Deputy Labour Commissioner सहित 3 सस्पेंड, जापानी कंपनी ने CM से की थी शिकायत, जानिए क्या है मामला?
शिकायत में बताया गया था कि काम के बदले डिप्टी लेबर कमिश्नर दफ्तर से रिश्वत मांगी जा रही है। इसमें कहा गया था कि डिप्टी लेबर कमिश्नर मिलने का समय नहीं दे रहे हैं। वह अपने अधीनस्थों से मिलने के लिए कह रहे हैं। सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया।
इसकी जांच के लिए एडिशनल लेबर कमिश्नर उत्तर प्रदेश मुख्यालय कानपुर दिलीप कुमार सिंह और डिप्टी लेबर कमिश्नर मुख्यालय आरपी गुप्ता को मामले की जांच सौंपी गई। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में शिकायत में लगाए गए आरोप सही पाए गए।
उत्तर प्रदेश सरकार ने गौतमबुद्ध नगर के डिप्टी लेबर कमिश्नर, लेबर इंस्पेक्टर और क्लर्क को रिश्वत मांगने के आरोप में सस्पेंड कर दिया है। जापानी कंपनी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इसकी शिकायत की थी।
शासन ने जांच कराई तो आरोप सही पाए गए। डिप्टी लेबर कमिश्नर को कानपुर मुख्यालय से संबद्ध किया गया है।
ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक सेक्टर-6 स्थित जापानी कंपनी सीको एडवांस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक यूकीनोरी काबे ने ई-मेल के जरिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शिकायत भेजी थी
श्रमायुक्त मुख्यालय से संबद्ध किया : जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि गौतमबुद्ध नगर के डिप्टी लेबर कमिश्नर धर्मेंद्र कुमार सिंह तोमर ने अपने दायित्वों के निर्वहन में शिथिलता बरती है। शासन की मंशा के अनुरूप विदेशी निवेशकों से स्वयं बात न करके तथा उन्हें समय न देकर अपने अधीनस्थों से संपर्क करने की अपेक्षा की गई थी। यह आचरण सरकारी कर्मचारी नियमावली के विपरीत है और उसका उल्लंघन है। उन्होंने विदेशी निवेशकों से स्वयं बात न करके और उन्हें मिलने का समय न देकर शासन की छवि को धूमिल किया। वह प्रथमदृष्टया दोषी हैं।
इसके चलते उन्हें सस्पेंड किया जाता है। निलंबन अवधि में वह श्रमायुक्त मुख्यालय कानपुर में संबद्ध रहेंगे। उन्हें इस दौरान कोई महंगाई भत्ता देय नहीं होगा। यह मामला ऐसे समय आया है जब प्रदेश सरकार विदेशी निवेशकों को बुलाने के लिए रोड शो कर रही है।
पूर्व कारखाना निदेशक का रिश्तेदार है बाबू
बताया जाता है कि डिप्टी लेबर कमिश्नर ऑफिस के बाबू मिथिलेश कुमार सिन्हा एक पूर्व कारखाना निदेशक का रिश्तेदार है। इसको लेकर पहले भी सवाल उठते रहे हैं। कई उद्यमी इसकी पहले भी शिकायत कर चुके थे।
विभागीय जांच के भी आदेश दिए
शासन ने इस मामले में नौ जनवरी को लेबर इंस्पेक्टर और डिप्टी लेबर कमिश्नर ऑफिस के क्लर्क मिथिलेश कुमार सिन्हा को सस्पेंड कर दिया था। अब डिप्टी लेबर कमिश्नर धर्मेंद्र कुमार सिंह तोमर को सस्पेंड किया गया है। इन सभी के खिलाफ विभागीय जांच का आदेश दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उत्तर प्रदेश शासन की इस कार्रवाई से पूरे महकमे में हड़कंप का माहौल है।
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