भोपाल: मध्यप्रदेश में आमजन की भागीदारी से दीनदयाल अंत्योदय कार्यक्रम का संचालन किया जाएगा। इसके लिए ग्राम पंचायत, विकासखंड से लेकर राज्य स्तर की समितियां गठित की जाएंगी। राज्य स्तर की दीनदयाल अंत्योदय कार्यक्रम समिति के अध्यक्ष मुख्यमंत्री होंगे और वे इस समिति में 52 अशाासकीय सदस्यों को शामिल करेंगे।
शासकीय तथा सामाजिक कार्यक्रमों के सुचारु संचालन के लिए आमजन की सहभागिता सुनिश्चित करने दीनदयाल अंत्योदय कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य, जिला,नगर, विकासखंड और ग्राम पंचायत स्तर पर समितियां गठित की जाएंगी। राज्य स्तरीय समिति मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में गठित की जाएगी। योजना तथा आर्थिक सांख्यिकी विभाग के सचिव समिति के सचिव होंगे। समिति की बैठक साल में दो बार होगी। यह समिति कार्यक्रमों में लक्ष्य एवं प्राप्त उपलब्धियों की गुणात्मक और संख्यात्मक समीक्षा करेगी। यह समिति दीनदयाल अंत्योदय कार्यक्रम को और सक्रिय तथा जनहितकारी बनाने की नीति निर्धारित करेगी।
हर जिले में जिला स्तरीय दीनदयाल अंत्योदय कार्यक्रम समिति गठित की जाएगी। इस समिति के अध्यक्ष जिले के प्रभारी मंत्री होंगे तथा कलेक्टर जिला समिति के सचिव होंगे। इस समिति में भी दस से लेकर 31 तक सदस्य बनाए जाएंगे। समिति के सदस्यों का नामांकन प्रभारी मंत्री करेंगे। समिति की बैठक हर माह में एक बार होगी। यह समिति निर्धारित कार्यक्रमों में जनसहभागिता बढ़ाने के उपायों को क्रिंयान्वित करेगी। कार्यक्रमों के लक्ष्य और उपलब्धियों की समीक्षा भी समिति करेगी।
प्रत्येक नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत में एक नगर स्तरीय दीनदयाल अंत्योदय कार्यक्रम समिति गठित होगी। इसमें दस से लेकर 21 सदस्य होंगे। विकासखंड में भी समिति गठित की जाएगी। इसमें भी दस से 21 सदस्य होंगे। जिले के प्रभारी मंत्री सदस्यों को नामांकित करेंगे। इनमें से एक सदस्य को अध्यक्ष बनाया जाएगा। ग्राम पंचायत स्तर पर भी एक समिति बनेगी। प्रभारी मंत्री इसमें पांच से लेकर 11 अशासकीय सदस्य नामांकित कर सकेंगे।
ग्राम पंचायत से लेकर जिला स्तरीय समितियों का सम्मेलन माह में एक बार होगा। राज्य स्तरीय समिति का सम्मेलन वर्ष में दो बार होगा। RB