Boat Capsized, 10 Children Died : नाव पलटने से दर्दनाक हादसा, 10 बच्चे 2 टीचर की मौत!
Badodara : गुरुवार दोपहर हरणी लेक में एक नाव पलट गई। इस हादसे में 10 बच्चों और 2 टीचर की मौत हो गई। नाव में सवार बाकी 13 बच्चे और 2 टीचर को बचा लिया गया। उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उनकी हालात की जानकारी अभी नहीं मिल सकी। वडोदरा के कलेक्टर एबी गोर ने बताया कि नाव की क्षमता 16 सवारियों की थी, लेकिन इसमें 27 लोग सवार थे।
ये बच्चे न्यू सनराइज स्कूल के हैं। इनमें से किसी भी बच्चे या टीचर ने लाइफ जैकेट नहीं पहनी थी। इस घटना की जानकारी देते हुए वडोदरा के डिप्टी मेयर चिराग बारोट ने कहा कि बच्चे झील में नौकायन कर रहे थे, तभी नाव उलट गई। इससे ज्यादा मुझे जानकारी नहीं है। शुरूआती जानकारी में सामने आया कि नौका विहार के दौरान नाव पलट गई। छात्रों को बिना लाइफ जैकेट पहनाए नाव में बैठाया गया था।
रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे एक युवक ने बतया कि जब घटना हुई, तो हम अपने गैराज में थे। यह झील के ठीक सामने है। अचानक दो टीचर्स चिल्लाईं और हम लोग दौड़कर यहां आ गए। वहां मैडम ने कहा कि नाव उल्टी है। हम ग्रिल फांदकर सीधे अंदर कूदे। एक मैडम को भी डूबते हुए देखा, उसे बचाया। एक छात्र कीचड़ में फंसा था, उसे बाहर निकाला गया। ये सभी सांस ले रहे थे। इसी बीच एंबुलेंस पहुंची और सभी को अस्पताल पहुंचाया गया।
वडोदरा के अजवा रोड पर रहने वाली 8 साल की बच्ची नैंसी की मां निरालीबेन माची ने कहा कि दूसरी कक्षा में पढ़ने वाली उनकी बेटी समेत सभी बच्चे सुबह 8 बजे हरणी वाटर पार्क और झील पर पिकनिक मनाने गई थी।
मुख्यमंत्री ने बच्चों की मौत पर दुःख जताया
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा की वडोदरा की हरणी झील में नाव पलटने से बच्चों की डूबने की घटना अत्यंत हृदय विदारक है। मैं जान गंवाने वाले मासूम बच्चों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं। दुःख की इस घड़ी में उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। दयालु ईश्वर उन्हें यह दुख सहने की शक्ति दे। नाव पर सवार छात्रों और शिक्षकों का बचाव अभियान फिलहाल जारी है। सिस्टम को दुर्घटना के पीड़ितों को तत्काल राहत और उपचार प्रदान करने का निर्देश दिया गया है।