SDM’s Emotional Farewell : एसडीएम के तबादले से लोग दुखी, बग्घी में बैठाकर विदाई दी गई!
Bhind : सरकारी अधिकारियों को लेकर आम धारणा बहुत अच्छी नहीं होती। लोग मानते हैं कि सरकारी अधिकारी उन पर रौब ही झाड़ते और अपनी अफसरी के मद में रहते हैं। अधिकारी चाहे काम करता हो या नहीं, पर उसके बारे में पहले ही निगेटिव धारणा बना ली जाती है। लेकिन, भिंड जिले में अलग ही नजारा दिखाई दिया। यहां के एक SDM का ट्रांसफर हुआ तो लोगों ने भावुक होकर उन्हें धूमधाम से विदाई दी।
नगर के लोगों ने ढोल-नगाड़े बजवाए और अधिकारी को शोभा यात्रा की की तरह नगर भ्रमण कराया। जिले के गोहद के एसडीएम शुभम शर्मा का जिले से तबादला हो गया। यह खबर शहर में फैल गई. देखते ही देखते लोगों को हुजूम उनके घर के आसपास जमा हो गया। लोग उनसे यहां से न जाने की जिद करते रहे। लेकिन, शर्मा ने सरकारी आदेश का हवाला देकर कहा कि ट्रांसफर को टाला नहीं जा सकता।
इसके बाद लोगों ने उनकी बिदाई की तैयारियां की। एसडीएम शुभम शर्मा को दूल्हे की तरह बग्घी में बैठाया गया, उन पर पुष्प वर्षा की गई। लोगों ने उनकी धूमधाम से विदाई यात्रा निकाली। इस दौरान उन्हें सजी हुई बग्घी में बैठाया गया। जहां-जहां से यात्रा निकली, वहां-वहां उनका जोरदार स्वागत हुआ। लोगों ने चांदी के गणेश शॉल श्रीफल देकर उन्हें सम्मानित किया।
लोगों ने उन्हें भगवान की तरह नगर भ्रमण कराया। एसडीएम शर्मा का 4 साल बाद यहां तबादला हुआ है। शासन ने उन्हें मुरैना भेजा है। शर्मा ने गोहद में जनता के इतने काम किए कि वे यहां के घर-घर में जाने जाते हैं। जब शर्मा कहीं बाजार जाते थे, तो लोग उन्हें घेर लेते। शर्मा भी वहीं उनकी बात सुनकर परेशानी का हल निकाल देते थे।
गोहद रोड की एक निजी वाटिका में उनका भावुक विदाई समारोह आयोजित किया गया। इस मौके पर शर्मा ने कहा कि मेरे मन, कर्म, वचन, भाव, विचार स्मृति से कभी कुछ बुरा निकला हो तो मुझे क्षमा करना। उन्होंने कहा कि 130 करोड़ लोगों में से बड़ी मेहनत परिश्रम के बाद हमें नौकरी मिली है। सभी कर्मचारियों से मेरा आग्रह है कि इसकी इज्जत करना।
उन्होंने कहा कि शासन की शिकायत निवारण नीति के अनुरूप उसके सेवक बनकर जनता से जुड़ें और पूरी ईमानदारी-निष्ठा से काम करें। ईमानदारी ही इंसान को उंचाईयों पर ले जाती है। उनके विदाई समारोह में प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और शहर के प्रबुद्धजन शामिल हुए।