हरदा जिले की अजनाल नदी में नहाने के दौरान 3 किशोर की डूबने से मौत

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हरदा जिले की अजनाल नदी में नहाने के दौरान 3 किशोर की डूबने से मौत

 घटना हरदा जिले की है। दोपहर 12 बजे यहां अजनाल नदी में नहाने के दौरान 3 किशोर की डूबने से मौत हो गई। हरदा SDOP अर्चना शर्मा ने बताया, तीनों की पहचान सोनू पिता लखनलाल बघेल, तिलक पिता दिनेश चौरे, मोहित पिता विजय बामने के रूप में हुई है। उम्र 14 से 15 साल के बीच है। तीनों छीपाबड़ थाना इलाके के हिवाला गांव के रहने वाले थे। हरदा में कैटरिंग का काम करने आते थे। एक बच्चे सोनू के पिता लखनलाल बघेल ने बताया, शनिवार शाम तीनों गांव हिवाला से बस से कैटरिंग का काम करने हरदा आए थे।

तैरना नहीं जानते थे, एक-दूसरे को बचाने में डूब गए
शहर के कुछ वार्डों में पानी की सप्लाई बिरजाखेड़ी पंप हाउस से की जाती है। गर्मियों के दिनों में जलस्तर गिरने के चलते हर साल नगर पालिक द्वारा गर्मी के दिनों में स्टाप डेम पर पानी को रोका जाता है। जिसके चलते जलस्तर बढ़ जाता है। बताया जा रहा कि तीनों मृतकों को तैरना नहीं आता था। अजनाल नदी में रोके गए पानी के कारण गहरे पानी मे जाने के दौरान एक-दूसरे को बचाने के चक्कर मे तीनों दोस्तों की डूबने से मौत हो गई।

तीनों दोस्त सोनू बघेल, तिलक चौरे और मोहित बामने छीपाबड़ थाना क्षेत्र के ग्राम हिवाला के रहने वाले थे। वे हरदा कैटरिंग का काम करने आए थे।
तीनों दोस्त सोनू बघेल, तिलक चौरे और मोहित बामने छीपाबड़ थाना क्षेत्र के ग्राम हिवाला के रहने वाले थे। वे हरदा कैटरिंग का काम करने आए थे।

कैटरिंग का काम करने आए थे हरदा

हरदा एसडीओपी अर्चना शर्मा ने बताया कि तीनों की पहचान किशोर सोनू पिता लखनलाल बघेल, तिलक पिता दिनेश चौरे, मोहित पिता विजय बामने के रूप में हुई है। उम्र करीब 14 से 15 साल है। ये तीनों छीपाबड़ थाना क्षेत्र के ग्राम हिवाला के रहने वाले थे। वे हरदा कैटरिंग का काम करने आते थे। परिजनों के आने के बाद मर्ग कायम कर पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा।

शनिवार शाम को आए थे हरदा
एक बच्चे के पिता लखनलाल बघेल ने बताया कि शनिवार शाम को हमारे तीनों गांव हिवाला से बस में सवार होकर कैटरिंग का काम करने हरदा आए थे। इसके बाद हमें कोई जानकारी नहीं है। आज पता चला कि तीनों की डूबने से मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक सोनू दो भाईयों में सबसे बड़ा था। छोटा भाई 5 साल का है। जबकि मोहित भी दो भाईयों में सबसे छोटा था। मोहित के पिता विजय बामने जिले में लगने वाले साप्ताहिक बाजार में चप्पल-जूते बेचने का काम करते है .घटना की सूचना पर पहुंचे होमगार्ड और एसडीआरएफ की टीम ने तीनों को बाहर निकाला।

गांव के 15 से बीस लड़के करते हैं कैटरिंग पर काम
मृतक मोहित के बड़े भाई महेंद्र ने बताया कि मेरे गांव के 15-20 लड़के गर्मियों में स्कूलों की छुट्टी होने और परिवार के सदस्यों को आर्थिक सहयोग करने के लिए कैटरिंग पर काम करने जाते हैं। छोटे भाई को कल काम करने पर जाने से मना किया था लेकिन वह नहीं माना और शाम को बस से हरदा आ गए। रात में कैटरिंग पर काम करने के बाद घर जाने से पहले नहाने ओर कपड़े धोने के लिए नदी पर गए होंगे। इस दौरान यह हादसा हो गया। मोहित ने नवमी की परीक्षा दी थी। वह मादला की सरकारी स्कूल में पढ़ता था। जबकि तिलक ने भी खिरकिया की हॉस्टल में रहकर नवमीं की परीक्षा दी थी। घटना के बाद तीनों मृतकों के परिजन सदमे है। वहीं एक ही गांव में हुई तीन युवाओं की मौत से पूरे गांव में मातम छा गया है। जिला अस्पताल में तीनों का पीएम कर रविवार शाम को गांव में ही तीनों का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

मोबाइल बिल में लिखा दुकान का पता

नदी में नहाने के दौरान सूचना मिलने पर खेड़ीपुरा निवासी राजेश कहार सहित अन्य युवकों ने नदी के पानी में युवकों की तलाश शुरू की है। जिसमें एक के बाद एक तीन बालकों को राजेश ओर उसके साथियों ने पानी से बाहर निकाला। जिसमें 2 बालकों को सिविल लाइन थाना पुलिस के आरक्षक ने अपनी वाहन से अस्पताल पहुंचाया। जबकि तीसरे को पानी से बाहर निकालने के बाद एसडीईआरएफ की टीम जिला अस्पताल लेकर आई। होमगार्ड की प्लाटून कमांडर रक्षा राजपूत का कहना है कि उन्हें आम लोगों से तीन लड़कों के अजनाल नदी में डूबने की सूचना मिली थी। जिसके बाद टीम मौके पर पहुंची थी।

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