Rajasthan Cabinet : पायलट के 5 समर्थकों को शपथ दिलाई जाएगी 

सभी मंत्रियों के इस्तीफों के बाद नए सिरे से जिम्मेदारियों का बंटवारा  

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Jaipur : राजस्थान के नए मंत्रिमंडल में सचिन पायलट (Sachin Pilot) के पांच समर्थकों को लिए जगह मिलने के आसार हैं। आज मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) का नया मंत्रिमंडल शपथ ग्रहण लेगा। इससे पहले राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) की बैठक होगी। शनिवार को हुई बैठक में सभी मंत्रियों से इस्तीफे ले लिए गए थे। आज दोपहर 2 बजे PCC की बैठक है। वहां सब निर्देश जारी किए जाएंगे। पायलट के आधा दर्जन समर्थकों (Half dozen Supporters) के मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की संभावना है। उन्हें भी राजस्थान के बाहर पार्टी में बड़ी भूमिका दिए जाने के आसार हैं।

 राजस्थान में मंत्रिमंडल के विस्तार की सुगबुगाहट कई दिनों से चल रही है. कांग्रेस नेता सचिन पायलट उनके समर्थक और विश्वसनीय विधायकों को मंत्रिमंडल में स्थान न मिलने से लंबे समय से असंतुष्ट चल रहे हैं। इसे लेकर कांग्रेस में विवाद चलता रहा है। पिछले दिनों कांग्रेस हाईकमान की अशोक गहलोत और सचिन पायलट के साथ अलग-अलग बैठकें हुई थी। माना जाता है कि इस बैठक में अशोक गहलोत को यह साफ संदेश दे दिया गया था कि मंत्रिमंडल के विस्तार में सचिन पायलट के विश्वसनीय MLA को स्थान दिया जाए।

राजस्थान में हेमाराम चौधरी, महेंद्रजीत सिंह मालवीय, रामलाल जाट, महेश जोशी, विश्वेंद्र सिंह, रमेश मीणा, ममता भूपेश, टीकाराम जूली ,भजन लाल जाटव, गोविंद राम मेघवाल और शकुंतला रावत को नए कैबिनेट में जगह मिल सकती है। जबकि, जाहिदा ,बृजेंद्र ओला , राजेन्द्र गुड़ा और मुरारी लाल मीणा राज्यमंत्री बनाए जा सकते हैं। मौजूदा मंत्रिमंडल में शामिल चेहरों को मिलाकर कुल 30 मंत्री बनाए जा सकते हैं।

 राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कैबिनेट में बहुप्रतीक्षित फेरबदल से एक दिन पहले अपनी सरकार के सभी मंत्रियों के इस्तीफे ले लिए। नए मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह आज राजभवन में हो सकता है। दिल्ली में कांग्रेस नेता सचिन पायलट और वरिष्ठ नेताओं के बीच कई दौर की बैठकों के साथ कैबिनेट फेरबदल की उलटी गिनती शुरू हो गई। अशोक गहलोत ने पिछले दिनों सोनिया गांधी सहित पार्टी के कई बड़े नेताओं से मुलाकात की थी।

गहलोत मंत्रिमंडल में बसपा के कुछ पूर्व विधायक भी शामिल होंगे। इन विधायकों का राजस्थान में कांग्रेस में विलय हो गया था, जिससे कांग्रेस को 200 सदस्यीय सदन में आसानी से बहुमत मिला था।

राजस्थान कैबिनेट में अभी तक 21 मंत्री थे। इसमें 9 और मंत्रियों को शामिल करने की गुंजाइश है। मुख्यमंत्री के करीबी 3 मंत्रियों ने पहले ही इस्तीफा देने की पेशकश कर दी थी। उन्होंने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी को पत्र लिखकर अपने पदों से इस्तीफा देने की इच्छा जताई थी। उन्हें पहले ही संगठनात्मक जिम्मेदारी दी जा चुकी है।

राजस्व मंत्री और बाड़मेर से विधायक हरीश चौधरी को पंजाब का पार्टी प्रभारी बनाया गया है। उन्हें हाल के राजनीतिक संकट के दौरान पंजाब में कांग्रेस को संभालने में एक प्रमुख भूमिका में देखा गया था। अजमेर के केकड़ी से विधायक रघु शर्मा को गुजरात का पार्टी प्रभारी बनाया गया है। गहलोत के खिलाफ पायलट के विद्रोह के बाद पिछले साल राज्य के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने राज्य के पार्टी प्रमुख के रूप में सचिन पायलट की जगह ली थी। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) के अध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस के ‘एक पद एक व्यक्ति’ के अनुशासन का हवाला देते हुए अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।