तीसरे चरण में असल परीक्षा दे रहे तीन सांसद…

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तीसरे चरण में असल परीक्षा दे रहे तीन सांसद…

मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में तीन वर्तमान सांसद परीक्षा के दौर से गुजर रहे हैं। इनमें राजगढ़ से सांसद रोडमल नागर सड़क पर सबसे ज्यादा संघर्ष करते नजर आ रहे हैं। जिनके लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मोर्चा संभाला और अपील कर डाली कि चुनौती दे रहे बुजुर्ग आशिक का जनाजा धूमधाम से निकालना है। दरअसल यहां पर रोडमल के खिलाफ कांग्रेस प्रत्याशी खुद दिग्विजय सिंह हैं। और दिग्विजय अपने पूर्व संसदीय क्षेत्र राजगढ़ में रोडमल को सड़क पर घेरने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव में इसी जिले के मतदाताओं ने उनके भाई लक्ष्मण सिंह को हार का दरवाजा दिखा दिया है। राघौगढ़ में पुत्र जयवर्धन को भी कड़ा संघर्ष करना पड़ा था। और खुद दिग्विजय सिंह पिछला लोकसभा चुनाव भोपाल में हारे थे। पर जब तक परिणाम नहीं आता, तब तक रोडमल की आंखों से नींद ओझल ही रहेगी। तो भिंड लोकसभा सीट से वर्तमान सांसद संध्या राय को कांग्रेस प्रत्याशी मशहूर फूल सिंह बरैया से दो-दो हाथ करने पड़ रहे हैं। हाल ही में कथित तौर पर इस क्षेत्र की एक बड़ी नेता का ऑडियो वायरल हुआ है। अब भाजपा नेता बनकर हार का स्वाद चख चुकी इन नेता से कथित ऑडियो में भिंड में फूल सिंह बरैया और ग्वालियर में प्रवीण पाठक को समर्थन देने की बात कही जा रही है। अब यह चुनावी नाटक है या राजनीति की हकीकत, यह तो समय ही बताएगा। तीसरी लोकसभा सीट बैतूल है, जहां वर्तमान सांसद दुर्गा दास उइके मैदान में हैं। बैतूल लोकसभा सीट भी बीजेपी की मजबूत सीट मानी जाती है। बीजेपी से यहां से वर्तमान सांसद दुर्गादास उईके को कांग्रेस से रामू टेकाम चुनौती दे रहे हैं। हालांकि रामू को दुर्गा पिछले लोकसभा चुनाव में भी पटखनी दे चुके हैं। ऐसे में दुर्गा की सांसदी को खास चुनौती नहीं है, ऐसा माना जा रहा है।

25 04 2017 digvijaysingh modi

राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र में 2019 में भाजपा के रोडमल नागर को 823,824 यानि कुल मतदान का 65.37 फीसदी मत मिला था। वहीं कांग्रेस की मोना सुस्तानी को 3,92,805 यानि कुल मतदान का 31.17 फीसदी मत मिले थे। नोटा को 10,375 यानि 0.82 फीसदी मत मिले और एसएसएमपी से जगदीश सिंह परमार को 9,396 यानि 0.75 फीसदी मत मिले थे। रोडमल नागर को 4,31,019 मतों से जीत मिली थी। वहीं 2014 के आम चुनाव में भाजपा के रोडमल नागर को 5,96,727 मत मिले थे। तो कांग्रेस के नारायण सिंह आमलाबे को 3,67,990 मत मिले थे। रोडमल 2,28,737 मत से जीते थे। अब खास तौर से कांग्रेस के क्षेत्रीय बड़े नेता और दस साल सीएम रहे दिग्विजय सिंह के सामने आने से रोडमल तीसरी बार सड़क पर संघर्ष करते नजर आ रहे हैं

वहीं भिंड लोकसभा सीट पर भाजपा ने 2019 में पहली बार संध्या राय को मैदान में उतारा था। उन्हें 527,694 मत मिले थे। उनका मुकाबला कांग्रेस के देवाशीष जरारिया से हुआ था। उन्हें 3,27,809 मत मिले थे। बसपा के बाबू राम जमोर को 66,613 मत मिले थे। संध्या राय 1,99,885 मतों से जीती थीं। यह संध्या का दूसरा चुनाव है और उनकी सुबह के आड़े कांग्रेस के फूल सिंह बरैया हैं।

बैतूल लोकसभा क्षेत्र अब भाजपा का गढ़ है। पिछले लोकसभा चुनाव में दुर्गा दास उइके को भाजपा ने पहली बार चुनाव मैदान में उतारा था। दुर्गा दास उइके को 811,248 मत मिले थे। वहीं कांग्रेस के रामू टेकाम को 4,51,007 मत मिले थे।बसपा के अशोक भलावी को 23,573 मत मिले थे। दुर्गा दास उइके ने 3,60,241 मतों से जीत दर्ज की थी। बड़ी बात यह है कि 3 लाख 60 हजार मतों से हारे कांग्रेस के रामू टेकाम ही इस बार फिर दुर्गा दास उइके की परीक्षा ले रहे हैं।

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तो सबसे बड़ी बात यह है कि तीसरे चरण की नौ लोकसभा सीटों पर वर्तमान तीन सांसद कड़ी परीक्षा दे रहे हैं। इन सांसदों को परिणाम के प्रति भी आश्वस्ति होगी, पर अभी 7 मई को मतदान तक कड़ी मेहनत और चुनौती है और 4 जून को परिणाम आने तक सांसें तो अटकी ही रहेंगी। वैसे राज्यसभा सांसद तो ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह भी हैं और विधायक शिवराज हैं, पर असल परीक्षा तो वर्तमान सांसदों की ही है…।