मंदसौर के पुरातत्वविद डॉ पांडेय को मिला पद्मश्री डॉ वाकणकर सम्मान

विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में 18 करोड़ की लागत से बनेगा वाकणकर संग्रहालय - उच्च शिक्षामंत्री श्री यादव

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मंदसौर के पुरातत्वविद डॉ पांडेय को मिला पद्मश्री डॉ वाकणकर सम्मान

वरिष्ठ पत्रकार डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट

मंदसौर । इतिहास और पुरातात्विक महत्व के साथ मालवा अंचल को विश्व पटल पर स्थापित करने वाले विद्वान पद्मश्री डॉ विष्णु श्रीधर वाकणकर की स्मृति में स्थापित सम्मान मंदसौर के पुराविद एवं दशपुर प्राच्य शोध संस्थान निदेशक डॉ कैलाशचंद्र घनश्याम पांडेय को प्रदान किया गया

उज्जैन के विक्रम विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती सभागार में प्रदेश के उच्च शिक्षामंत्री डॉ मोहन यादव , श्री शेज़ल हिरानी सांस्कृतिक सलाहकार भारत सरकार , प्रख्यात पुरावेत्ता डॉ नारायण व्यास , डॉ अखिलेश कुमार पांडेय कुलपति विक्रम विश्वविद्यालय के हाथों डॉ पांडेय को सम्मानित किया गया ।

उज्जैन की प्राचीन भारतीय इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व अध्ययनशाला द्वारा इतिहास और पुरातत्व में उल्लेखनीय योगदान के लिये मंदसौर के डॉ पांडेय के साथ श्री प्रकाशे न्दू माथुर एवं डॉ हंसा व्यास होशंगाबाद को पद्मश्री डॉ विष्णु श्रीधर वाकणकर सम्मान प्रदान किया गया ।

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इस अवसर पर उच्च शिक्षामंत्री उज्जैन के विधायक डॉ मोहन यादव ने सम्मानित पुरावेत्ताओं की सराहना की और पद्मश्री डॉ वाकणकर के अतुलनीय कार्य और योगदान की प्रशंसा की । मंत्री डॉ यादव ने बताया कि विक्रम विश्वविद्यालय में प्रस्तावित 18 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले संग्रहालय का नाम पद्मश्री डॉ वाकणकर पर रखा जायेगा । इस राशि का बजट में प्रावधान किया गया है ।

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कुलपति डॉ पांडेय , श्री शेज़ल हिरानी ने संबोधित किया ।
विश्वविद्यालय के विभागाध्यक्ष डॉ प्रशांत पुराणिक ने सम्मानित पुराविदों
के कृतित्व और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला । सम्मान समारोह संयोजक डॉ विश्वजीत सिंह परमार ने आभार व्यक्त किया ।
उल्लेखनीय है कि मंदसौर के श्री कैलाशचंद्र पांडेय स्वयं पद्मश्री स्व. डॉ वाकणकर के शिष्य रहे और पुरातात्विक अभियानों में 1975 से 1980 के दौरान उनके निर्देशन में कार्य किया । तीन विषयों में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त श्री पांडेय को राष्ट्रपति एवं राज्यपाल द्वारा 1997 , 2000 एवं 2001 में सम्मानित किया गया है । शिक्षा विभाग में प्रिंसिपल से सेवानिवृत्त श्री पांडेय को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी विभिन्न अवसरों पर सम्मान मिला है । प्रबंधन संस्थान आईआईएम अहमदाबाद , विक्रम पुरस्कार स्वराज संस्थान , आगाखान इंटरनेशनल फाउंडेशन अवार्ड ने भी सम्मान प्रदान किया है ।

इंटरनेशनल आर्कियोलॉजी विशेषज्ञ ऑस्ट्रिया , यूनाइटेड किंगडम , स्पेन , जर्मनी , अमेरिका , हंगरी सहित के साथ शोध सहायक के रूप में दशकों से सेवाएं देते हुए श्री पांडेय ने हाल ही में मंदसौर के इतिहास और पुरातत्व पर केंद्रित संग्रह ” दिव्य दशपुर ” का लेखन प्रकाशन किया जिसका विमोचन 8 दिसंबर 22 को मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने किया और प्रशंसा करते हुए बधाई दी ।

मंदसौर के डॉ पांडेय को मिले प्रतिष्ठित पद्मश्री डॉ वाकणकर सम्मान पर अंचल की विभिन्न संस्थाओं जनपरिषद , दशपुर वैभव संगम , जिला पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद , सकल ब्राह्मण समाज , दशपुर जागृति संगठन भारत विकास परिषद के साथ जनप्रतिनिधियों , साहित्यकारों गणमान्यजनों ने बधाई देते हुए मंदसौर का गौरव बढ़ाने की प्रशंसा की है ।