Death from Swine Flu : डीएवीवी के प्रो डॉ विजय बाबू गुप्ता की स्वाइन फ्लू से मौत!

कांफ्रेंस में मैक्सिको से आए एक प्रोफेसर से संक्रमित होने की आशंका!

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Death from Swine Flu : डीएवीवी के प्रो डॉ विजय बाबू गुप्ता की स्वाइन फ्लू से मौत!

Indore : देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) के स्कूल ऑफ डेटा साइंस के एचओडी डॉ विजय बाबू गुप्ता की शनिवार को स्वाइन फ्लू से मौत हो गई। उनका करीब सात दिन से एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। उनके साथ पत्नी और बेटी भी संक्रमित थीं, जिन्हें दो दिन पहले डिस्चार्ज कर दिया गया। इन्हें भी शनिवार को डिस्चार्ज किया जाना था, पर उसी दिन उन्हें अटैक आया और उनकी मौत हो गई।

सीएमएचओ डॉ बीएस सेत्या का कहना है कि निजी अस्पताल को कल्चर सैंपल सरकारी लैब में जांच के लिए भेजना थे। लेकिन, वह नहीं भेजे गए। हम सरकारी लैब से आने वाली रिपोर्ट को ही मान्य करते हैं।

संक्रमण का कारण कॉन्फ्रेंस

23-24 अगस्त को विश्वविद्यालय में हुई दो दिवसीय बिजनेस इंटेलिजेंस, कम्प्यूटेशनल गणित और डेटा एनालिटिक्स पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में मैक्सिको से आए प्रोफेसर से हुई मुलाकात के बाद से ही वे बीमार थे। मैक्सिको से आए प्रोफेसर से ही स्वाइन फ्लू का वायरस फैलने की आशंका जताई जा रही है। क्योंकि, वह करीब तीन दिनों तक उनके साथ ही पूरे समय रहे थे। डॉक्टरों ने बताया कि मरीज को स्वाइन फ्लू के साथ ही स्लीप एपनिया और हाइपरटेंशन सहित अन्य बीमारियां भी थीं। उनका अस्पताल में डॉक्टरों की निगरानी में उपचार चल रहा था।

 

वेंटिलेटर पर तीन दिन रहे

बताया गया कि शनिवार को डॉ गुप्ता को सर्दी, खांसी के साथ तेज बुखार था। इसके चलते उन्हें सुयश अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जांच में वे स्वाइन फ्लू पॉजिटिव पाए गए। तबीयत बिगड़ने के कारण पिछले तीन दिनों से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। वे पत्नी और दो बेटियों के साथ रहते थे।

जिला महामारी विज्ञानी डॉ अंशुल मिश्रा ने बताया कि हमें अस्पताल से अभी तक कोई सूचना नहीं मिली। जनवरी से अब तक इंदौर में कुल 13 पोजेटिव मामले पाए गए हैं और अभी तीन मरीज एक्टिव हैं, जिनका उपचार चल रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक अगर किसी को सर्दी और तेज बुखार जैसी शिकायतें हों तो उन्हें तुरंत इलाज लेना चाहिए। स्वाइन फ्लू को एच1एन1 इन्फ्लुएंजा वायरस के रूप में भी जाना जाता है। स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए नियमित रूप से फ्लू का टीका लगवाना चाहिए।

शनिवार को अस्पताल से डिस्चार्ज होने वाले थे तभी दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई। कॉलेज स्टॉफ ने बताया कि वह बहुत ही मिलनसार व हंसमुख थे और स्टूडेंट की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते थे। इंदौर में स्वाइन फ्लू से इस साल की यह पहली मौत है। सीएमएचओ का कहना है कि स्वाइन फ्लू की आधिकारिक रिपोर्ट आना अभी बाकी है।

डिस्चार्ज वाले दिन ही हार्ट अटैक आया 

प्रो गुप्ता ने डीएवीवी में पुनर्मूल्यांकन केंद्र का प्रभारी रहते हुए स्टूडेंट्स की समस्याओं को लेकर भी कई काम किए। करीब एक सप्ताह पहले उन्हें स्वाइन फ्लू डिटेक्ट होने पर निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह स्वस्थ होकर शनिवार को अस्पताल से डिस्चार्ज होने वाले थे, तभी दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई। प्रोफेसर गुप्ता की मौत से यूनिवर्सिटी कैंपस का माहौल गमगीन है।