ग्वालियर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सिटी ऑफ म्यूजिक के रुप मे मिली पहचान, यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज़ नेटवर्क में शामिल
भोपाल : मध्य प्रदेश अपने सांस्कृतिक ऐतिहासिक धरोहरों के लिए विश्व प्रसिद्ध है। अब प्रदेश के ग्वालियर शहर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सिटी ऑफ म्यूजिक के रुप मे एक अलग पहचान मिली है।
ग्वालियर को यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क में शामिल किया गया है। ग्वालियर शहर को संगीत के क्षेत्र में सांस्कृतिक और रचनात्मक उपयोग करने, नवीन प्रथाओं को प्रदर्शित करने की उनकी मज़बूत प्रतिबद्धता के लिए चुना गया है।
उल्लेखनीय है कि विश्व शहर दिवस पर यूनेस्को द्वारा 55 शहरों को यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज़ नेटवर्क में शामिल किया गया है। नए नामित रचनात्मक शहरों को” ब्रिंगिंग यूथ टू दा टेबल फ़ॉर द नेक्स्ट डिकेड” विषय के लिए पुर्तगाल के ब्रागा में 1-5 जुलाई 2024 को होने वाले यू सी सी एन वार्षिक सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस उपलब्धि को मध्य प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर प्रदेश खासकर ग्वालियर-वासियों के लिए एक गौरव भरा ऐतिहासिक पल बताया है।
मध्य प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर प्रदेश खासकर ग्वालियर-वासियों के लिए एक गौरव भरा ऐतिहासिक पल!
मुझे यह बताते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि @UNESCO द्वारा ग्वालियर को “सिटी ऑफ़ म्यूजिक” की मान्यता दी गई है।
यह उपलब्धि @MinOfCultureGoI व @MPTourism के साथ मिलकर किये गए… pic.twitter.com/Z930AnvFRh
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) November 1, 2023
उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि @MinOfCultureGoI व @MPTourism के साथ मिलकर किये गए हमारे अथक प्रयासों का परिणाम है।
ग्वालियर की यह उपलब्धि विश्व पटल पर मध्य प्रदेश की एक नई पहचान स्थापित करेगी और विकास व रोज़गार के नये द्वार खोलेगी। सभी प्रदेश वासियों को इस ऐतिहासिक उपलब्धि की अनंत बधाई तथा स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने ग्वालियर को ‘सिटी ऑफ म्यूजिक’ के रूप में मान्यता दी है। ग्वालियर की यह ख्याति संगीत सम्राट तानसेन और महान बैजू बावरा के कारण स्थापित है।
यह मध्य प्रदेश के लिये गौरव का क्षण है कि ग्वालियर की समृद्ध संगीत…
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) November 1, 2023