Water Theft Case : फर्जी बिल घोटाले के अलावा पानी बेचकर भी अभय ने करोड़ों कमाए, FIR दर्ज!
Indore : सवा सौ करोड़ के फर्जी बिल घोटाले का मामला अभी ठंडा नहीं पड़ा था कि गिरफ्तार मास्टर माइंड इंजीनियर अभय राठौर ने पुलिस पूछताछ में पानी बेचने के गोरखधंधे का भी राज खोला। गिरफ्तार इंजीनियर ने अपने साथी के साथ मिलकर हजारों लीटर की पानी चोर की। अवैध नल कनेक्शन के आरोपी अभय राठौर ने 115 माह में 1840 लाख लीटर पानी की चोरी की। इस मामले में एक और एफआईआर दर्ज की गई।
अभय राठौर ने अपने गुलाब बाग के मकानों में 2014 में अवैध नल कनेक्शन लगवाए थे। उनसे अब तक 2.48 करोड़ रुपए का पानी चोरी किया जा चुका है। अभय राठौड़ के साथ राकेश सिंह चौहान पर भी लसूड़िया थाने में एफआईआर दर्ज की गई। लसूडिया थाना क्षेत्र के गुलाब बाग के घर पर नगर निगम का 24 घंटे चलने वाला 4 इंच का पानी का कनेक्शन था। इस कॉलोनी में एक दिन छोड़कर नल आते हैं, जबकि अभय राठौर के घर 24 घंटे 4 इंच के पाइप से पानी सप्लाई हो रहा था।
चोरी के इस पानी को अभय राठौर टैंकरों से बेचने का काम कर रहा था। मामला सामने आने के बाद नगर निगम के राजस्व प्रभारी ने पानी चोरी के मामले में भी एफआईआर दर्ज करवाई। नगर निगम ने 2 करोड़ 48 लाख रुपए की पानी चोरी का आरोप लगाया है। इस मामले में लसूडिया पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की।
जांच अभियान में भी नहीं पकड़ाया
महापौर पुष्यमित्र भार्गव के निर्देश पर नगर निगम ने मार्च माह में अवैध नल कनेक्शन की जांच का अभियान चलाया था। उस दौरान नगर निगम नर्मदा प्रोजेक्ट के अफसर और राजस्व विभाग के अफसरों ने मिलकर घर-घर जाकर सर्वे किया था। उस समय भी निगम इंजीनियर अभय राठौर और उसके रिश्तेदार राकेश चौहान के घर चार इंच नल कनेक्शन होने का खुलासा नहीं हुआ।
इससे कहा जा रहा है कि निगम अफसरों ने अपने ही अधिकारियों को जांच के दायरे से बाहर रखा था। इस वजह से उस समय अभय राठौर की मनमानी का खुलासा नहीं हो सका था। इस संबंध में अपर आयुक्त अभिलाष मिश्रा ने कहा है कि वह जोन के जिम्मेदारों को नोटिस देकर इस मामले की जानकारी लेंगे।
अभय राठौर और राकेश सिंह से पूछताछ
नगर निगम ड्रैनेज विभाग में फर्जी बिल मामले में हुए करोड़ों रुपए के घोटाले में आरोपी अभय राठौर और राकेश सिंह चौहान से एमजी रोड पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। घोटाला सामने आने के बाद अभय राठौर पर इंदौर पुलिस ने 25 हज़ार का इनाम घोषित किया था। इसके बाद उसे यूपी के एटा से पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
अभी तक चार मामले दर्ज
फर्जी बिल के इस मामले में एमजी रोड थाने में चार प्रकरण दर्ज किए गए हैं। इन चार प्रकरणों में एक दर्जन के करीब आरोपी बनाए गए हैं। एक महिला को आरोपी बनाया गया था, उसे जमानत मिल चुकी है। जबकि, अन्य आरोपी अभी जेल में हैं। बताया जा रहा है कि इस घोटाले में कई बड़ी मछलियां भी जल्द हाथ आएगी।