CM चौहान ग्राम साली टांडा में गायत्री दीप महायज्ञ एवं 24 कुंडीय गायत्री यज्ञ में हुए शामिल
Badwani (MP) भक्ति में विशेष शक्ति होती है और वह शक्ति, हमें सकारात्मक ऊर्जा प्रदान कर ऊर्जावान होकर कार्य करने के लिए प्रेरित करती है। मनुष्य अपने व्यस्ततम जीवन में से कुछ समय निकालकर अपने अंतर्मन की आवाज को भी सुने। अंतर्मन की आवाज सुनने के लिए योग साधना एवं ध्यान का सहारा लिया जा सकता है। ध्यान करने से जहां हमारे अंदर सकारात्मक ऊर्जा आती है वहीं हम दूसरों के लिए कुछ विशेष कार्य करने के लिए भी प्रेरित होते हैं। अगर हम मनुष्य जीवन में आए हैं तो दूसरों के लिए ऐसा कुछ कर जाएं जो हमारे जाने के बाद भी याद रहे।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज चौहान ने उक्त बातें गुरुवार को बड़वानी जिले के ग्राम साली टांडा में आयोजित गायत्री महायज्ञ एवं 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के शुभारंभ अवसर पर कहीं। इस दौरान मुख्यमंत्री जी ने बताया कि उन्होंने परम पूज्य गुरूदेव श्रीराम शर्मा आचार्य जी से दीक्षा प्राप्त की है। और वे उन्ही के बताये हुए मार्ग पर चलकर प्रदेश की जनता के लिए कार्य कर रहे हैं। गुरूदेव से उन्हें विशेष कार्य करने के लिए प्रेरणा एवं ऊर्जा मिलती है।
मुख्यमंत्री जी ने सर्वप्रथम ग्राम सालीटांडा में गायत्री परिवार के संस्थापक श्री डेमनिया भाई की समाधि पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम के दौरान डेमनिया भाई की पत्नी श्रीमती कुमायड़ी दीदी एवं रूपसिंग बाबा का भी सम्मान किया। वहीं मुख्यमंत्री जी ने प्रखर प्रज्ञा एवं सजल श्रद्धा पर शीश नवाकर पूज्य गुरूदेव एवं परम वंदनीय माताजी को भी नमन किया। इसके पश्चात् माता गायत्री के मंदिर में दर्शन एवं पूजन अर्चन भी किया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री जी ने गायत्री परिवार द्वारा ग्राम साली टांडा सहित आसपास के कई ग्रामों में हुए व्यसन मुक्ति के तहत किए गए प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने बेटी बचाओ अभियान के तहत जनजातीय भाइयों को प्रणाम किया कि जो बेटा एवं बेटी में भेदभाव नहीं करते हैं।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री जी ने क्षेत्रवासियों की मांग पर मंच से यह कहा कि डेमनिया भाई की समाधि पर उनके परिवार के व्यक्ति स्मारक बनाने या सामुदायिक भवन बनाने के लिए जो भी निर्णय लेंगे, वह निर्णय सर्वमान्य होकर पूर्ण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने दीप प्रज्वलित कर दीप महायज्ञ की शुरुआत की
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री जी एवं देव संस्कृति विश्व विद्यालय के कुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या ने दीप प्रज्वलित कर दीप महायज्ञ की शुरूआत की। इस दौरान महिला के द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए मशाल भी जलाई गई।
नर्मदा जल को किया नमन
कार्यक्रम के दौरान देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या ने मुख्यमंत्री जी को मां नर्मदा का जल भेंट किया, जिसे मुख्यमंत्री जी ने अपने हाथों में लेकर नमन भी किया। साथ ही मुख्यमंत्री जी को रुद्राक्ष की माला, गुरुदेव जी द्वारा बनाया गया माता गायत्री का चित्र, डेमनिया बाबा एवं गुरुदेव का संयुक्त चित्र तथा जनजातीय संस्कृति की पहचान तीर धनुष भी भेंट किया।
शांतिकुंज वीडियो का किया लोकार्पण
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री जी एवं डॉ. पण्ड्या ने शांतिकुंज वीडियो, यूट्यूब चैनल, गुरूदेव के द्वारा लिखित पुस्तकों को डिजिटल संग्रहण एवं बच्चों के लिए बनाये गये विशेष डिजिटल संस्करण का भी लोकार्पण किया। इस दौरान डॉ. पण्ड्या ने बताया कि शांतिकुंज हरिद्वार द्वारा बनाये गये यह वीडियो सोशल प्लेटफार्म पर उपलब्ध है। कोई भी व्यक्ति इस चेनल को सब्सक्राइब करके शांतिकुंज के साहित्य एवं वीडियो से जुड़ सकता है।
कार्यक्रम के दौरान देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या ने सर्वप्रथम गायत्री महामंत्र का उच्चारण कर इस मंत्र का महत्व बताया। साथ ही उन्होंने बताया कि इंसान मनुष्य के अंदर होते है जो कि साधना से मिलते है। हमे अपने अंदर की शक्तियों को पहचान कर उनका सही उपयोग करना चाहिए। उन्होने छोटी-छोटी कहानियों के माध्यम से भक्ति की शक्ति के बारे में भी बताया।
कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेरसिंह सोलंकी, लोकसभा सांसद श्री गजेन्द्रसिंह पटेल, इंदौर संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, कलेक्टर डॉ. राहुल फटिंग सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।