झूठ बोले कौआ काटे! बुलडोजर बाबा बने सबसे बड़े शोमैन सीएम

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झूठ बोले कौआ काटे! बुलडोजर बाबा बने सबसे बड़े शोमैन सीएम

– रामेन्द्र सिन्हा

उत्तर प्रदेश को देश के विकास का इंजन बनाने के लिए आज से लखनऊ में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी करेंगे। माना जा रहा है कि समिट में निवेश एमओयू 25 लाख करोड़ तक पहुंच सकता है। इससे दो करोड़ से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश-विदेश के निवेशकों को लुभाने के लिए ऐसे इंतजाम किये हैं कि लोगों को लखनऊ में दुबई की झलक मिल रही है।

सीएम योगी का लक्ष्य उप्र को 1 ट्रिलियन डॉलर (लगभग एक लाख करोड़ रूपये ) की इकोनॉमी बनाने का है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुसार, ‘ये पहली बार होगा जब निवेश दुनिया से या देश से और प्रदेश से उप्र के सभी जनपदों में निवेश होने जा रहा है। जब पीएम मोदी 10 फरवरी को इस समिट का उद्घाटन कर रहे होंगे तो उप्र में 75 जनपद भी पीएम के साथ जुड़ेंगे।’

झूठ बोले कौआ काटे! बुलडोजर बाबा बने सबसे बड़े शोमैन सीएम

तीन दिवसीय सम्मेलन का समापन 12 फरवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी। उद्‌घाटन के बाद अलग-अलग विषयों पर कई सत्र होंगे, जिनमें केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, स्मृति इरानी, अश्विनी वैष्णव, जी. किशन रेड्डी, राजकुमार सिंह, पशुपति कुमार पारस हिस्सा लेंगे।

उत्तर प्रदेश में आने वाली कंपनियों में यूएस की 53, संयुक्त अरब अमीरात 16, फ्रांस व दक्षिण अफ्रीका 13-13, जापान 12, दक्षिण कोरिया 10, कनाडा 7, नीदरलैंड 12, जर्मनी 15, बेल्जियम 10, स्वीडन व मॉरिशस 8-8, ब्राजील 14, मैक्सिको 9, आस्ट्रेलिया 15 और इजरायल की 14 कंपनियां शामिल हैं। लगभग 40 देशों के डेलिगेट्स हिस्सा लेंगे और कुल 1 करोड़ 81 लाख 44558 युवाओं को रोजगार मिलेगा। इनमें प्रमुख कंपनियां- गूगल, एप्पल, रोल्स रॉयस, सुजकी, वालमार्ट, अमेजॉन, जॉनसन एंड जॉनसन, फाइजर,. मर्क, मर्सिडीज, लॉरेल, व फिलिप्स आदि हैं। चार लाख करोड़ के विदेशी निवेश का लक्ष्य है।

वहीं अंबानी, अडानी, बिड़ला सहित टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन के अतिरिक्त लगभग 12 हजार छोटे निवेशक हिस्सा लेने जा रहे हैं, जो कि कुल 1.20 लाख करोड़ रुपए के निवेश से 1.30 करोड़ रोजगार देंगे। लगभग 150 निवेशक ऐसे भी हैं, जिन्होंने 3 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के लिए MOU साइन किए हैं तो, एक हजार निवेशक ऐसे भी हैं, जो 50 करोड़ से लेकर 200 करोड़ रुपए तक का निवेश करेंगे। वहीं 400 निवेशक ऐसे भी हैं, जो 500 करोड़ रुपये तक का निवेश करेंगे। इस तरह, 1.10 लाख करोड़ के निवेश से 4.5 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।

नोएडा में प्रस्तावित फिल्म सिटी के मद्देनजर, इन्वेस्टर्स समिट में अक्षय कुमार, सुनील शेट्टी, जैकी श्राफ, परेश रावल, डिनो मारिया, सोनू निगम, कैलाश खेर सहित अनेक बड़े कलाकार और नामचीन निर्माता निर्देशक, लेखक भी शामिल होंगे।

सीएम योगी का कहना है कि राज्य में निवेशक सम्मेलन विभिन्न क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निवेश लाकर युवाओं के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलेगा। अब उन्हें नौकरी के लिए विदेश या अन्य राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा।

निवेश प्रस्तावों के जरिए जहां सरकार ने उप्र के हर क्षेत्र को विकास से जोड़ने का लक्ष्य तय किया है, वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश-विदेश के निवेशकों को लुभाने के लिए ऐसे इंतजाम किये हैं कि लोगों को लखनऊ में दुबई की झलक मिल रही है। आयोजन स्थल वृंदावन योजना, शहीद पथ की तो बात ही छोड़िए पुराना लखनऊ तक चकाचक है।

लक्ष्मण जी की मूर्ति

चकाचक चमकती सड़कें, दोनों तरफ रंग-बिरंगे फूलो की क्यारियां, गमले, लहलहाते पेड़-पौधे और मूर्तियां तो, दीवारों पर वॉल पेंटिंग के साथ खूबसूरत नक्काशी और रात में पेड़ों तथा बिजली के खंभों पर रंग बिरंगी एलइडी लाइटें कयामत ढा रही हैं। पूरा शहर इन दिनों रोशनी में जगमगाया हुआ है। दिलचस्प यह भी है कि कबाड़ से बने मॉडल जगह-जगह लगाए गए हैं। पुराने लखनऊ के छतर मंजिल और बड़े इमामबाड़े को भी खूबसूरत लाइटों से सजाया गया है, तो तांगे के मॉडल के जरिये विरासत को भी दर्शाया गया है। सभी ऐतिहासिक इमारतें सज-धज कर तैयार हैं। योगा के विभिन्न आसनों को करती हुई मूर्तियां लगाई गई हैं।

प्रदेश की राजधानी को भगवान श्रीराम के अनुज लक्ष्मण ने बसाया था। रावण से युद्ध के दौरान श्रीराम ने अपने अनुज के पराक्रम को देखते हुए उन्हें लखनऊ उपहार में दिया था। तब इसे लक्ष्मणपुर नाम से जाना जाता था, जो बाद में लखनपुर हुआ। कालांतर में इसे लखनऊ कहा जाने लगा। इसी इतिहास को दर्शाने के लिए अमौसी एयरपोर्ट चौराहे पर भगवान लक्ष्मण की 12 फीट ऊंची प्रतिमा को स्थापित किया गया है।


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तीन दिवसीय आयोजन के पहले दिन की शाम ड्रोन शो के नाम होगी। इसके जरिए आकाश में श्रीराम की आकृति, अयोध्या के निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर समेत अन्य स्थलों को उकेरा जाएगा। आयोजन स्थल पर बने सातों पंडालों के नाम सप्त ऋृषियों के नाम पर रखे गए हैं। समिट में सम्मिलित मेहमानों को गोमती रिवर फ्रंट की सैर कराई जाएगी। इसके लिए रिवर फ्रंट को रोशनी से जगमग कर दिया गया है। यहां चित्रकूट के रामघाट की तर्ज पर रिवर फ्रंट को विकसित किया गया है।

झूठ बोले कौआ काटेः

सच है, लोगों ने ऐसा लखनऊ पहले कभी नहीं देखा। इसकी गूंज बाहर तक है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए सरकार ने 17.12 लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य रखा था। 16 देशों में हुए रोड शो, देश के विभिन्न राज्यों में हुए रोड शो और उप्र में हुए निवेश सम्मेलन में हुए एमओयू से निवेश का आंकड़ा 21 लाख करोड़ तक पहुंच गया। अब तक हुए 13,255 एमओयू में से पश्चिमांचल में 45 प्रतिशत, पूर्वांचल में 20 प्रतिशत, मध्यांचल में 13 प्रतिशत और बुंदेलखंड में भी 13 प्रतिशत निवेश के एमओयू साइन हुए हैं।

प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी का संकल्प भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने का है। तो, उत्तर प्रदेश को देश के विकास का इंजन बनाने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने अगले 5 वर्षो में उत्तर प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने का लक्ष्य तय किया है।

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सीएम योगी का दावा है कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए गेमचेंजर होगा। इससे प्रदेश को दस खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला प्रदेश बनाने का एक बड़ा रास्ता बनेगा। 2017 से पहले आर्थिक विकास की रिपोर्ट बताती है कि उप्र में केवल नोएडा, गाजियाबाद तक ही आर्थिक विकास का औसत देश के औसत के बराबर था। जबकि बुंदेलखंड और पूर्वांचल पिछड़ा हुआ था। मध्य उप्र लड़खड़ाता रहता था। लेकिन योगी के अनुसार, ताजा रिपोर्ट बताती है कि पूर्वांचल और बुंदेलखंड भी आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि यदि यही स्थिति रही तो पांच साल बाद ये दोनों क्षेत्र पश्चिमी उप्र के समकक्ष होंगे। इस कड़ी में प्रदेश के 75 जिलों का एक साथ निवेशक सम्मेलन में पीएम से जुड़ना भी ऐतिहासिक ही है।

औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी का दावा है कि फरवरी 2018 में आयोजित पहले उप्र इन्वेस्टर्स समिट से लेकर अब तक कोरोनाकाल की चुनौतियों के बावजूद उप्र में 4 लाख करोड़ रुपए के 80 प्रतिशत से ज्यादा MOU धरातल पर उतर चुके हैं और दो करोड़ युवाओं को रोजगार मिल चुका है।

बोले तो, योगी सरकार ने प्रदेश के समावेशी विकास के साथ ही बुलडोजर सरकार के रूप में देश को कानून-व्यवस्था का जो रोड मैप दिया, उसी के फलस्वरूप आज लखनऊ में भव्य ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट साकार रूप ले रहा है। लोगों के मुंह पर है, लखनऊ चकाचक है, निवेश धकाधक है। बुलडोजर बाबा कभी सख्त दिखते हैं तो कभी करूणावतार। और अब तो सबसे बड़े शोमैन सीएम भी!

और ये भी गजबः

उप्र ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में विशिष्ट अतिथियों का स्वागत खास अंगवस्त्र से होगा। लखनऊ के परम्परागत चिकन वर्क से सजे ये अंगवस्त्र सिल्क, खादी और कोटा फ़ैब्रिक पर तैयार किए गए हैं। मशहूर फैशन डिज़ाइनर अस्मा हुसैन ने उनको डिज़ाइन किया है।

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अस्मा हुसैन के अनुसार, तिरंगे के रंगों से प्रेरित चिकनकारी में ‘तेपची’ स्टिच का प्रयोग किया गया है जिसकी विशेषता है कि दोनों ओर से देखने पर ये एक जैसे लगते हैं। डिजाइन में प्रतीक के रप में कमल की पंखुड़ी, अनार की कली, अंगूर के बेल, कैरी, मछली लिए गए है। इन अंगवस्त्रों के लिए चिकन वर्क का चयन उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर किया गया है।