Dengue Survey Through Drone :प्रदेश में पहली बार इंदौर में ड्रोन से डेंगू के लार्वा का सर्वे! 

अब तक 132 मरीज मिले, आठ हाई रिस्क इलाकों में ड्रोन से लार्वा का सर्वे किया गया! 

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Dengue Survey Through Drone :प्रदेश में पहली बार इंदौर में ड्रोन से डेंगू के लार्वा का सर्वे! 

Indore : बारिश शुरू होने के साथ ही शहर में डेंगू का प्रकोप बढ़ने लगा है। इस साल अभी तक डेंगू के 132 मरीज मिले। मंगलवार को डेंगू के 9 नए मरीज चिन्हित किए गए। स्वास्थ्य विभाग डेंगू के लार्वा का सर्वे करने के लिए ड्रोन उड़ा रहा है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि शहर में कहां और किन इलाकों में पानी भरा है, जहां डेंगू का लार्वा मिल सकता है। स्वास्थ्य विभाग ने आठ हाई रिस्क इलाकों में ड्रोन से लार्वा का सर्वे किया।

450 से अधिक लार्वा बिडिंग साइट चिन्हित। प्रदेश में पहली बार इंदौर में ड्रोन से लार्वा का सर्वे किया जा रहा है। अब तक 8 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में सर्वे पूरा हुआ। घरों के आसपास बारिश का पानी जमा होने से मच्छरों की संख्या भी बढ़ गई। इससे मच्छरों की संख्या में इजाफा हुआ है। मच्छरों की संख्या बढ़ने के कारण ही जिले में मलेरिया और डेंगू के मरीज भी बढ़ने लगे।

अभी मलेरिया का कोई गंभीर मरीज सामने नहीं आया। जबकि, डेंगू के 132 मरीज सामने आए। इनमें कई गंभीर मरीज भी शामिल है। तीन दिन से डेंगू के मरीजों की संख्या पर काबू था। लेकिन, फिर सोमवार को 11 और मंगलवार को 9 नए मरीज मिले हैं। सोमवार को मिले मरीजों में एक बच्चा भी शामिल है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार जिले में लगातार डेंगू और मलेरिया के लिए सैंपल टेस्ट किया जा रहे हैं। डेंगू के एक्टिव मरीजों की संख्या 132 तक पहुंच चुकी। मच्छरों की संख्या बढ़ने के कारण डेंगू के मरीजों में बढ़ोतरी हो रही है। हालांकि, डेंगू का मच्छर साफ पानी में पाया जाता है। इस कारण भी अधिक मरीज फिलहाल सामने नहीं आए। बारिश का पानी भरने मच्छरों की संख्या अचानक बढ़ी।

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लोगों को मच्छरों से बचाव के लिए भी एडवाइजरी जारी की गई है। सिंपल टेस्टिंग में पाए गए मरीजों को लगातार उपचार दिया जा रहा है। कोशिश की जा रही है कि डेंगू का आंकड़ा पिछले वर्ष की तरह ज्यादा नहीं बढ़े। इसके लिए लोगों से कहा जा रहा है कि घरों के आसपास और छत पर पानी जमा नहीं होने दें। डेंगू सर्वे के लिए टीम में लगातार एक्टिव हैं। लोगों से यह भी कहा गया है कि मच्छरों को रोकने के लिए पर्याप्त साधन संसाधन का उपयोग करें।

मच्छर नाशक दवा का छिड़काव नहीं 

जानकारी अनुसार बारिश का मौसम शुरू होते ही नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग मच्छर नाशक दवा का छिड़काव शहरभर में करता है। ऐसा विभागों के अधिकारियों का दावा है। हालांकि, मच्छर नाशक दवा कब छिड़की जाती है और कहां किन इलाकों में इनका छिड़काव होता है यह किसी को नहीं मालूम। शहर में जिन कॉलोनी में पानी भरने और कीचड़ होने की समस्या है वहां के रहवासियों से भी जब पूछा जाता है तो वह यह कहते हैं कि हमने कभी मच्छरों की दवा छिड़कते हुए नहीं देखा। दस्तावेजों पर गौर करें तो मच्छर रोधी दवाएं हर महीने विभागों के स्टोर से ली जाती हैं। यह दवा यदि स्टोर से ली जाती है, तो जाती कहां है!