Youth Pravasi Bhartiya Divas : CM ने कहा ‘मैं मध्यप्रदेश वाला हूँ, तो आपका भी मामा हुआ!’
Indore : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में दीप प्रज्ज्वलित कर ‘युवा प्रवासी भारतीय दिवस’ की शुरुआत की। ऑस्ट्रेलियाई सांसद जेनेटा मैस्करेनहास युवा प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि के तौर पर शामिल हुईं। केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर, केंद्रीय खेल राज्य मंत्री निशिथ प्रामाणिक और दुनिया के 70 से ज्यादा देशों से आए प्रवासी भारतीयों व गणमान्य व्यक्तियों ने भी इस कार्यक्रम में शिरकत की।
युवा प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं मध्यप्रदेश वाला हूँ, तो आपका भी मामा हुआ। इंदौर में आपका साढ़े आठ करोड़ जनता की और से स्वागत है। यह स्वागत आत्मीय है, भावनाओं से है और भावनाओं का प्रकटीकरण आप इंदौर की सड़कों पर देख रहे होंगे। इंदौर में तो इस बात पर झगड़ा हो रहा था कि हम आपको होटल नहीं, अपने घर में ठहराएंगे। अतिथि देवो भवः की परंपरा का निर्वाह करते हुए हम आपका स्वागत करते हैं। जब पश्चिमी देशों में सभ्यता का सूर्योदय नहीं हुआ था, तब हमारे देश में ऋषियों ने वेदों की ऋचायें रच दी थीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा वो नहीं है, जिसकी उम्र कम होती है, युवा वो है, जिसके पैरों में गति होती है, जिसके सीने में आग होती है, जिसकी आँखों में सपने होते हैं और उन्हें वह साकार करके ही चैन की सांस लेता है। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि दुनिया में कोई ऐसा काम नहीं है जो तुम न कर सको और भारत के युवाओं ने कर दिखाया है। भारतीय दुनिया में जहाँ भी गए, वहाँ एक अलग पहचान बनाई। दुनिया के सभी देशों में आपने भारत का डंका बजाया है। एक व्यक्ति अगर ठान ले तो वो दुनिया बदल सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी वसुधैव कुटुम्बकम के मूलमंत्र को लेकर चल रहे हैं। मोदीजी ने जब स्वच्छता का नारा दिया, तो सभी लोगों ने झाड़ू थाम ली, इंदौर ने तो स्वच्छता का छक्का लगाया। डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया जैसे कार्यक्रम। अनेक क्षेत्रों में भारत दुनिया को दिशा दिखा रहा है।
भारत को अर्थशक्ति बनाना है, इसके लिए इनोवेशन की जरूरत है। जो विचार दिमाग में आये, उसको जमीन पर उतारना ही नवाचार है। भारत के नौजवान नवाचार कर रहे हैं। आइडिया, उसके लिए रोडमैप और उस पर चलने का साहस जरूरी है। भारतीय मेधा और विश्वसनीयता ही है कि बड़ी बड़ी कंपनियों में बड़े पदों पर भारतीय आसीन हैं। सुंदर पिचाई, इंदिरा नूई, सत्या नडेला जैसे कितने नाम हैं जिन्होंने सफलता के झंडे गाड़े हैं। भारत के प्रवासी युवाओं ने अपनी प्रतिभा के दम पर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में लोहा मनवाया है। देश की प्रगति और विकास के लिए ये दोनों क्षेत्र महत्वपूर्ण हैं।
उन्होंने कहा कि 100 से अधिक स्टार्टअप को यूनिकॉर्न बनाया है। गाँव-गाँव से युवा निकल रहे हैं। इंदौर ने 1,500 स्टार्टअप दिए हैं। भारत आगे बढ़ रहा है और मध्यप्रदेश भी आगे बढ़ रहा है। हमारी विकास दर 19.76% है। मैं एक बार फिर आपका स्वागत करता हूँ। आप सराफा बाजार तो जाएं ही, साथ में 56 दुकान भी जाना। आप महाकाल महलोक भी जाएँ। हमारे पास 11 टाइगर पार्क हैं। मध्यप्रदेश टाइगर, लेपर्ड, वल्चर स्टेट है और अब तो ये चीता स्टेट भी बन गया है। जब भी आपको कोई आइडिया आये, आप मामा को याद कर लेना, उसे जमीन पर उतारने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा ‘है नहीं ये हाथ केवल हाथ मलने के लिए, तू इन्हें मुट्ठी बना दुनिया बदलने के लिए!’
दो साल बाद ऑफलाइन आयोजन
प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन 2019 के बाद ऑफलाइन आयोजित किया जा रहा है। 2021 में पिछला प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन कोविड-19 महामारी के चलते ऑनलाइन आयोजित किया गया था। सम्मेलन के 17वें संस्करण का विषय ‘प्रवासी : अमृत काल में भारत की प्रगति के लिए विश्वसनीय भागीदार’ निर्धारित किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि लगभग 70 देशों में बसे 3,500 से ज्यादा प्रवासी भारतीयों ने इस सम्मेलन के लिए पंजीकरण कराया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को इस सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन करेंगे। गुयाना के राष्ट्रपति डॉ मोहम्मद इरफान अली इस सम्मलेन में मुख्य अतिथि और सूरीनाम गणराज्य के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी विशिष्ट अतिथि होंगे। मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार 2023 प्रदान करने के साथ इस सम्मेलन के समापन सत्र की अध्यक्षता करेंगी।
योगदान देने की अपील
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने रविवार को युवा भारतीय प्रवासियों से भारत में निवेश करने, नवाचार शुरू करने और देश की समस्याओं का समाधान करने में योगदान देने की अपील की। तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए ठाकुर ने कहा कि भारत 2022 में दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया। उसने उस देश (ब्रिटेन) को पछाड़कर यह उपलब्धि हासिल की, जिसने 200 वर्षों तक उस पर राज किया।
उन्होंने युवा भारतीय प्रवासियों से भारत में नवाचार, निवेश और विचारों को आरंभ करने का आग्रह किया। ठाकुर ने कहा कि भारत आए युवा प्रवासी देश के अन्य युवाओं से जरूर मिलें और उनके साथ घूमने का प्रयास अवश्य करें। आप भारत में जितना घूमेंगे, भारत की विशेषताओं एवं समस्याओं को उतना अधिक समझेंगे। आप समस्याओं का समाधान करने में आप बहुत बड़ा सहयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बीते साल भारत स्टार्ट-अप के मामले में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश बन गया। उस समय जब पूरी दुनिया महामारी से लड़ रही थी, तब भारतीय युवाओं ने स्टार्ट-अप शुरू करने का अवसर देखा। ठाकुर ने कहा कि भारत के युवाओं ने ही पिछले आठ वर्षों में भारत को दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप देश बनाने का काम किया है। आज देश में 80,000 से ज्यादा स्टार्टअप हो गए हैं।