राठौड़ परिवार की मिसाल : भाई की स्मृति को जीवित रखने के लिए अपना घर आश्रम को भेंट एम्बुलेंस!

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राठौड़ परिवार की मिसाल : भाई की स्मृति को जीवित रखने के लिए अपना घर आश्रम को भेंट एम्बुलेंस!

 

Ratlam : जिले का ग्राम पलसोड़ा जो रक्त ग्राम के नाम से जाना जाता है, जहां पर अधिक से अधिक युवा हर समय हर हाल में रक्तदान करने को तैयार रहते हैं, उसी पलसोडा में राठौड़ परिवार ने जनहित में एक और मिसाल पेश की है। परिवार में छोटे भाई की असामयिक मृत्यु पर उनकी स्मृतियों को जीवित रखने के लिए बड़े भाई ने अपना घर आश्रम को एक एम्बुलेंस भेंट की हैं। इस एम्बुलेंस के माध्यम से अपना घर निराश्रित प्रभुजी का रेसक्यू भी आसान हो जाएगा।

पलसोड़ा निवासी समाजसेवी कचरु राठौर बताते हैं कि गांव में उनके पिता तेजराम समेत काका हीरालाल, नानालाल, मोतीलाल और हरिराम का परिवार निवास करता हैं। करीब 4 माह पूर्व काका मोतीलाल का आकस्मिक निधन हो गया था। परिवार ने उनकी स्मृति को जीवित रखने और निराश्रितों की सेवा का मन बनाया। इस उद्देश्य से परिवार ने उनकी याद में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए 1 लाख 11 हजार रुपए भेंट किए थे।

इसी बीच शहर के सागोद गांव में अपना घर आश्रम प्रारंभ हुआ। इसकी सेवाओं से अभिभूत होकर कचरू राठौर ने काका के नाम पर आश्रम में एम्बुलेंस भेंट करने की इच्छा अपने पिता के सामने रखी। इस पर पिता तेजराम राठौर, माता शांतिदेवी और परिवार ने सहर्ष सहमति देते हुए नई एम्बुलेंस अपना घर को भेंट की। राठौर परिवार द्वारा एम्बुलेंस भेंट होने से रेसक्यू कार्य को तेजी मिलेगी। तेजराम के साथ उनकी धर्मपत्नी शांतिदेवी राठौर ने एम्बुलेंस की चाबी अपना घर आश्रम को भेंट की।