MP के 4 शहरों में खुलेंगे मेडिकल कॉलेज, AIMS की तर्ज पर हर संभाग में होंगे MP Institute of Medical Science 

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MP के 4 शहरों में खुलेंगे मेडिकल कॉलेज, AIMS की तर्ज पर हर संभाग में होंगे MP Institute of Medical Science 

भोपाल:प्रदेश में चिकित्सकों की कमी दूर करने और नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए राज्य सरकार चार नए मेडिकल कॉलेज खोलेगी। ये मेउिकल कॉलेज धार, खरगौन,बालाघाट और सीधी में खोले जाएंगे। वहीं एम्स की तर्ज पर मध्यप्रदेश के प्रत्येक संभाग में MP Institute of Medical Science की स्थापना की जाएगी।

प्रदेश के शहरी और ग्रामीण अंचलों में चिकित्सकों की कमी बनी हुई है। नये डॉक्टर तैयार हो, इसके लिए खरगौन, धार, बालाघाट और सीधी में मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे। यहां के मेडिकल कॉलेंजों से जुड़े दो सौ बिस्तरों के अस्पताल भी शुरु किए जाएंगे। मंडला के मेडिकल कॉलेज का निर्माण समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा। अगले पांच वर्षो में सभी लोकसभा क्षेत्रों में मेडिकल कॉलेज स्थापित कर दो हजार सीटें और बढ़ाई जाएंगी। इससे चिकित्सा शिक्षा की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए कॉलेज मिल सकेंगे वहीं मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं भी मिल सकेंगी।

*अटल मेडिसिटी खुलेगी-*

मध्यप्रदेश में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के नाम पर अटल मेडिसिटी की स्थापना की जाएगी। यहां हर तरह की बीमारी के इलाज की व्यवस्था की जाएगी। केंसर, थैलेसीमिया, दिल के इलाज, घुटने और जोड़ प्रत्यारोपण की सुविधा सहित सभी प्रकार के जटिल रोगों के इलाज की व्यवस्था यहां की जाएगी। अटल मेडिसिटी शुरु होंने के बाद प्रदेश की जनता को इलाज कराने के लिए बांबे-देहली और अन्य स्थानों पर नहीं जाना होगा।

प्रत्येक लोकसभा में मेडिकल कॉलेज- प्रत्येक लोकसभा में मेडिकल कॉलेज स्थापित करके अगले पांच वर्षो में यहां दो हजार सीटें बढ़ाई जाएंगी । प्रत्येक जिले में नर्सिंग कॉलेज स्थपित करेंगे और डॉक्टर नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ की भर्तियां शीघ्र की जाएगी।

*AIMS की तर्ज पर MP Institute of Medical Science की स्थापना-*

प्रदेश के हर संभाग में एम्स की तर्ज पर MP Institute of Medical Science की स्थापना की जाएगी। इनमें हर बीमारी के विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी। संभाग और जिले की जनता को इनकी स्थापना होंने के बाद इलाज कराने के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। आमजन, गरीबों का आसानी से इलाज हो सकेगा। हास्पिटल और आईसीयू में बिस्तरों की संख्या दुगनी की जाएगी।

एसटी ब्लॉक में मिशन मोड पर सिकल सेल एनीमिया की जांच-

प्रदेश में 2024 तक सभी एसटी ब्लॉक में मिशन मोड पर सिकल सेल एनीमिया की जांच की व्यवस्था शुरु की जाएगी। यहां आवश्यक उपचार भी उपलब्ध कराया जाएगा। मुख्यमंत्री सुषेण चिकित्सा योजना के अंतर्गत चिकित्सकों को 75 हजार रुपए तक का मासिक मानदेय दिया जाएगा।