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली से दो चार्टर विमानों से गांधी परिवार जयपुर के रवाना हुआ था और पिंक सिटी पहुंच कर तीनों नेता एक साथ एयरपोर्ट से होटल रामबाग पैलेस पहुंचे। एयरपोर्ट पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, ओर पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह, जसवंत गुर्जर, रामलाल जाट, दिनेश खोडनिया, संदीप चौधरी आदि मौजूद रहे।

 

कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी के राजस्थान से राज्यसभा से नामांकन भरने पर भाजपा ने हंगामा बरपा है। कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी के राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल करने पर भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि कांग्रेस के अधिकांश राज्यसभा सदस्य राज्य के बाहर से ही आए हैं। उन्होंने कहा कि अच्छा होता अगर कांग्रेस स्थानीय नेताओं को वरीयता देती। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने स्थानीय कार्यकर्ताओं को महत्व देकर उन्हें राज्यसभा में पहुंचने का काम करती है।

 

भाजपा के राज्यसभा उम्मीदवार मदन राठौड़ ने भी कांग्रेस की तरफ से सोनिया गांधी को राज्यसभा उम्मीदवार बनाने को लेकर कहा कि सोनिया गांधी को लोकसभा चुनाव लड़ने से हार का डर लग रहा है। इसी के चलते उन्होंने राज्यसभा का नामांकन भरा है। राठौड़ ने कहा कि राजस्थान से सोनिया गांधी को राज्यसभा के लिए उतारने से लोकसभा में कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि इससे नकारात्मक माहौल बनेगा।

इतने बड़े लीडर को लोकसभा चुनाव लड़ना चाहिए लेकिन उन्हें पता है कि जनता उन्हें हरा देगी, इसी डर से वह राज्यसभा का उम्मीदवार बन राजस्थान आई हैं।

 

राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यह कोई पहला मौका नहीं है कि कांग्रेस का कोई बड़ा नेता राजस्थान से राज्यसभा के रास्ते संसद में पहुंच रहा हैं। पिछली बार कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मन मोहन सिंह को राजस्थान से ही राज्यसभा सांसद बना संसद भेजा था। उनकी अप्रेल में खाली हो रही सीट पर ही सोनिया गांधी को संसद में भेजने की योजना है। कांग्रेस सोनिया गांधी के स्वास्थ्य को देखते हुए अब उन्हें लोकसभा के बजाय राज्य सभा में भेजना चाह रही है और राहुल गांधी एवं प्रियंका गांधी को लोकसभा चुनाव लड़ाना चाहती है। राज्यसभा से सांसद बनने के बाद सोनिया गांधी का नई दिल्ली में 10 जनपथ वाला बंगला भी उनके पास रह सकेगा। गांधी परिवार पिछले 30-40 वर्षों से इसमें रह रहा है।

भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस ने पिछले चुनाव में उत्तर प्रदेश के प्रमोद तिवारी, केरल के के सी वेणुगोपाल, महाराष्ट्र के मुकुल वासनिक और हरियाणा के रणजीत सुरजेवाला आदि राज्य के बाहरी नेताओं को राजस्थान से राज्य सभा के माध्यम से संसद में भेजा है।

 

दूसरी ओर कांग्रेस का कहना है कि भाजपा के राज्य सभा सांसदभूपेंद्र यादव जोकि केंद्रीय मंत्री भी है,मूलत हरियाणा के हैं। इसी प्रकार पूर्व उप राष्ट्रपति दिवंगत भैरों सिंह शेखावत को भी 1974-77में मध्य प्रदेश से राज्यसभा में भेजा गया था। भाजपा के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मण बंगारू और उनकी पत्नी सुशीला बंगारू को राजस्थान से लोकसभा चुनाव लडा चुकी है। देश के उप प्रधानमंत्री रहे लाल कृष्ण आडवाणी भी कई वर्षों तक गुजरात की राजधानी गांधी नगर से सांसद रहें हैं।

 

इस प्रकार कांग्रेस ने राजस्थान को सर्वाधिक सुरक्षित स्थान मान कर अपनी नेता सोनिया गांधी को राज्य सभा के रास्ते संसद में भेजने की रणनीति बना कर उनके स्वास्थ्य को देखते हुए लोकसभा चुनाव से दूर रखने की योजना बनाई है।

राजस्थान विधान सभा में कुल दौ सौ विधायै है जिनमें से 115 विधायक भाजपा और 70 विधायक कांग्रेस के है। एक सदस्य कांग्रेस समर्थित है तो निर्दलीय भाजपा समर्थक है। हनुमान बेनीवाल और भारतीय आदिवासी पार्टी के विधायक किस की ओर रुख करेंगे यह कहना मुश्किल है।

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अब देखना है कि राजस्थान से रिक्त हो रही राज्य सभा की तीन सीटों के लिए इस बार निर्विरोध चुनाव होंगा अथवा कोई चौथा उम्मीदवार के बीच में कूद जाने से चुनाव होंगे। हालाकि नामांकन के अंतिम दिन गुरुवार को पूरा परिदृश्य साफ हो जाएगा।