दोस्त ही निकला हत्या का मास्टरमाइंड, अंध विश्वास में ली जान

हत्या के 4 में से 3 आरोपी पुलिस गिरफ्त में

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दोस्त ही निकला हत्या का मास्टरमाइंड, अंध विश्वास में ली जान

झाबुआ से कमलेश नाहर की रिपोर्ट

झाबुआ: झाबुआ में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है जिसमें दोस्त ही हत्या का मास्टरमाइंड निकला। बताया गया है कि अंध विश्वास में दोस्त ने ही दोस्त की जान ली।

झाबुआ पुलिस ने 6 दिन पूर्व फोरलेन के नजदीक मिली जली हुई लाश मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।एक आरोपी अभी फरार है। माताजी वाले सिक्के से पैसों की बरसात के अंधविश्वास के चलते लालच में आकर हत्या की गई। हत्या का मास्टरमाइंड मृतक का दोस्त निकला।

26 मई को सूचनाकर्ता तेरसिंह पिता दल्ला भूरिया ने बताया था कि उसे सुबह 10 बजे गाँव के बकरी चराने वाले बच्चों ने बताया कि गाँव गड़वाड़ी में खेमसिंह के खेत पर बबूल के पेड़ के पास एक जली हुई लाश पड़ी हुई है। फिर सूचनाकर्ता द्वारा गाँव वालों को बताकर थाने पर सूचना दी। सूचना पर मर्ग पंजीबद्ध कर जाँच में लिया गया। जाँच के दोरान अज्ञात मृतक के शव का PM करवाया गया। PM रिपोर्ट एवं साक्ष्य के आधार पर अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 699/2023 धारा 302,201 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था।

घटना का खुलासा:

घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक झाबुआ अगम जैन द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रेमलाल कुर्वे एवं एसडीओपी झाबुआ बबिता बामनिया के निर्देशन में थाना कोतवाली की विशेष टीम गठित की गयी। थाना कोतवाली पर पंजीबद्ध गुम इंसान क्रमांक 93/2023 में गुमशुदा के परिजनों के बताये हुलिए एवं पहचान चिन्ह के अनुसार अज्ञात मृतक की पहचान की गयी। जिस पर पाया कि अज्ञात मृतक गुमशुदा नागदिया पिता कालू वाखला निवासी धर्मपूरी का होना पाया गया।

पुलिस द्वारा मृतक के परिजनों से पूछताछ की गयी जिस पर परिजनों ने बताया कि दिनांक 25/05/2023 को शाम को मेरे पति नागदिया वाखला के फ़ोन पर गड़वाड़ी के करण पिता भल्ला मेढ़ा का फ़ोन आया था। उसके बाद मेरे पति उससे मिलने गए थे, उसके बाद आज तक वापस नहीं आये तो मेने पति के मोबाइल पर फ़ोन किया तो मेरे पति का फ़ोन बंद आ रहा था। बाद में पुलिस के द्वारा गडवाड़ी के करण पिता भल्ला मेढ़ा की तलाश की गयी।

31 मई को करण को हिरासत में लेकर घटना के सबंध में पूछताछ की गयी। करण द्वारा घटना के सबंध में कुछ पता होना नहीं बताया। बाद में  सख्ती से पूछताछ करने पर करण ने बताया कि मुझे कुछ दिनों पहले मृतक नागदिया ने बताया था कि उसके पास एक माताजी का सिक्का है जिससे पैसे की बारिश हो सकती है। कोई जानकर व्यक्ति हो तो बताना।

बाद में मेरे गाँव के अम्बु पिता सकरु राठौर ने मुझे बताया था कि किसी के पास माताजी का सिक्का हो तो बताना मैं पूजा पाठ करके ऐसे सिक्के से पैसे ला सकता हूँ। 25 मई को मेरे गाँव के अम्बु पिता सकरु राठौर ने बोला था कि आज नागदिया को सिक्का लेकर बुला लो तो मैंने नागदिया को फ़ोन करके भंडारी पेट्रोल पंप पर बुलाया था। फिर अपनी गाड़ी  पर बैठा कर नागदिया को मैं अपने साथ गड़वाड़ी पहाड़ी के नीचे सुनसान जगह ले गया। जहां पर पहले से पहाड़ी पर बैठे हुए मेरे गाँव के अम्बु पिता सकरु राठौर, झांगु पिता सकरु राठौर, पिंजू पिता मुन्ना राठौर हमको देखकर नीचे आये। फिर सब ने मिलकर पूजा की। फिर अम्बु ने बोला कि सिक्का सही है। फिर चारों ने मिलकर प्लान बनाया कि अपन चारों  मिलकर नागदिया को मार देते और यह सिक्का अपन लोग ले लेते। जिससे अपन सब मन चाहेगा तब पैसे निकालते रहेंगे। फिर हम ने उसको लठ्ठ से मारपीट कर बेहोश कर पेट्रोल डालकर आग लगाकर जलाकर मार दिया और भाग गए थे। इसके बाद पुलिस ने करण मेढ़ा, झांगु, पिंजू निवासी गड़वाड़ी को गिरफ्तार किया गया। अम्बु पिता सकरु राठौर अभी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।

संपूर्ण घटनाक्रम का खुलासा करने में निरी. सुरेन्द्र सिंह गाडरिया थाना प्रभारी कोतवाली, कार्य. निरी. हीरू रावत थाना कालीदेवी, उनि श्याम कुमावत, उनि संतोष सिंह वसुनिया, ASI जगदीश नायक, आर. गमतु, आर. रतन, आर. कमल थाना कालीदेवी, आर. चालक आशीष, आर. जीतेन्द्र पूरी, आर.मंगलेश, आर. महेश, आर. संदीप साइबर सेल का सराहनीय योगदान रहा।