Dissatisfaction in BJP : कटनी में भाजपा के बड़े नेता बगावत की राह पर!
Katni : भाजपा के लिए विधानसभा चुनाव से पहले के हालात आसान नजर नहीं आ रहे। भाजपा में मची अंतर्कलह अब खुलकर सामने आ रही है। कटनी जिले के पूर्व भाजपा विधायकों ने सीनियर नेताओं की अनदेखी पर नाराजगी जताई। कुंवर ध्रुवप्रताप सिंह, सुकीर्ति जैन, गिरिराज पोद्दार और अलका जैन सभी ने एक साथ इसके पीछे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा को दोषी बताया है।
भाजपा को लेकर मतभेद का असर सिर्फ पूर्व विधायकों में नहीं, कार्यकर्ताओं में भी दिखाई दे रहा है। जिसका फायदा कांग्रेस उठा रही है। भाजपा युवा मोर्चा के कई नेताओं ने युवक कांग्रेस अध्यक्ष अंशु मिश्रा के जरिए कांग्रेस की सदस्यता ली। ये सारे संकेत भाजपा के लिए अच्छे दिखाई नहीं पड़ रहे।
सीनियर भाजपा नेता और पूर्व विधायक कुंवर ध्रुव प्रताप सिंह का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने अपने साथ हो रही दुर्भावना पर नाराजी व्यक्त की। उनका कहना है कि हमारा परिवार तीनों पीढ़ियों से राजनीति में है। हम 1980 में पार्टी से जुड़े थे, जिस दौर में पोलिंग एजेंट नहीं मिलते थे। हमने खून पसीने से सींचकर पार्टी खड़ी की, जिले में विधायक से लेकर कई अहम पदों में रहकर जनसेवा की, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष और विजयराघवगढ़ विधायक ने भाजपा को वन मैन आर्मी बना दिया।
भाजपा अपने मूलमंत्र ‘संगठन गढ़े चलो आगे बढ़े चलो’ से भटक गई है। इससे भाजपा के वोटर्स काफी नाराज हैं। उन्होंने बीते 7-8 सालों में की गई अपनी अनदेखी को लेकर दुख व्यक्त किया है। उनका कहना है कि पार्टी में दिए गए लंबे योगदान के बाद भी नगर निगम से लेकर ग्रामीण चुनाव में कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई। मुझे आउट डेटेड समझ लिया गया, लेकिन मैं अभी सक्षम हूं।
#कटनी के चार पूर्व विधायक संगठन के व्यवहार से असंतुष्ट,अवसर की तलाश, पूर्व विधायक अलका जैन बताया संगठन को नहीं है चिंता,दूध से मक्खी की तरह किया अलग, पूर्व विधायक घ्रुव प्रताप सिंह का भी वीडियो हो चुका है वायरल। @Sandeep_1Singh_ @BJP4MP @INCMP @brajeshabpnews @Ajaydubey9 #katni pic.twitter.com/OLSV2Dt0iV
— Shailendra chaturvedi@ANI🇮🇳 (@shailendra_94) May 28, 2023
वायरल वीडियो सामने आने के बाद जिला अध्यक्ष ने संपर्क किया। वहीं, कुंवर ध्रुव प्रताप सिंह का कहना है कि वीडी शर्मा तो शायद पहचानते भी नहीं हैं। उन्होंने कांग्रेस में जाने के संकेत देते हुए कहा कि जब कांग्रेस के लोग भाजपा में आ सकते हैं, तो भाजपा के कांग्रेस में क्यों नहीं जा सकते! अभी जन सेवा की इच्छा है वो करेंगे। 2003 में कांग्रेस के कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र पाठक को हराकर भाजपा की झोली में 15 हजार वोटों की जीत डालने वाले कुंवर ध्रुव प्रताप सिंह का नाम बड़े नेताओं में शुमार है, लेकिन भाजपा उनके साथ उपेक्षा का व्यवहार कर रही है।
पूर्व भाजपा विधायक उपेक्षा
कैबिनेट मंत्री रहीं अलका जैन, पूर्व विधायक गिरिराज पोद्दार और सुकीर्ति जैन भी अपनी उपेक्षा से नाराज हैं। पूर्व विधायक अलका जैन और सुकीर्ति जैन कहना है कि सीनियरों को सत्ता की नहीं, सम्मान की भूख होती है। सरकार बनाने में नई पीढ़ी के जोश के साथ ही वरिष्ठों के अनुभव की आवश्कता भी पड़ती है। लेकिन, मौजूदा हालात में दोनों पीढ़ी के बीच एक खाई बन गई। इसका जिम्मेदार सिर्फ प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को बताया गया है। कांग्रेस में जाने के सवाल पर उन्होंने उचित अवसर मिलने की बात कही है।
छलावे की राजनीति का दर्द
भाजपा से निष्कासित पूर्व विधायक गिरिराज पोद्दार ने भी अपने साथ हुए छलावे की राजनीति का दर्द बयान किया। हालांकि, संघ से जुड़े होने की वजह से उन्होंने खुलकर कांग्रेस में जाने की बात नहीं कही। लेकिन, वे भी भाजपा के सीनियर कार्यकर्ताओं और नेताओं के दरकिनार करने की बात से सहमत दिखे। गिरिराज पोद्दार ने बताया की भाजपा ने मन बना लिया है, जिसे आना है वो आए, जिसे जाना है वो जाए। ये एक तरह का अहंकार है ये निर्णय संगठन का नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को सम्मान की उम्मीद रहती है। लेकिन, पूर्व विधायक से लेकर आज के कार्यकर्ता असंतुष्ट तो हैं, मुझे पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। लेकिन, मैंने समय-समय पर इसकी जानकारी ऊपर तक पहुंचाई। रही बात मेरी तो अन्य दल में जाना होता तो 2019 में ही चला जाता। मैं हिंदुत्व प्रेमी व्यक्ति हूं। इसलिए मैं कही जाने वाला नहीं।