बेशकीमती शासकीय भूमि पर भू-माफिया का कब्जा

अब तक करोड़ों की जमीन बेची, प्रशासन बना मूकदर्शक

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बेशकीमती शासकीय भूमि पर भू-माफिया का कब्जा

राजेश चौरसिया की रिपोर्ट 

छतरपुर: जिले के बड़ामलहरा में राजस्व के शासकीय रिकॉर्ड में हेराफेरी कर नगर की सरकारी जमीनों को बड़े पैमाने पर भूमाफियाओं के नाम करने की खबरें आये दिन आती रहती है। जिन पर अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है। ऐसा ही एक और मामला सामने आया है, जिसमें एक भू-माफिया ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर अब तक करोड़ों रूपए की जमीन बेच डाली है और इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी मूक दर्शक बने हुए हैं।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक नगर के वार्ड क्रमांक 1 में रामबाग आश्रम के बगल में नेशनल हाईवे 86 से लगी बेशकीमती जमीन को भू-माफिया द्वारा कई वर्षों से प्लाटिंग कर बेचा जा रहा है। इस जमीन पर करीब एक दर्जन से अधिक एक और दो मंजिला मकान तक बन गए हैं। भूमि का खसरा नंबर 2442/14 है, जो कि शासकीय रिकॉर्ड में मध्यप्रदेश शासन की भूमि के रूप में दर्ज है और कृषि उपज मंडी के लिए आवंटित है। भू-माफिया ने उक्त भूमि को पैत्रिक भूमि बताकर प्लाटिंग की है। भू-माफिया की पैत्रिक भूमि का खसरा नंबर 2442 है जो कि शासकीय भूमि में बन चुके मकानों के पीछे है तथा नेशनल हाईवे से दो जरीब यानी कि 132 फिट दूर है। भू-माफिया ने क्रेताओं के साथ धोखाधड़ी करते हुए खसरा नंबर 2442 के स्थान पर 2442/14 की शासकीय भूमि बेच दी है।

● इनका कहना..

रामबाग आश्रम के बगल की भूमि शासकीय है, तथा शासकीय रिकॉर्ड में कृषि उपज मंडी के लिए आरक्षित है। इस जमीन पर जो मकान बने हैं वह अतिक्रमण हैं और शीघ्र ही उनकी सूची बनाकर नोटिस जारी किए जाएंगे। अतिक्रमणकारी जिस व्यक्ति से जमीन खरीदना बता रहे हैं, उसकी जमीन मुख्य मार्ग से दो जरीब पीछे है, नियमानुसार कार्यवाही होगी।

-त्रिलोक सिंह पोषाम (तहसीलदार, बड़ामलहरा)