Minister’s Caste Certificate : MP के मंत्री गौतम टेटवाल पर फर्जी जाति प्रमाण बनाने का आरोप, मामला हाईकोर्ट पहुंचा!

जानिए, क्या है पूरा मामला और क्या प्रमाण दिए गए!

786

Minister’s Caste Certificate: MP minister Gautam Tetwal accused of making fake caste certificate, matter reaches High Court!

 

Indore : मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री गौतम टेटवाल की जाति को लेकर उनके खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई। उन पर विधानसभा चुनाव में फर्जी प्रमाणपत्र बनाकर चुनाव लड़ने का आरोप लगाया गया। याचिका में कहा गया कि वह ओबीसी जाति से आते हैं, लेकिन उन्होंने एससी सीट से चुनाव लड़ा।

प्रदेश के कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री गौतम टेटवाल फर्जी जाति प्रमाणपत्र बनवाने का आरोप लगा है। हाईकोर्ट में मंत्री के खिलाफ याचिका लगाई गई है। आरोप लगाया गया कि उन्होंने फर्जी जाति प्रमाण पत्र दिखाकर विधानसभा चुनाव लड़ा। वहीं, उनके अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखने के प्रमाण पत्र को चुनौती देते हुए हाई कोर्ट की इंदौर पीठ में याचिका दायर की गई है। इस संबंध में अभी तक गौतम टेटवाल का कोई बयान सामने नहीं आया।

शुक्रवार को याचिकाकर्ता के वकील ने यह मामला दर्ज कराते हुए मंत्री पर आरोप लगाया कि वे ओबीसी जाति से आते हैं। लेकिन, विधानसभा चुनाव में फर्जी जाति प्रमाणपत्र दिखाकर उन्होंने राजगढ़ जिले की सारंगपुर सीट से चुनाव लड़ा। यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है।

दायर याचिका में गौतम टेटवाल पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने एससी होने का फर्जी प्रमाणपत्र लगाया। असल में वे जिनगर समुदाय से आते हैं। इसके लिए हाईकोर्ट में उनके कई रिश्तेदारों का भी जाति प्रमाणपत्र व अन्य दस्तावेज पेश किए गए। जिनमें उनकी जाति जिनगर बताई गई है। इस याचिका के जरिए कोर्ट से यह गुहार लगाई गई है कि वह टेटवाल का रिकॉर्ड चेक करवाए और उनके जाति प्रमाणपत्र की भी जांच होनी चाहिए।

याचिकाकर्ता के वकील धर्मेंद्र चेलावत ने इस बारे में जानकारी दी और बताया कि मंत्री गौतम टेटवाल ने मोची समुदाय का फर्जी प्रमाणपत्र बनवाया है। वह असल में ओबीसी वर्ग से आते हैं। याचिका दायर कर कोर्ट से गुहार लगाई गई है कि उनकी जाति प्रमाणपत्र की जल्द से जल्द जांच करवाए। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव पिछले साल नवंबर में हुआ था। इस चुनाव में गौतम टेटवाल ने सारंगपुर सीट से चुनाव लड़ते हुए कांग्रेस प्रत्याशी कला महेश मालवीय को करीब 23 हजार वोटों से हराया था।