मां की तपस्या, बेटी की प्रतिभा से दिवंगत पिता का सपना हुआ साकार

छतरपुर की काजल नायक ने सिविल जज परीक्षा में पायी 18वीं रैंक

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मां की तपस्या, बेटी की प्रतिभा से दिवंगत पिता का सपना हुआ साकार

राजेश चौरसिया

छतरपुर: छतरपुर की काजल नायक ने सिविल जज परीक्षा में 18वीं रैंक हासिल कर घर परिवार नगर जिले का नाम रोशन किया है। शहर की चौबे कॉलोनी निवासी वंदना नायक ने बताया कि करीब 5 वर्ष पूर्व उनके पति बृजेन्द्र कुमार नायक का आकस्मिक निधन हो गया था। उनके पति की इच्छा थी कि उनकी बेटी सिविल जज बने और अपने पिता की इच्छा पूरी करने के लिए उनकी बेटी काजल नायक ने जीवन की समस्याओं से संघर्ष करते हुए दिन-रात मेहनत कर पहले ही प्रयास में मध्यप्रदेश सिविल जज की परीक्षा में 18वीं रैंक हासिल की है।

काजल की इस उपलब्धि पर उनकी मां वंदना नायक बेहद खुश हैं और उन्हें बड़ी संख्या में शुभकामना संदेश मिल रहे हैं।

आर्थिक तंगी से जूझता रहा परिवार लेकिन बेटी ने सच कर दिया सपना..

वंदना नायक बताती हैं कि पति का निधन हो जाने के बाद उनके परिवार को आर्थिक तंगी से जूझना पड़ा और एक समय ऐसा भी आया जब काजल के सामने पढ़ाई छोडऩे की स्थिति निर्मित हो गई लेकिन इसके बाद उन्होंने बेटी का हौसला बढ़ाया और एक निजी स्कूल में बतौर शिक्षक काम करते हुए बेटी काजल को इंदौर भेजकर परीक्षा की तैयारी कराई।

नायक बताती हैं कि जिस रात उन्हें इस बात की जानकारी मिली कि काजल का चयन सिविल जज के रूप में हो गया है, उस रात उन्हें नींद नहीं आई और कई बार अपने पति के सपने को याद कर वे भावुक हुईं।

बचपन से होनहार हैं काजल..

नायक परिवार के करीबी पोस्ट ऑफिस के अधिकारी मनोज सिंह बताते हैं कि वे काजल को बचपन से जानते हैं। वह बचपन से ही मेधावी छात्रा रही है। उन्होंने कहा कि पिता के जाने के बाद काजल कुछ समय विचलित रही लेकिन इसके बाद काजल की मां ने उसका हौसल बढ़ाया और पिता का सपना पूरा करने के लिए कहा। इसके बाद काजल ने बेतहाशा मेहनत की आज यह सफलता हासिल कर न केवल अपनी मां, बल्कि पूरे शहर को गौरवान्वित किया है। मनोज सिंह ने वीडियो कॉल के माध्यम से काजल से बात की और उसे शुभकामनाएं दीं हैं।