मोदी के मन में मध्यप्रदेश…

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मोदी के मन में मध्यप्रदेश…

विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने ‘मध्यप्रदेश के मन में एमपी और मध्यप्रदेश के मन में मोदी’ का नारा दिया था। अब मोहन यादव बार-बार यही भाव व्यक्त कर रहे हैं कि ‘मोदी के मन में एमपी’। कैबिनेट बैठक में पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना को लेकर मोदी के प्रति मोहन के भाव यही दर्शा रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्रिपरिषद की बैठक से पहले अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना के लिए धन्यवाद दिया तथा प्रदेश को 10 हजार 405 करोड़ की सड़क परियोजनाओं की सौगात देने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का आभार माना। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि लगभग दो दशक से लंबित पार्वती- कालीसिंध- चंबल लिंक परियोजना, प्रधानमंत्री मोदी की पहल से अब मूर्त रूप ले सकेगी। इससे मध्य प्रदेश के मालवा और चंबल क्षेत्र के 12 जिले और पूर्वी राजस्थान के 13 जिले लाभान्वित होंगे, इन क्षेत्रों में पेयजल की उपलब्धता बढ़ेगी तथा सिंचाई और औद्योगिक उपयोग के लिए भी पानी उपलब्ध होगा। उन्होंने जानकारी दी की 75000 करोड़ की इस परियोजना में राज्यांश मात्र 10% है, 90% राशि केंद्र शासन द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी। डॉ. यादव ने कहा कि केन-बेतवा लिंक परियोजना का भूमि पूजन फरवरी 2024 में होगा।

तो ‘मोदी के मन में एमपी’ का प्रमाण यह भी है कि केंद्र सरकार मध्यप्रदेश को भरपूर सहयोग कर रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आगे कहा कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री गडकरी द्वारा दी गई राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की सौगात से प्रदेश के सभी संभागों में त्वरित और सुगम सड़क परिवहन की सुविधा मिलेगी। केंद्रीय मंत्री गडकरी द्वारा कृषि और उद्योग क्षेत्र के संबंध में दिए गए सुझावों के क्रियान्वयन तथा आवश्यक समन्वय के लिए विशेष टास्क फोर्स गठित किया जाएगा। यानि केंद्र से मध्यप्रदेश की तरफ विकास की गंगा लगातार बहती रहेगी और मध्यप्रदेश और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव लगातार यह महसूस करते रहेंगे कि ‘मोदी के मन में एमपी’ है।

वैसे जनवरी 2024 के अंतिम दिन हुई कैबिनेट बैठक में लिए गए फैसले यह बता रहे हैं कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव युवाओं पर अपना पूरा फोकस‌ करेंगे। उच्च शिक्षा मंत्री रहते हुए उन्होंने जो सपने मध्यप्रदेश के युवाओं के लिए देखे होंगे, अब वह उन्हें कई गुना अधिक गति से पूरा करेंगे। तो मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य की चिंता करने में डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला कोई कोताही नहीं बरतेंगे। और इसका सीधा फायदा विंध्य क्षेत्र को मिलना स्वाभाविक है। चिकित्सा महाविद्यालय, रीवा के अंतर्गत सुपरस्पेशिलिटी अस्पताल के लिए 164 करोड़ 49 लाख रूपये की स्वीकृति इसका प्रमाण है। वहीं मंत्रि-परिषद द्वारा मध्यप्रदेश स्टार्ट-अप नीति एवं कार्यान्वयन योजना, 2022 में संशोधन करते हुए फैसला किया है कि प्रदेश के स्टार्ट-अप को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में सहभागिता के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। घरेलू आयोजनों में सहभागिता पर प्रति आयोजन पर किए गए व्यय का 75% अधिकतम 50 हजार रुपए तक की प्रतिपूर्ति एवं देश से बाहर के आयोजनों में सहभागिता करने पर प्रति आयोजन व्यय का 75% अधिकतम 1 लाख 50 हजार रुपए की सहायता दी जाएगी।

बात बस इतनी सी है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अब‌ अपने विजन को तो सामने ला रहे हैं, पर उसमें भी ‘मोदी के मन में एमपी’ खास है। और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का मंतव्य भी यही है कि ‘एमपी के हर बूथ के मन में मोदी’ और ‘मोदी के मन में एमपी’। अब यह साफ है कि देश के मन में मोदी और मध्यप्रदेश के मन में बस मोदी…।