Collector Reached Sardarpur : जमीन पर बैठकर कलेक्टर ने महिलाओं को लाडली बहना के बारे में बताया!

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Collector Reached Sardarpur : जमीन पर बैठकर कलेक्टर ने महिलाओं को लाडली बहना के बारे में बताया!

धार से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट

Sardarpur (Dhar) : कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने आज सरदारपुर तहसील का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने भोपावर, रूपारेल, खरेली में मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के शिविरों का निरीक्षण किया। साथ ही हातोद औद्योगिक क्षेत्र मे पहुंचकर निर्माणाधीन क्राफ्ट पेपर मिल का निरीक्षण कर जानकारी ली।

मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के शिविर में खरेली में कियोस्क संचालक एवं मोबिलाइजर से योजना में ई-केवाईसी की प्रक्रिया समझी। साथ ही कलेक्टर ने मोबिलाइजर से पूछा की उन्हे पता नही कि योजना का फॉर्म किस तरह भरा जाता है बताएं? मोबिबालाइजर ने कलेक्टर को पूरी प्रक्रिया आनलाईन करके बताई। वही खरेली मे कलेक्टर मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के शिविर मे पहुंचे। यहां मकान के बाहर बरामदे मे शिविर के माध्यम से बहनों के फार्म भरे जा रहे थे।
खरेली मे कलेक्टर आम व्यक्ति की तरह बरामदे मे चटाई पर बैठ गए वही एसडीएम राहुल चौहान भी उनके साथ जमीन पर बैठे। कलेक्टर ने बहनों से वार्तालाप कर योजना के बारे में बताया और कहा कि यदि आपका संयुक्त खाता हो, तो एक नया खाता स्वयं उनके नाम से ही खुलवाए। साथ ही बैंक मे जाकर उसे आधार से लिंक करवाए। कलेक्टर ने उपस्थित महिलाओं को कहा की ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी तरह निःशुल्क है। उन्होंने पूछा कि उनसे किसी ने पैसे तो नही लिए, तो महिलाओं ने बताया कि नही कोई पैसा नहीं लिया।

वही कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने एसडीएम राहुल चौहान को निर्देश देते हुए कहा कि जनपद पंचायत को साथ मे लेकर तहसील क्षेत्र का भ्रमण करे जहा पर लाडली बहना योजना के शिवीर संचालित हो रहे है वहा पर कोई कमी हो तो उसे दुरुस्त करे तथा आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करे।

कलेक्टर ने हातोद औद्योगिक क्षेत्र मे निर्माणाधीन पेपर मिल का भी निरीक्षण किया तथा कंपनियों के अधिकारियों से पुरी जानकारी ली कब तक यह प्रारंभ होगी तथा इससे क्षेत्र के कितने लोगो को रोजगार मिलेगा। कलेक्टर ने यह भी पूछा की सरदारपुर तहसील मे आजीविका मिशन की महिलाओं को इससे कैसे जोड़ा जा सकता है। उन्होंने एसडीएम को निर्देश दिये कि उद्योग आरंभ होने के बाद यहां पर जरूरी पानी की आपुर्ति किस प्रकार होगी इसके लिए पीएचई विभाग से समन्वय बनाकर योजना बनाये।