Kailaras Sugar Factory Will Start Again:12 साल से बंद पड़ा कैलारस शक्कर कारखाना फिर शुरु होगा

केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री गडकरी ने सीएम शिवराज को लिखा पत्र, बंद कारखानें को पुनर्जीवित करें

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Kailaras Sugar Factory Will Start Again:12 साल से बंद पड़ा कैलारस शक्कर कारखाना फिर शुरु होगा

भोपाल:मुरैना जिले में वर्ष 2010-11 से बंद पड़ा कैलारस सहकारी शक्कर कारखाना फिर पुनर्जीवित किया जाएगा। केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर इसे फिर से शुरु करने के लिए कार्यवाही करने को कहा है।

उन्होंने सीएम को बताया है कि किसानों का समूह मध्यांचल किसान उद्योग लिमिटेड के जरिए इसे शुरु करने का इच्छुक है।

गडकरी ने सीएम को पत्र लिखकर कहा है कि मप्र के मुरैना के कैलारस सहकारी शक्कर कारखाने में उत्पादन प्रारंभ करने के लिए मध्यांचल किसान उद्योग लिमिटेड के प्रबंध संचालक एमडी पाराशर ने उन्हें आवेदन भेजा है। देश के अनेक राज्यों में बंद हुए शक्कर कारखानों को शक्कर के साथ ही इथेनॉल, बायोगैस, बायो फर्टिलाईजर जैसे उत्पादों के लिए पुन: शुरु करने के प्रयास सफल होते जा रहे है।इससे प्रेरणा लेकर मुरैना के किसानों तथा व्यवसाईयों द्वारा वर्ष 2010-11 से बंद प्रदेश के प्रथम सहकारी शक्कर कारखाने को फिर से शुरु करने के लिए इस कंपनी का गठन किया है। कंपनी में पर्याप्त निवेश के प्रस्ताव है। एक्सिस बैंक ने पचास करोड़ की ऋण स्वीकृति की सहमति भी दी है। गडकरी ने मुख्यमंत्री को लिखा है कि किसानों के समूह से उनकी चर्चा हो चुकी है। इस कारखाने की स्कै्रप में बेची जाने वाली मशीनों को उत्पादन में प्रयोग हेतु उच्चतम बोली में क्रय करने, शेष संसाधनों को लीज व विक्रय में किसी भी प्रकार से देने के बारे में प्रस्ताव दिया गया लेकिन इभी तक इस विषय पर आगे की कार्यवाही नहीं हो पाई है।

केन्द्रीय मंत्री ने सीएम से कहा है कि इस पुनर्जीवन प्रस्ताव के बारे में आप स्वयं सकारात्मक है, इसकी जानकारी उन्हें दी गई है। अगर समय पर इस विषय की कार्यवाही आगे बढ़े और पूरी हो जाए तो सभी हितधारकों को लाभ मिलेगा। उन्होंने सीएम से अनुरोध किया है कि कैलारस स्थित सहकारी शक्कर कारखाने के पुनर्जीवन के बारे में रुकी हुई प्रक्रिया को गति देने के यथाशीघ्र उचित निर्देश दिए जाएं।

*स्क्रैप बिक्री निरस्त कर पुनर्जीवित करने का है प्रस्ताव-* 

मध्यांचल किसान उद्योग लिमिटेड के प्रबंध संचालक एमडी पाराशर ने प्रमुख सचिव सहकारिता को इस कारखाने के स्क्रैप को विक्रय करने और पुनर्जीवित करने का प्रस्ताव दिया था। इस पर विक्रय की स्वीकृति को स्थगित किया गया है। लोक सम्पत्ति प्रबंधन विभाग विक्रय की कार्यवाही भी निरस्त कर चुका ळै। एमएसएमई को भी प्रस्ताव भेजा गया था उनका परामर्श आ चुका है लेकिन सहकारिता विभाग में यह प्रस्ताव लंबित है। लोनिवि मंत्री गोपाल भार्गव को भी इस कारखाने में पुनर्उत्पादन प्रारंभ करने का प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। दो सौ युवकों ने यहां स्वेच्छा से अवैतनिक काम करने का संकल्प भी लिया है। अस्सी गांवों के तीन हजार किसानों से छह हजार एकड़ मं गन्ना उत्पादन के लिए एक प्रस्ताव भी हस्ताक्षरित कराया जा चुका है।बुआई सीजन शुरु हो चुका है इसलिए शासन तुरंत इस पर कार्यवाही शुरु करे ताकि कारखाने की मशीनों का परीक्षण कर प्रोजैक्ट रिपोर्ट बनाई जा सके। इससे काफी लोगों को रोजगार मिलेगा।