IAS Pari Bishnoi : UPSC क्रेक करने के लिए परी विश्नोई ने साधुओं सा जीवन जिया!

सोशल मीडिया एकाउंट डिलीट किया, फोन भी बंद कर दिया!

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IAS Pari Bishnoi : UPSC क्रेक करने के लिए परी विश्नोई ने साधुओं सा जीवन जिया!

Bikaner : देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक यूपीएससी में हर साल लाखों उम्मीदवार आईएएस, आईपीएस, आईएफएस और आईआरएस अधिकारी बनने के लिए शामिल होते हैं। कई उम्मीदवार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा को पास करने के लिए 2-3 प्रयास करते हैं और आख‍िर में हार मान लेते हैं। लेकिन, एक आईएएस अध‍िकारी ऐसी भी हैं, ज‍िन्‍होंने दो बार असफल होने के बाद भी हार नहीं मानी, बल्‍क‍ि उन्‍होंने इस परीक्षा के ल‍िए एक साधु की ज‍िंदगी अपना ली। परी ब‍िश्‍नोई ने अपने तीसरे प्रयास में यूपीएससी को पास करने के लिए एक साधु की तरह जीवन जिया।

आईएएस परी बिश्नोई बीकानेर राजस्थान की रहने वाली हैं। उनकी मां सुशीला बिश्नोई जीआरपी में पुलिस अधिकारी के पद पर काम कर रही हैं। जबकि, उनके पिता मनीराम बिश्नोई वकील हैं। परी के दादा गोपीराम बिश्नोई चार बार काकड़ा गांव के सरपंच रह चुके हैं।

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उन्होंने अजमेर के सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल से अपनी शिक्षा पूरी की। उसके बाद परी बिश्नोई दिल्ली विश्वविद्यालय के इंद्रप्रस्थ महिला कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री ली। उन्होंने अजमेर में एमडीएस विश्वविद्यालय से पॉल‍िट‍िकल साइंस में अपनी मास्टर डिग्री पूरी की। उन्‍होंने NET-JRF भी न‍िकाल ल‍िया।

उसके बाद उन्होंने IAS अधिकारी बनने के लिए अपना UPSC करियर शुरू किया। एक बार अपने इंटरव्यू में परी की मां ने कहा कि उनकी बेटी ने अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट डिलीट कर दिए हैं और अपना फोन इस्तेमाल करना भी बंद कर दिया। उन्होंने आगे बताया कि जैसे-जैसे परी परीक्षा की तैयारी करती गई, वह एक मठवासी जीवन जीने लगी। उसकी दृढ़ता और कड़ी मेहनत आखिरकार साल 2019 में रंग लाई जब उसने अपने तीसरे प्रयास में UPSC परीक्षा पास की और AIR 30 रेंक प्राप्त की।

परी बिश्‍नोई कहती हैं कि पहले मेरी अंग्रेजी बहुत अच्‍छी नहीं थी। यह मेरी सबसे बड़ी कमजोरी थी। इससे मैं घबराई नहीं। जिस स्‍कूल में पढ़ी वहां सब अंग्रेजी बोलते थे। मुझे आती नहीं थी। हिंदी में बात करने पर फाइन लगता था। इसलिए मैं चुप ही रहती थी।

फ‍िलहाल परी, स‍िक्‍क‍िम के गंगटोक में उप-विभागीय अधिकारी (एसडीएम) के पद पर कार्यरत हैं। इससे पहले वह भारत सरकार के पेट्रोलियम एवं गैस मंत्रालय में सहायक सचिव थीं। हाल ही में वह निजी कारणों से भी चर्चा में रहीं, जब उन्होंने आदमपुर, हिसार से हरियाणा विधानसभा के सबसे युवा सदस्य भव्य बिश्नोई से उदयपुर में शादी की। भव्य भाजपा नेता कुलदीप बिश्नोई के बेटे हैं और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के पोते हैं।