Doctor Who Consumes Poison is Okay : आत्महत्या की कोशिश करने वाला डॉक्टर ठीक!

मरीज को पीटने पर एक साल के निलंबन की कार्रवाई की जानकारी से व्यथित हुआ!

402

Doctor Who Consumes Poison is Okay : आत्महत्या की कोशिश करने वाला डॉक्टर ठीक!

Indore : दुर्घटना में घायल एचआईवी संक्रमित मरीज की पिटाई करने के बाद हंगामा होने पर जहर खाने वाले जूनियर डॉक्टर आकाश कौशल की हालत अब बेहतर है। इस डॉक्टर को मरीज की पिटाई के बाद सस्पेंड कर दिया गया था। बताते हैं कि मामले की जांच करने वाली कमेटी ने भी इस जूनियर डॉक्टर को दोषी पाते हुए उसके निलंबन की सिफारिश की थी। इससे व्यथित होकर डॉक्टर ने जहर खा लिया था। लेकिन, अब डॉक्टर की स्थिति ठीक है।

सप्ताह भर पहले मरीज की पिटाई वाली इस घटना के बाद शुक्रवार देर रात डॉ आकाश कौशल ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या का प्रयास किया था। द्वितीय वर्ष के इस डॉक्टर ने आत्महत्या का प्रयास इसलिए किया, क्योंकि घटना के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था। उन्हें खुद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का अंदेशा था।

कमिश्नर द्वारा भी इस जूनियर डॉक्टर को एक साल के निलंबित करने की कार्रवाई की जा रही थी। इस बात पर जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के सदस्य नाराज हुए और उन्होंने हंगामा किया। उनकी मांग है कि डॉक्टर पर कोई कार्रवाई नहीं की जाए। मरीज की पिटाई के मामले में जांच के दौरान दोषी पाए जाने के बाद एमजीएम मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने उन्हें एक साल के लिए निलंबित करने का फैसला किया है।

जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने अस्पताल में काम बंद कर दिया था और कमिश्नर के खिलाफ प्रदर्शन किया। आंदोलनकारी डॉक्टरों ने कमिश्नर का घेराव भी किया और उनके खिलाफ नारे लगाए थे। क्योंकि उन्होंने कॉलेज प्रशासन को मरीज की पिटाई करने वाले डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया था।

डीन डॉ संजय दीक्षित ने बताया कि हमें समिति से जांच रिपोर्ट मिल गई है। हमने आरोपी डॉक्टर को एक साल के लिए निष्कासित करने का फैसला किया है।

इसलिए किया डॉक्टरों ने प्रदर्शन
जानकारी अनुसार तीन सदस्यीय जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट कमिश्नर को सौंपी थी, जिसमें उन्होंने डॉक्टर के एक माह के निलंबन की बात लिखी थी। लेकिन, कमिश्नर ने एक साल के निलंबन की बात कहीं। इसके बाद जूनियर डॉक्टर कमिश्नर के पास पहुंचे, लेकिन उन्होंने कार्रवाई से पीछे हटने से मना कर दिया था। इससे डॉक्टर आक्रोशित हो गए।
इससे पहले भी डॉक्टर एसोसिएशन कई बार कमिश्नर के खिलाफ प्रदर्शन कर चुका है। जबकि, कमिश्नर का कहना है कि मुझे जांच रिपोर्ट नहीं मिली और न मैंने प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों से बात की और न उन्हें शांत किया। मैं मरीज से भी मिला था।