Ratlam MP: सनसनीखेज ट्रिपल मर्डर का महज 24 घंटे में खुलासा, चाचा 1 महिला सहित 6 आरोपी गिरफ्तार

जमीं के जरा से टुकड़े और पानी के विवाद ने 3 जिंदगियों को लील लिया

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रतलाम से रमेश सोनी की रिपोर्ट

रतलाम: जिले के सैलाना थाने के ग्राम देवरुण्ड़ा में खेत के कुएँ में मिली तीन लाशों का खुलासा पुलिस ने घटना के 24 घंटों में कर दिया।

पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने बताया कि आरोपियों ने बड़ी निर्दयता से पहले लक्ष्मण के सिर पर लाठी से वार कर बेहोश कर दिया और फिर लक्ष्मण के बच्चों को जिस पानी की मशीन को सुधारने को लेकर वह खेत पर पहुंचे थे उस मशीन से बांधकर तीनों को कुएँ में फेंक दिया जिनकी दम घुटने से मौत हो गई।

बता दें कि लक्ष्मण की पत्नी बसंती बाई भाभर मजदूरी करने घर से बाहर गई थी। शाम को जब बसंती बाई घर पहुँची तब तक लक्ष्मण और उसके बेटों के वापस घर नहीं पहुँचने पर बसंती बाई ने अड़ोस-पड़ोस में बताया इस पर जिनकी खोज में परिवार व ग्रामीणों ने गांव के संभावित स्थानों पर तलाशा नहीं मिलने पर सभी लोग खेत पर तलाश करने पहुँचे तो कुएँ के पास जली मोटर नहीं दिखने पर परिवार के सदस्यों व ग्रामीणों द्वारा कुएँ में देखा तो कुछ संदिग्ध सा दिखाई देने पर ग्रामीणों ने थाना सैलाना पर सूचना दी। सूचना पर पुलिस द्वारा कुएँ में तलाश कर शवों को ग्रामीणों व गोताखोरों की मदद से बाहर निकाला तो लक्ष्मण भाभर, विशाल भाभर 13 और पुष्कर भाभर 8 वर्ष के शव मोटर की रस्सी से बंधे हुए देख सभी के होश उड़ गए। तब पुलिस ने मामले को पंजीबद्ध कर घटना की जांच प्रारम्भ की।

टीम का गठन

घटना में तीनों की मौत को संदिग्ध परिस्थितियों में देखकर गंभीरता से उच्च स्तरीय विवेचना, साक्ष्य संकलन एवं आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ इंद्रजीत बाकलवार के मार्गदर्शन में अनुविभागीय अधिकारी सैलाना संदीप निगवाल के निर्देशन में थाना प्रभारी सैलाना शिवमंगल सिंह सेंगर के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर मामला सौंपा।

पुलिस की कार्यवाही

पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम कराया जिसमें मृतक लक्ष्मण भाभर के सिर पर चोट होना पायी गयी व शवों के मिलने की परिस्थिति व घटना स्थल पर मिले साक्ष्यों के आधार पर घटना में मृतकों की हत्या किए जाना पाए जाने पर परिजनों एवं ग्रामीणों से पूछताछ करने पर यह बात सामने आई कि मृतक लक्ष्मण भाभर का ग्राम देवरुन्डा स्थित खेती की जमीन व कुएँ के खेत में पानी पिलाने की बात को लेकर मृतक के काका पूनमचंद उर्फ पुंजा भाभर एवं पड़ोसन रुपली खराड़ी, दिलीप उर्फ दीपू उर्फ दूलसिंह खराड़ी, फूलजी गामड़, कमलेश उर्फ कमल गामड़ से विवाद चला आ रहा था। इनका और मृतक लक्ष्मण से कुएँ में मोटर डालने की बात को लेकर धन तेरस के दिन भी विवाद हुआ था। इसी बात को लेकर शंका के आधार पर पुलिस ने 12 लोगों को राउंडअप कर कड़ी पूछताछ की। पूछताछ के आधार पर मृतक लक्ष्मण, विशाल, पुष्कर सभी कि हत्या कुएँ से खेत में पानी पिलाने एवं जमीन संबंधी रंजिश में मृतक लक्ष्मण भाभर के काका पुंजा उर्फ पूनमचंद पिता नागू जी भाभर निवासी नयाटापरा थाना सैलाना, रूपली पति रूपा खराड़ी, पीरू पिता रूपा खराड़ी, दिलीप उर्फ दीपू उर्फ दूलसिंह पिता रूपा खराड़ी, फूल जी पिता नान जी गामड़, कमलेश उर्फ कमल पिता फूलजी गामड़ सभी निवासी देवरूण्डा थाना सैलाना द्वारा मृतक लक्ष्मण भाभर के सिर में डंडे से चोट मारकर दोनों हाथ रस्सी से पानी की मोटर पंप के साथ बांधकर तथा मृतक के पुत्र विशाल के दोनों पांव व पुष्कर के कमर में रस्सी बांधकर पानी की मोटर (पम्प) से बांधकर सभी की हत्या करने की नीयत से खेत के कच्चे कुएँ में फेकना और कुएँ में पानी भरा होने से लक्ष्मण, विशाल व पुष्कर की मृत्यु हो गई। परिवारजनों की शंका और चश्मदीद गवाहों की मदद से पुलिस को गंभीर घटना का खुलासा हुआ।

मामले को लेकर आरोपियों के विरुद्ध थाना सैलाना में अपराध क्रमांक -362/21 धारा 302, 201, 34 भादवि में आरोपियों को गिरफ्तार किया।

गिरफ्तार आरोपी

पुंजा उर्फ पूनमचंद पिता नागू जी भाभर निवासी नया टापरा थाना सैलाना, रूपली पति रूपा खराड़ी निवासी देवरूण्ड़ा थाना सैलाना, पीरू पिता रूपा खराड़ी निवासी देवरूण्डा थाना सैलाना, दिलीप उर्फ दीपू उर्फ दूलसिंह पिता रूपा खराड़ी  निवासी देवरूण्डा थाना सैलाना, फुलजी पिता नानजी गामड़ निवासी देवरूण्डा थाना सैलाना, कमलेश उर्फ कमल पिता फूलजी गामड़ निवासी देवरूण्डा थाना सैलाना

दो आरोपी आदतन अपराधी होकर इन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं

आरोपी पुंजा उर्फ पूनमचंद पिता नागू जी भाभर निवासी नयाटापरा थाना सैलाना के विरुद्ध वर्ष 2019 में हत्या के प्रयास का प्रकरण पंजीबद्ध है।आरोपी फूलजी पिता नानजी गामड़ निवासी देवरूण्डाय थाना सैलाना में पंजीबद्ध गुंडा है, जिसके विरुद्ध थाना सैलाना में मारपीट व अन्य धाराओं में कुल 8 अपराध दर्ज हैं।

भूमि विवाद को लेकर पूर्व में पुलिस द्वारा बाण्डओवर की कार्यवाही की जा चुकी है एवं विवाद के समाधान हेतु प्रशासन की सहायता से विवादित भूमि की नप्ती की कार्यवाही की जा चुकी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए इस मामले को जघन्य व सनसनीखेज प्रकरण का दर्जा दिया है। आरोपियों के विरुद्ध वैज्ञानिक साक्ष्य संकलित करने हेतु प्रकरण में एफएसएल और सायबर की सहायता ली जा रही है, जिससे आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जा सके।

इनकी रही सराहनीय भूमिका

घटना के खुलासे में एफएसएल अधिकारी अतुल मित्तल, थाना प्रभारी सैलाना निरीक्षक एस.एम. सेंगर, उप निरीक्षक ध्यान सिंह सोलंकी, उप निरीक्षक के एल दायमा, एएसआई मुकुट सिंह यादव, प्रधान आरक्षक हेमंत जाट, आरक्षक दिलीप, आर.सतीश, आर.अनिल डोडियार की सराहनीय भूमिका रही।

देखिए वीडियो: क्या कह रहे हैं, एसपी गौरव तिवारी-