स्कूलों में सावरकर की जीवनी पढ़ेंगे बच्चे, कांग्रेस ने जताया विरोध, बीजेपी ने अच्छा फैसला कहा
भोपाल:प्रदेश में अब स्कूली बच्चों को अब वीर सावरकर की जीवनी पढ़ाई जाएगी। नए सिलेबस में वीर सावरकर से जुड़ा पाठ होगा जिसमें उनकी गाथा पढ़ाई जाएगी। इसके अलावा भगवद् गीता संदेश, भगवान परशुराम, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु के बारे में भी छात्रों को पढ़ाया जाएगा। स्कूल शिक्षा मंंत्री इंदर सिंह परमार ने इसका ऐलान किया है जिस पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने निर्णय का स्वागत किया है वहीं कांग्रेस ने इसका विरोध किया है।
स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा है कि वीर सावरकर पहले लेखक थे जिन्होंने 1857 आंदोलन को स्वतंत्रता संग्राम कहा था। भारत की आजादी में उनका अपूरणीय योगदान है और इसलिए उनको सम्मान मिलना चाहिए। परमार ने कहा कि दुर्भाग्य से कांग्रेस की सरकारों ने भारत के क्रांतिकारियों को इतिहास के पन्नों में जगह नहीं दी। विदेश आक्रांताओं को महान लिखा गया। हम बच्चों को उनके बारे में पढ़ाने का काम करेंगे। इसलिए नए पाठ्यक्रम में हम उनके बारे में जोड़ेंगे। पाठ्यक्रम में इन क्रांतिकारियों को भी शामिल किया जाएगा। परमार ने कहा कि हम सच्चे नायकों की जीवनियां शामिल करेंगे और नए पाठ्यक्रम में वीर सावरकर, भगवद गीता संदेश, भगवान परशुराम, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु और अन्य शामिल होंगे। गौरतलब है कि विनायक दामोदर सावरकर एक हिंदू राष्ट्रवादी नेता और क्रांतिकारी थे। 1910 में उन्हें ब्रिटिश सरकार ने गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद 1911 में वीर सावरकर को 50 साल की कैद की सजा सुनाई गई थी। वे 13 साल तक अंडमान और निकोबार द्वीप समूह सेलुलर जेल (काला पानी) में बंद रहे। उन्होंने 1921 में एसेंशियल्स आॅफ हिंदुत्व नाम से किताब लिखी थी। पिछले सप्ताह उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने भी अपने सिलेबस में विनायक दामोदर सावरकर की जीवनी को शामिल किया था।
*बधाई के पात्र हैं मंत्री परमार-वीडी शर्मा*
स्कूल शिक्षा में वीर सावरकर की जीवनी शामिल किए जाने पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि स्कूल शिक्षा मंत्री परमार ने वीर सावरकर को पढाए जाने का जो निर्णय लिया है, वह स्वागत योग्य निर्णय है। वीर सावरकर ने अंग्रेजों की यातनाएं सहीं और कांग्रेस ने भी उनका सम्मान करने के बजाए अपमान किया। वीर सावरकर जैसे क्रांतिकारी को पाठ्यक्रम में शामिल करना सम्मानीय कदम है। इसके लिए स्कूल शिक्षा मंत्री परमार बधाई के पात्र है।
उधर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने स्कूल शिक्षा मंत्री परमार द्वारा सावरकर की जीवनी पढ़ाए जाने का विरोध किया है।