2019 Loksabha Election: BJP ने 4 लोकसभा सीट होशंगाबाद, इंदौर, विदिशा और खजुराहो में रचा था इतिहास

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2019 Loksabha Election: BJP ने 4 लोकसभा सीट होशंगाबाद, इंदौर, विदिशा और खजुराहो में रचा था इतिहास

जानिए 4, 3 और 2 लाख से अधिक वोटों से जीतने वाले और सबसे कम वोट से जीतने वाले उम्मीदवार के नाम

भोपाल। वर्ष 2019 के लोकसभा के चुनाव में प्रदेश में भाजपा ने चार सीटो पर जीत का इतिहास रचा था। होशंगाबाद से भाजपा उम्मीदवार उदय प्रताप ने जीत का इतिहास रचा था। उदयप्रताप सिंह ने कांग्रेस के उम्मीदवार चंद्रभान सिंह को 5,53,682 वोटों से चुनाव हराया था। वहीं छिंदवाड़ा से कांग्रेस के नकुलनाथ की सबसे छोटी जीत हुई थी। बीजेपी की दूसरी सबसे बड़ी जीत इंदौर लोकसभा से सांसद शंकर लालवानी की थी। लालवानी ने कांग्रेस के उम्मीदवार पंकज संघवी को 5,20815 मतों से शिकस्त दी थी। तीसरी सबसे बड़ी जीत विदिशा क्षेत्र से सांसद रमाकांत भार्गव की रही। रमाकांत भार्गव ने कांग्रेस के उम्मीदवार शैलेन्द्र पटेल को 5,03084 मतों से चुनाव हराया था। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और सांसद वीडी शर्मा को खजुराहो लोकसभा से चौथी सबसे बड़ी जीत मिली थी। वीडी शर्मा को 8,11135 मत मिले थे। जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार कविता सिंह को 3,18753 मत मिले थे। वीडी शर्मा ने कांग्रेस के उम्मीदवार कविता सिंह को 4,92,382 वोटो से चुनाव हराया था। लोकसभा के पहले चरण के प्रदेश की छह लोकसभा सीटों पर औसत मतदान फीसदी 67.8 फीसदी रहा। मतदान फीसदी कम होने से अब ऐसा लग रहा है कि इन पुराने रिकार्ड को तोड़ना उम्मीदवारों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगी।

चार लाख से अधिक मत से जीतने वाले उम्मीदवार-

जबलपुर लोकसभा क्षेत्र से से राकेश सिंह ने कांग्रेस के उम्मीदवार विवेक तंखा को 4,54744 मतो से चुनाव हराया था। राकेश सिंह को 8,26454 वोट मिले थे। जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार विवेक तंखा को 3,71710 वोट मिले थे। राजगढ़ लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार रोडमल नागर ने कांग्रेस के उम्मीदवार मोना सुस्तानी को 4,31019 मतो से चुनाव हराया था। रोडमल नागर को 8,23824 वोट मिले थे जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार मोना सुस्तानी को 3,92805 वोट मिले थे। शहडोल लोकसभा से भाजपा सांसद हिमाद्री सिंह को 7,47,977 वोट मिले, वहीं कांग्रेस उम्मीदवार प्रमिला सिंह को 3,44644 वोट मिले थे। हिमाद्री सिंह ने 4,03333 वोटों से चुनाव जीती।

तीन लाख से अधिक वोटों से हुई जीत-

देवास लोकसभा सीट से भाजपा सांसद महेन्द्र सिंह सोलंकी ने कांग्रेस के उम्मीदवार प्रहलाद टिपान्या को 3,72249 मतो से चुनाव हराया था। सोलंकी को 8,62429 वोट मिले थे। जबकि प्रहलाद टिपान्या को 4,90180 वोट मिले थे। उज्जैन लोकसभा सीट से भाजपा सांसद अनिल फिरोजिया ने कांग्रेस उम्मीदवार बाबूलाल मालवीय को 3,65637 मतो से चुनाव हराय था। मंदसौर लोकसभा सीट से भाजपा सांसद सुधीर गुप्ता ने कांग्रेस उम्मीदवार मीनाक्षी नटराजन को 376,734 मतो से चुनाव हराया था। सुधीर गुप्ता को जहां 8,47786 वोट मिले थे। वहीं मीनाक्षी नटराजन को 4,71052 वोट मिले थे।

दो लाख से अधिक जीत-

खंडवा लोकसभा से भाजपा उम्मीदवार नंदकुमार सिंह चौहान ने कांग्रेस के अरूण यादव को 2,73343 वोटो से चुनाव हराया था। नंदकुमार को जहां 8,38909 वोट मिले थे । अरूण यादव को 5655666 वोट मिले। सीधी लोकसभा से रीति पाठक ने कांग्रेस के अजय सिंह को 2,86524 वोटो से हराया था। रीति पाठक को 6,98342 वोट मिले थे। सतना लोकसभा सीट से गणेश सिंह ने कांग्रेस के राजाराम त्रिपाठी को 2,31473 वोटो से चुनाव हराया था।

सबसे कम वोटों से हुई जीत-

छिंदवाड़ा लोकसभा से कांग्रेस सांसद नकुलनाथ की सबसे कम वोट से जीत हुई थी। नकुलनाथ मात्र 37,523 वोटो से चुनाव जीते थे। नकुलनाथ को 5,87305 वोट मिले थे। भाजपा के उम्मीदवार नाथन साहा को 5,49769 वोट मिले थे। रतलाम से बीजेपी के गुमान सिंह डामोर की दूसरी सबसे कम वोटों से जीत हुई थी। डामोर को 696103 वोट मिले थे। कांग्रेस के कातिलाल भूरिया को 605467 वोट मिले थे। डामोर की 90636 वोटो से जीत हुई थी।