Cashless Treatment Facilities: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए सरकार ने हेल्थ स्कीम पर दिया ये तोहफा

यह सुविधा उन कर्मचारियों के लिए भी होगी जो रिटायर कर चुके हैं

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Cashless Treatment Facilities:केंद्रीय कर्मचारियों के लिए सरकार ने हेल्थ स्कीम पर दिया ये तोहफा

केंद्र सरकार की स्वास्थ्य योजना (CGHS) से जुड़े केंद्रीय कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर है। अब एम्स नई दिल्ली, पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ और जेआईपीएमईआर पुडुचेरी में CGHS लाभार्थियों के लिए कैशलेस उपचार सुविधाएं उपलब्ध होंगी।यह सुविधा उन कर्मचारियों के लिए भी होगी जो रिटायर कर चुके हैं।

किसे होगा फायदा: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय सचिव राजेश भूषण ने कहा कि इस कदम से CGHS के पेंशनभोगी लाभार्थियों को विशेष रूप से फायदा मिलेगा। इससे उन्हें व्यक्तिगत भुगतान दावों को प्रस्तुत करने और मंजूरी की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इस नई पहल के साथ, CGHS लाभार्थियों को अग्रिम भुगतान करने और CGHS से अदायगी वापस मांगने की परेशानी के बिना, इन चिकित्सा संस्थानों में अत्याधुनिक उपचार सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

इस प्रक्रिया से समय की बचत होगी, कागजी कार्रवाई कम होगी और व्यक्तिगत दावों के निपटान में तेजी आएगी। पहले, इन संस्थानों में इलाज का लाभ उठाने वाले CGHS पेंशनभोगी लाभार्थियों को पहले भुगतान करना पड़ता था और बाद में CGHS से अदायगी का दावा करना पड़ता था।

ये है खास बातें

-CGHS पेंशनभोगियों और लाभार्थियों की अन्य पात्र श्रेणियों के लिए बाह्य रोगी विभागों (ओपीडी), जांचों और इनडोर उपचार के लिए कैशलेस उपचार उपलब्ध होगा। तीनों संस्थान CGHS पेंशनभोगियों और अन्य पात्र लाभार्थियों के लिए क्रेडिट बिल जारी करेंगे और सीजीएचएस अधिमानतः बिल प्राप्त होने के 30 दिन के भीतर भुगतान करेगा।

-CGHS लाभार्थियों को इन संस्थानों में इलाज के लिए वैध सीजीएचएस लाभार्थी आईडी कार्ड प्रस्तुत करने पर ही भर्ती किया जाएगा। इन संस्थानों में डॉक्टरों द्वारा लिखी गई दवाएं, चाहे ओपीडी उपचार के लिए या छुट्टी के समय, सीजीएचएस के माध्यम से लाभार्थियों द्वारा एकत्र की जाएंगी।

-CGHS लाभार्थियों को अब इन संस्थानों में स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंचने के लिए रेफरल की आवश्यकता नहीं होगी।

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