अपनी भाषा अपना विज्ञान: भली भली सी उल्टी गंगा

भली भली सी उल्टी गंगा

क्लीवलैंड, ओहायो, संयुक्त राज्य अमेरिका के यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में एक मरीज और डॉक्टर के बीच काल्पनिक संवाद.

[नाम बदल दिए गए है]

हरीश सेन:​ डॉक्टर मेरे पैरों का दर्द कम नहीं हो रहा है। आपकी दी दवाइयाँ नियमित खा रहा हूँ। मुश्किल से एक फर्लांग चल पाता हूँ। पाँव जवाब दे जाते है। असहनीय पीड़ा और जलन होने लगती है। कुछ और करिये न। बैठा रहूँ तो ही आराम है।

डॉ. जोसेफ: ​i am sorry to hear that. आपने स्मोकिंग छोड़ दिया?

हरीश सेन:​ जी छोड़ दिया। छ: माह पहले।

डॉ. जोसेफ:​ आपकी बिमारी का नाम एक बार फिर बताता हूँ – Thrmbo Angitis Obliteranse.
थ्रोम्बो का मतलब है खून का थक्का या क्लॉट। एंजिआइटीस अर्थात खून की नलियों में इन्फ्लेमेशन या प्रदाह। आब्लीटरान्स का अर्थ है – अवरुद्ध होना। पहले इसे “बर्जर रोग” भी कहते थे।

हरीश सेन:​ नाम चाहे जो हो मुझे ठीक होता है।

डॉ. जोसेफ:​ एक अच्छी खबर है । हमारे अस्पताल में और साथ साथ अमेरिका छ: अन्य प्रतिष्ठित अकादमिक अस्पतालों में शल्य क्रिया की एक नई विधि पर शोध अध्ययन शुरू हुआ है। मैं चाहूँगा कि आप इस रिसर्च में भाग लेवे। आपके पैरों की खून की नलियों का ऑपरेशन होगा।

हरीश सेन:​ आपने पहले कहा था कि मेरा ऑपरेशन नहीं हो सकता । शरीर के किसी अन्य भाग से आर्टरी (धमनी) काट कर मेरे पैरों में लगाने के लये कोई साबुत धमनियां बची ही नहीं है जिनसे नए ग्राफ्ट को जोड़ा जा सके।

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डॉ. जोसेफ: ​मुझे पता है। तभी तो आपको इस अध्ययन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। नई विधि में आपकी स्वस्थ धमनि (Artery) को आपके उसी पाँव की शिरा (Vein) से जोड़ा जाएगा।

हरीश सेन:​ मैंने कॉलेज की बायोलॉजी क्लास में पढ़ा था कि आर्टरी और वेंस की रचना और कार्य एक दूसरे के विपरीत होते हैं। धमनिया (Artery) मोटी मस्क्युलर दीवाल वाली होती है, उनमें शुद्ध ऑक्सीजन युक्त रक्त ह्रदय से निकलकर शरीर के तमाम अंगों और ऊतकों तक पहुंचाया जाता है। शिराएं (Veins) पतली होती है जिनमें विभिन्न अंगों से प्राप्त वह खून जिसमें ऑक्सीजन कम हो गई है, पुनः ह्रदय और फेफड़ों तक लौटाया जाता है।

डॉ. जोसेफ:​ सही याद है आपको। ऑपरेशन के बाद आपके पांव की कुछ शिराएं, धमनियों के रूप में परिवर्तित हो जाएंगी और उम्मीद है कि पांव को पर्याप्त मात्रा में शुद्ध ऑक्सीजन युक्त रक्त मिलने लगेगा।

हरीश सेन:​ मतलब यह कि आप उल्टी गंगा बहाएंगे।

डॉ. जोसेफ:​What is उल्टी गंगा?

हरीश सेन:​ Reverse Ganges। हमारे यहां हिंदी में कहावत है। Ganges को हम गंगा कहते हैं।

डॉ. जोसेफ: मजेदार उपमा दी है आपने।

श्री हरीश सहित 105 मरीजों ने अध्ययन में भाग लिया। उनकी औसत उम्र 70 वर्ष थी। छह माह बाद परिणामों का आकलन किया गया। पांव काटने की नौबत कम लोगों में पड़ी। पांव के घाव जल्दी भर गए। कोई अप्रत्याशित दुष्प्रभाव नहीं देखे गए।

शिराओं का धमनीकरण पहले भी देखा गया है। डायलिसिस वाले मरीजों में कलाई के समीप ऑपरेशन करके धमनी और शिरा के मध्य एक शंट बनाया जाता है ताकि वहां बार-बार मोटी निडिल/ कैथेटर धसाएं जा सके। उच्च दबाव के साथ जब रक्त शिराओं में बहने लगता है तो कुछ ही सप्ताहों में उनकी एनाटॉमी बदल जाती है। वे आर्टरी जैसी बन जाती है।

उल्टी गंगा बहाने का आईडिया सूझना और उसे सफलता के साथ फलीभूत करना विज्ञान का विशेष गुण है। कुछ लोग यह देखकर असहज हो जाते हैं। उन्हें लगता है कि इंसान को प्रकृति के विरुद्ध नहीं जाना चाहिए। Man Should Not Play God. मनुष्य को भगवान की भूमिका वाली लीलाएं नहीं करना चाहिए। रूढ़िवादी लोगों को बड़े बड़े परिवर्तन अच्छे नहीं लगते। जल्दी जल्दी होने वाले परिवर्तन अच्छे नहीं लगते। जैसा चल रहा है, वैसा ही चलता रहे इसी में शांति मिलती है।

बायो लॉजिकल विकास की अप्रतिम गाथा में जब होमो सेपियंस का आविर्भाव हुआ, उसी समय से तय हो गया था कि यह स्पीशीज कुछ ऐसा नया करना शुरू करेगी जो इसके पहले की किसी प्रजाति ने नहीं किया। आग को घरेलू बनाया। पशुओं को घरेलू बनाया। अनाजों व भोज्य पदार्थों को घरेलू बनाया। क्या यह सब उल्टी गंगा बहाने के उदाहरण नहीं थे? यह सब अपने आप होता है। इंसान की फितरत ही ऐसी है। कोई राजा या प्रधानमंत्री या मंत्रिमंडल या अधिकारी या तथाकथित निहित स्वार्थ वाला कोई समूह यह नहीं करवाता है।

जेनेटिक इंजीनियरिंग द्वारा पौधों, भोज्य पदार्थों, प्राणियों की स्पीशीज में परिवर्तन के प्रयासों को लेकर अनेक विचारक चिंताएं व्यक्त करते हैं। वे कुछ हद तक वाजिब है। लेकिन मुझे नहीं लगता कि उन्हें लंबे समय तक रोका जा सकेगा।

स्वयं प्रकृति उल्टी गंगा के सिद्धांत का उपयोग करती है। पहले माना जाता था कि डीएनए का अणु RNA मॉलिक्यूल बना सकता है लेकिन यह प्रक्रिया उलटी दिशा में नहीं हो सकती। एचआईवी एड्स वायरस पर 1980-90 के दशक में शोध के फल स्वरुप रिवर्स ट्रांसक्रिप्टेज नामक एंजाइम के कार्यकलापों के बारे में समझ बढ़ी। यह पाया गया कि RNA की प्रतिकृति के रूप में डीएनए का संश्लेषण संभव है। नेचर में यदि मैटर (पदार्थ) हैं तो एंटी मैटर भी हैं जो ब्लैक होल के रूप में रहता है। जन्म जन्मांतर का चक्र न केवल प्राणियों पर बल्कि तारों और निहारिकाओ पर भी लागू होता है। अब किसी चक्र में क्या तो क्लाकवाइज और क्या एंटीक्लाकवाइज । कौन सी नदी सीधी बह रही है और कौन सी उल्टी।
नजर नजर का फेर है।

मुद्दे की बात है इंसान का भला होना चाहिए।
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स्त्रोत ( संदर्भ)
Shishehbor MH, Powell RJ, Montero-Baker MF, Dua A, Martínez-Trabal JL, Bunte MC, Lee AC, Mugglin AS, Mills JL, Farber A, Clair DG.
Transcatheter Arterialization of Deep Veins in Chronic Limb-Threatening Ischemia.
New England Journal of Medicine.