Bhopal : झाबुआ जिले के राणापुर क्षेत्र में लोक परिवहन की पर्याप्त सुविधाएं नहीं (No Public Transport Facilities) होने से स्कूली छात्र-छात्राएं विपरीत परिस्थितियों में यात्रा करते हैं। मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग (MP Human Rights Commission) ने एक दैनिक समाचार पत्र में झाबुआ जिले से प्रकाशित एक छायाचित्र पर संज्ञान लिया है। प्रकाशित छायाचित्र में ग्रामीण इलाकों में परिवहन की विकट समस्या बयान की गई है।
छायाचित्र में दृष्टिगोचर है कि झाबुआ जिले के रानापुर क्षेत्र में लोक परिवहन की सुविधाएं नहीं होने से ग्रामीणों के साथ-साथ स्कूली छात्र-छात्राओं को भी रोज जान जोखिम में डालकर विपरीत परिस्थिति में यात्रा (Traveling Under Adverse Circumstances by Risking One’s Life) करनी पडती है। सवारी वाहन पर ग्रामीण और स्कूली छात्राएं इस तरह से लटककर यात्रा करते हैं, कि कभी भी कोई गंभीर हादसा हो सकता है।
इस मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग (Madhya Pradesh Human Rights Commission) ने परिवहन आयुक्त, ग्वालियर सहित पुलिस अधीक्षक एवं जिला परिवहन अधिकारी, झाबुआ से तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है। आयोग ने इन अधिकारियों को निर्देशित किया है कि प्रकाशित छायाचित्र वाले वाहन पर कार्यवाही कर आयोग को रिपोर्ट भेजें। साथ ही इनसे यह भी पूछा है कि ऐसे वाहनों पर नियंत्रण कैसे और कौन करता है!