योगी की ठोक देंगे नीति…

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योगी की ठोक देंगे नीति…

कानून-व्यवस्था बनी रहनी चाहिए ताकि जंगलराज कायम न हो सके। और इस बात में कोई दोराय नहीं है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के मामले में बाबा यानि योगी का अलग स्थान है। बहराइच में रामगोपाल मिश्रा हत्याकांड के आरोपियों के एनकाउंटर ने एक बार फिर अपराधियों को चेता दिया है कि कोई गलतफहमी न पाले…उत्तर प्रदेश में जब तक योगी है, तब तक अपराध करने वालों की खैर नहीं है। कानून-व्यवस्था बिगाड़ने का दुस्साहस किया तो योगी की पुलिस अपराधियों का हुलिया बिगाड़ने में देर नहीं करेगी। तो बहराइच हिंसा के आरोपियों के एनकाउंटर पर देश की बड़ी आबादी खुश है तो कहीं गम के बादल भी मंडरा रहे हैं।

उत्तर प्रदेश के बहराइच में हिंसा और युवक राम गोपाल मिश्रा की हत्या के 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। इनमें से दो आरोपी एनकाउंटर में घायल हो गए हैं। यानि बहराइच के महाराजगंज में हुए हत्याकांड के दो मुख्य आरोपियों का एनकाउंटर हो गया, इसके बाद का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें एक पुलिस कर्मी पहले कहता है कि गलत काम कर रहे हो तुम, पुलिस के ऊपर हमला कर रहे…। इस पर एक आरोपी कहता है कि अब कभी गलती नहीं करेंगे, हम लोग फायर करके भागना चाह रहे थे। इसके बाद पुलिस कर्मी कहते हैं कि पहले तो अपराध किया और फिर दूसरा अपराध कर रहे हो। इसके जवाब में आरोपी कहता है कि गलती हो गई सर…। इसके बाद एक पुलिसकर्मी कहता है कि हम लोग प्यार से लेकर आ रहे थे इतना भरोसा नहीं था कि तुम लोग इस तरह करोगे।

तो हो गई एनकाउंटर का जवाब देने की पूरी तैयारी। यह है योगी मॉडल जिसके लोग कल भी प्रशंसक थे, आज भी हैं और कल भी रहेंगे। भले ही अखिलेश यादव और ओवैसी रुदन करते रहें। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, ‘लगातार इस प्रकार की घटनाएं हो रही हैं और ये घटनाएं सरकार की नाकामी के कारण हो रही हैं। सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए एनकाउंटर कर रही हैं। एनकाउंटर, हाफ एनकाउंटर, और भी कई परिभाषाएं हैं जो सरकार ने बनाई है। अगर एनकाउंटर से ही कानून-व्यवस्था बेहतर हो रही होती तो अभी उत्तर प्रदेश कई आंकड़ों में दूसरे प्रदेशों से अच्छा होता। यह प्रशासनिक विफलता थी कि जब वहां बहराइच कार्यक्रम पुलिस की जानकारी में था तो आखिरकार वे शांतिपूर्ण तरीके से कार्यक्रम संपन्न क्यों नहीं करवा पाए? एनकाउंटर करना और नफरत को बढ़ावा देना, यह इस सरकार के काम करने का नया तरीका है। यह कहां की न्याय व्यवस्था है’? तो एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि ‘बहराइच हिंसा के आरोपियों का पुलिस से ‘एनकाउंटर’ का सच जानना मुश्किल नहीं है। योगी की ‘ठोक देंगे’ नीति के बारे में सब जानते हैं। अगर पुलिस के पास इतना सबूत होता तो आरोपियों को कानूनी सजा दिलाने की कोशिश होती’। तो योगी ने कहा कि कानून-व्यवस्था बनी रहे यानि इससे कोई समझौता नहीं । बता दें कि बहराइच के महाराजगंज में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए बवाल में राम गोपाल मिश्रा नाम के युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जिसके बाद आक्रोशित भीड़ ने जिले में जमकर उत्पात मचाया। मृतक युवक के परिजनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी।

तो दोषियों पर बाबा बुलडोजर चलाते रहें, शायद यही सबकी मंशा है। अपराधी को सबक मिलना जरूरी है। सुप्रीम कोर्ट की मंशा पर अमल भी होना जरूरी है। और अब जब न्याय की देवी की आंखों से पट्टी उतर गई है, तो फिर अपराधियों में भय होना भी जरूरी है। भय बिना अपराध से दूर रहने का मन बनाने की क्षमता अभी अपराधियों में नहीं है…तब तक योगी की ठोक देंगे नीति भय पैदा करती रहेगी

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