आना जाना लगा रहेगा…

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आना जाना लगा रहेगा…

कौशल किशोर चतुर्वेदी

विधानसभा चुनाव की सूचियां जारी होने के बाद मध्यप्रदेश के दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों भाजपा और कांग्रेस में उथल-पुथल मची है। कोई निराशा में दूसरे दल का दामन थाम रहा है, तो कोई निर्दलीय ही अपनी किस्मत आजमाने को तैयार है। वहीं फैसलों से आहत कोई न्याय के लिए गांव-गांव न्याय यात्रा निकालने को तत्पर है। आखिर करें तो क्या करें या यूं कहें कि वही नौबत आ गई है कि “शीशा हो या दिल हो, आखिर टूट जाता है”। सब्र की भी हद होती है, सूची जारी होने तक रख लिया। सूची आ गई, नाम नहीं दिखा तो सब्र का सागर उफन गया। जब शांत होगा, तब देखा जाएगा।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के समक्ष बेगमगंज के कांग्रेस नेता डॉ. रवि शर्मा और एक हजार से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हो गए। वहीं शहडोल-जैतपुर सीट पर कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। टिकट की दौड़ में शामिल पूर्व जनपद अध्यक्ष ललन सिंह ने मुख्यमंत्री की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ले ली। छतरपुर जिले में दर्जनों कांग्रेस कार्यकर्ताओं संग सिद्धार्थ शंकर बुंदेला ने कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। टिकट बंटवारे से नाराज कांग्रेसियों का यह कदम राजनगर विधानसभा में पार्टी के लिए नुकसान साबित हो सकता है।

तो खबर है कि विधानसभा आलोट 223 से प्रेमचंद गुड्डू निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे एवं 21 को नामांकन भरेंगे। वहीं कांग्रेस के पूर्व गृह मंत्री रहे महेन्द्र बौद्ध ने कांग्रेस छोड़ बहुजन पार्टी ज्वाइन की थी, अब फिर कांग्रेस में वापसी की है। भाजपा नेता गौतम पटेल बगावत कर कांग्रेस में शामिल हो गए। पटेल गाडरवारा से बीजेपी से टिकट की दावेदारी कर रहे थे। यहां से बीजेपी ने राव उदय प्रताप सिंह को टिकट देकर पटेल की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। उधर राहतगढ़ (सुरखी विधानसभा) भाजपा की नगर परिषद का कांग्रेस में विलय हो गया है। कांग्रेस प्रत्याशी नीरज शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के समक्ष परिषद अध्यक्ष गोलू राय प्रियंका सहित अन्य पार्षदों ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। निवाड़ी से उमेश यादव, भोपाल से डॉ. आर. भारती, सागर से बृज बिहारी चौरसिया, सुसनेर से करण गुर्जर, रायसेन से भंवर लाल पटेल एवं चंदेरी से मुरारी लाल शर्मा कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए।

तो पार्टी को आइना दिखाते हुए विरोध का यह भी एक तरीका है। खरगापुर विधानसभा में कांग्रेस नेता अजय सिंह यादव जनता के बीच न्याय यात्रा लेकर जायेंगे। आरोप यह है कि खरगापुर विधानसभा क्षेत्र में जिस तरह से कांग्रेस पार्टी द्वारा टिकट वितरण में पिछड़े वर्गों की अनदेखी की गई है, उसके विरोध में पूरे विधानसभा क्षेत्र में न्याय यात्रा निकाली जाएगी।

तो वर्ष 1985 में रिलीज हुई फिल्म गिरफ्तार का गीतकार इंदीवर द्वारा लिखित गीत “आना जाना लगा रहेगा” विधानसभा चुनाव के इस दौर में प्रासंगिक हो गया है। गीत के बोल में शामिल है कि “करेगा जो भी भलाई के काम, उसका ही नाम रह जाएगा”। मन के जीते जीत तुम्हारी, मन के हारे हार मेरे प्यार। खतरों के आगे तुम न करना, हार कभी स्वीकार मेरे प्यार। लगता यही है कि गीत भी चुनाव के इस दौर में नेताओं की भावनाओं संग प्रीत निभा रहे हैं। टिकट मिलने और चुनाव लड़कर हार मंजूर है, लेकिन टिकट पाने की जंग में ही हार कतई बर्दाश्त नहीं है। और मध्यप्रदेश में इसके सैकड़ों उदाहरण सामने आ चुके हैं और सैकड़ों अभी सामने आना बाकी हैं। सच यही है कि “आना जाना लगा रहेगा।” ‘कल’ ने भी यह देखा था, ‘आज’ भी यह देख रहा है और ‘कल’ भी यह देखे

गा…।