राष्ट्रीय संत डॉक्टर मिथिलेश नागर जी के सानिध्य में 109 लोगों ने किया रक्तदान
Ratlam:जिले के गांव सरसी में रक्तदान शिविर संपन्न हुआ। शिविर चुल तेरस महोत्सव समिति द्वारा आयोजित किया गया।रक्तदान शिविर में सर्वप्रथम राष्ट्रीय संत डॉक्टर मिथिलेश नागर जी ने सरसी नरेश बालाजी के चित्र पर माल्यार्पण,पूजन अर्चन व दीप प्रज्वलन किया। इस अवसर पर मानव सेवा समिति के अध्यक्ष मोहनलाल पाटीदार,पूर्व ब्लड बैंक प्रभारी गोविंद काकानी,डॉक्टर राजीव दशोत्तर,पूर्व मंडी अध्यक्ष धीरज सिंह सरसी,सरपंच प्रतिनिधि जगदीश गरगामा,जनपद सदस्य कैलाश मालवीय एवं कार्यक्रम प्रभारी कन्हैया लाल सोमत्रा उपस्थित रहें।राष्ट्रीय संत पूज्य डॉक्टर मिथिलेश नागर जी ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा कि प्रत्येक मनुष्य को रक्तदान का पुनीत कार्य करना चाहिए, उन्होंने कहा कि मैं स्वयं भी आज छठवीं बार रक्तदान करने जा रहा हूं,मानवता की सेवा के लिए यह सबसे अच्छा परोपकारी और पुण्य कार्य हैं।समाजसेवी गोविंद काकानी ने कहा की सर्वप्रथम गुरु एवं उनके 108 अनन्य भक्तों ने मिलकर कुल 109 यूनिट रक्तदान किया जो अनुकरणीय हैं।इस रक्तदान से विशेषकर थैलेसीमिया,सिकल सेल के नन्हें बच्चों को जीवनदान मिलता हैं।इसी प्रकार नेत्रदान,अंगदान एवं देहदान के बारे में भी विस्तृत जानकारी ग्राम वासियों को दी।
कार्यक्रम को सरपंच प्रतिनिधि, पूर्व मंडी अध्यक्ष,जनपद सदस्य आदि ने भी संबोधित किया।
रक्तदान में डॉ पंकज धाकड़ के साथ परिवार के सुदर्शन,विनोद, संगीता बाई,पवन,रवि,पूजा, राहुल एवं लीलाबाई समेत 9 परिवारजनों एवं एक और आयोजक परिवार के कन्हैया लाल सोमत्रा,राजेश,कुणाल, कन्हैयालाल आटोलिया,गायत्री, सरिता,दिव्यांग ललिता अटोलिया उनकी सुपुत्री सुभद्रा सहित 8 सदस्यों ने एक साथ रक्तदान किया।3 घंटे चलें रक्तदान शिविर में 6 टेबल पर बिना रुके नवयुवकों और मातृशक्तियों का जोश उमंग से भरा दृश्य देखते ही बनता था।
शिविर के अंत में सभी रक्त दाताओं को मानव सेवा समिति की और से डॉक्टर राजीव दशोत्तर,कांतिलाल वशिष्ठ, महावीर जैन एवं रविन्द्र बख्शी द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।