वन नेशन, वन इलेक्शन से पहले शत-प्रतिशत मतदान जरूरी है…
भले छोड़ दो अपने सारे काम-हर हाल में करना है मतदान,हम वोट के लिए निकालें-जिम्मेदारी कभी न टालें, जागरुक देश की एक ही पहचान-शत प्रतिशत हो मतदान और वोट डालने जाना है-अपना फर्ज निभाना है… जैसे नारे अगर दूरदराज के किसी नगर में सुनाई दें, तो लगता है कि क्या चुनाव हाल ही में हैं। एक सितंबर 2023 को भोपाल से करीब दो सौ किलोमीटर दूर होशंगाबाद जिले में स्थित प्रसिद्ध हिल स्टेशन पचमढ़ी में जब दर्जन भर से ज्यादा टूरिस्ट सफारी गाड़ी पर सवार होकर स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थी ऐसे नारे लगा रहे थे, तब माहौल पूरा मतदानमय ही लग रहा था। मतदान शत प्रतिशत हो, भारत निर्वाचन आयोग के इस उद्देश्य की पूर्ति की ऐसी कवायद लोगों में जोश भरने वाली थी। विद्यार्थी भारत माता की जय और वंदे मातरम् जैसे नारे लगाकर मतदाताओं में राष्ट्रभक्ति की अलख भी जगा रहे थे। हर व्यक्ति की जिज्ञासा यही थी कि आखिर यह किसी दल से जुड़े नेता का चुनाव प्रचार का हिस्सा तो नहीं। पर जब पूरी नजर डाल रहा था तो साफ हो रहा था कि यह काम भारत निर्वाचन आयोग का है और कवायद आगामी विधानसभा चुनाव में शत प्रतिशत मतदान की ही है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन एक महीने पहले इस अभियान हेतु वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर चुके थे। मतदाता जन जागरूकता अभियान के तहत वाहन प्रदेश के सभी 52 जिलों में जाकर लोगों के बीच मतदान को लेकर जागरूकता लाने का काम कर रहे हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य मध्यप्रदेश में वोटिंग पर्सेंटेज बढ़ाना है। जिला प्रशासन की पहल पर स्वीप गतिविधि के तहत हर जिले की तरह होशंगाबाद जिले के पचमढ़ी में शतप्रतिशत मतदान करवाने के लिए यह कार्य किया जा रहा है। तो मतदाता जागरूकता के लिए बैतूल में नगरपालिका ने अनोखी पहल करते हुए व्यापारी बंधु और आमजनों को राखी बांध मतदान करने का वचन लिया है। मतदाता जागरूकता के लिए नगरपालिका ने अनोखी पहल के तहत व्यापारी बंधु और आमजनों को राखी बांध मतदान करने का वचन लिया। स्व सहायता समूह की महिलाएं,पार्षद बहनें और आगनवाड़ी कार्यकर्ता, ये सभी सुपारी भाईयों के पास जाकर उन्हें राखी बांधकर गुड़ से उनका मुंह मीठा करवाकर उनसे ये वचन ले रही है कि वो स्वयं मतदान करेंगे और दूसरों को भी मतदान करने के लिए प्रेरित करेंगे। एक दिन में पांच से सात हजार लोगों को जागरूक करने का लक्ष्य रखा गया है। जिला प्रशासन के इस नवाचार से लोग अचंभित हैं और इसे अच्छा रिस्पांस मिल रहा है।
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को वन नेशन -वन इलेक्शन के लिए बनी समिति की अध्यक्षता की जिम्मेदारी सौंपी गई है।एक देश के चुनाव एक साथ कराने के लिए यह संविधान संशोधन का विषय है। इसमें केवल लोकसभा और राज्यसभा में विधेयक पास होना पर्याप्त नहीं इसमें राज्यों की अनुमति भी आवश्यक है। यह वन नेशन और वन इलेक्शन फार्मूला कभी भी लागू हो, उसका तो स्वागत है। पर उससे पहले जरूरी है कि मतदाता हर चुनाव में शत-प्रतिशत मतदान का संकल्प लें। जब शत-प्रतिशत मतदान होगा तो बेहतर जनप्रतिनिधि को चुने जाने की संभावना और बढ़ जाएगी। यह पूरे देश के लिए खास उपलब्धि साबित होगी। इसमें पचमढ़ी, बैतूल और प्रदेश के सभी जिलों में हो रहे प्रयास सराहनीय हैं। मध्यप्रदेश शत-प्रतिशत मतदान वाला देश का पहला राज्य बने, यही उम्मीद है। वन नेशन, वन इलेक्शन लागू होने से पहले देश में शत-प्रतिशत मतदान जरूरी है…।