पहले से समय तय कर सकेंगे क्यूलेस वोटिंग, घर बैठे मतदान की भी सुविधा

-महिलाओं, गर्भवती महिलाओं, दिव्यांगों, बुजुर्गो के लिए भी मतदान केन्द्रों पर विशेष सुविधा

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पहले से समय तय कर सकेंगे क्यूलेस वोटिंग, घर बैठे मतदान की भी सुविधा

भोपाल
मध्यप्रदेश में होंने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनावों में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग मतदाताओं को जमकर सुविधाएं देने जा रहा है। मतदान के लिए समय तय होता है और भीड़ बढ़ने पर लंबी कतारें भी लगती है लेकिन इस बार के चुनावों में आप मतदान के लिए अपना समय भी तय कर सकेंगे और बिना कतार में लगे मतदान भी कर सकेंगे। यहीं नहीं दिव्यांग और अस्सी साल या इससे उपर की आयु के मतदाता चाहेंगे तो वे घर बैठे मतदान कर सकेंगे। महिलाओं, गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों के साथ मतदान करने पहुंची महिलाओं, बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओ को भी इस बार मतदान के लिए भी अलग से मतदान की सुविधाएं देने की तैयारी है।

मतदान जितना अधिक सुविधाजनक होगा मतदाता उतने अधिक मतदान के लिए आकर्षित होंगे और मतदान का प्रतिशत भी बढ़ेगा। इस बार विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को उनके समय और सुविधा के हिसाब से मतदान करने प्रबंध चुनाव आयोग करने जा रहा है। इसके लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने एक एप तैयार किया है, जिसका नाम दिया जाना अभी बाकी है इस एप पर वैसी ही सुविधा रहेगी जैसी रेल यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए रेलवे रिजर्वेशन के लिए रहती है। आमतौर पर कई बार मतदाता लंबी कतारों, मतदान के लिए लगने वाले समय और मददान के दिन अन्य व्यस्तताओं के कारण चाहते हुए भी मतदान नहीं कर पाते, कई लोग लंबी कतारें देखकर लौट जाते है। इस बार प्रदेश की शहरी क्षेत्रों की विधानसभाओं के चुनिंदा मतदान केन्द्रों के लिए यह विशेष सुविधा प्रारंभ की जाएगी। एप के जरिए मतदाता अपने लिए मतदान का समय सलेक्ट कर सकेगा। हर आधा घंटे का स्लाट होगा। इसमें मतदान की क्यूलेस सुविधा का लाभ देने के लिए मतदाताओं की सीमित संख्या भी तय रहेगी। इसमें आप अपना समय चुनकर उसे मतदान के लिए आरक्षित करा सकेंगे। समय तय हो जाने के बाद मतदाता उस तय समय में बिना कतार में लगे अथवा उस आधा घंटे के भीतर ही छोटी कतारों में लगकर या वेटिंग हाल में थोड़ा इंतजार कर मतदान कर सकेगा।

घर बैठे वोटिंग- अस्सी साल और इससे उपर के बुजुर्ग मतदाता, चालीस फीसदी से अधिक दिव्यांग मतदाताओं को घर बैठे मतदान की सुविधा मिलेगी। उनके पास मतदान से एक पखवाड़े पहले चुनाव से जुड़ा अमला घर पहुंचकर एक फार्म भरवाएगा। इसमें इसके लिए पात्र दिव्यांग और बुजुर्गो से पूछा जाएगा कि वे घर बैठे मतदान की सुविधा का लाभ लेना चाहते है या नहीं। जो सुविधा का चयन करेंगे उनसे मतदान के दो दिन पहले बैलेट पेपर के जरिए मतदान घर बैठे करवाया जाएगा। घर पर भी पूरा चुनावी माहौल दिया जाएगा। वोटिंग कंपार्टमेंट लेकर चुनाव से जुड़ा अमला घर आएगा। डाकमतपत्र दिया जाएगा। पूरी गोपनीयता मतदान के लिए बरती जाएगी। डाक मतपत्र को एक बैलेट बॉक्स में डलवाया जाएगा जो उपर से पहले से सील होगा। इस बैलेट बॉक्स को मतगणना वाले दिन खोला जाएगा और इन वोटों की गिनती होगी।

बच्चों के साथ पहुंची महिला, गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष इंतजाम-
आमतौर पर गर्भवती महिलाएं, जिनके छोटे बच्चे है वे भी भीड़ के कारण मतदान नहीं कर पाते। इस बार ऐसे लोगों के लिए भी चुनाव आयोग अलग कतार लगवाएगा। यहां पहुंचने वाले दिव्यांग और वृद्धों के लिए भी अलग कतार होगी। ऐसे लोगों के लिए प्रतीक्षा स्थल बनाए जाएंगे जहां बैठकर ये मतदान के लिए इंतजार कर सकेंगे।

बढ़ेंगे पिंक मतदान केन्द्र-
प्रदेश में इस बार पिंक मतदान केन्द्रों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। पिंक मतदान केन्द्रों पर तैनात होने वाले सभी अधिकारी, सुरक्षा कर्मी महिलाएं होंगी। इन मतदान केन्द्रों को गुंलाबी टेंट, गुलाबी गुब्बारों से सजाया जाएगा। रंगोली और विशेष सजावट यहां की जाएगी।