बेहतर नगरीय प्रशासन के लिए स्वच्छता और पर्यावरण को महत्व देना आवश्यक…..
मन्दसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
मंदसौर। म. प्र. मानव अधिकार आयोग के 30 वें स्थापना दिवस के अवसर पर मानव अधिकार आयोग मित्र जिला मंदसौर के तत्वाधान में नगर पालिका सभागार में ” नगरीय सुशासन और मानव अधिकार ” विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जिसमें मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद बंशीलाल गुर्जर, विशिष्ठ अतिथि मन्दसौर विधायक विपिन जैन, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती रमादेवी गुर्जर, जिला कलेक्टर श्रीमती अदिति गर्ग और जिला पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद सम्मिलित हुए।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद श्री बंशीलाल गुर्जर ने कहा कि हमारे देश की सनातन परंपरा में आरंभ से ही मानव अधिकारों का संरक्षण किया गया है। स्त्री पुरुषों को समान अधिकार की हम आज बात करते हैं किंतु हमारे हमारी वैदिक परंपरा में तो स्त्रियों को मातृशक्ति के रूप में सदैव सम्माननीय माना गया है।
कार्यशाला के विषय के संदर्भ में श्री गुर्जर ने कहा कि नागरिकों की मूलभूत सुविधाओं के लिए नगरीय प्रशासन पूरी तरह से प्रतिबद्ध रहता है अब तो जन्म से पूर्व से लेकर मृत्यु के बाद तक के दायित्व नगरीय प्रशासन निभाता है।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में स्वच्छता और पर्यावरण की दिशा में बहुत महत्वपूर्ण बदलाव आए हैं। आम जनों में जागरूकता बढ़ी है।निश्चित रूप नगर की बेहतर व्यवस्था के लिए मानव अधिकारों को रेखांकित करते हुए हम सबको अपने दायित्वों का निर्वहन करना चाहिए। आपने कहा कि हमें अधिकारों के साथ कर्तव्य का बोध भी होना चाहिए। श्री गुर्जर ने कहा कि अच्छी बातें कहीं से भी सीखी जा सकती है यदि विदेशों में आमजन और वहां की शासकीय एजेंसियां बेहतर तालमेल के साथ व्यवस्थाओं को बेहतर बनाती हैं तो हमें भी यह सीखना चाहिए।
श्री गुर्जर ने मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग द्वारा मंदसौर जिले के लिए नियुक्त चारों आयोग मित्रों डॉ. घनश्याम बटवाल, ब्रजेश जोशी डॉ. उर्मिला तोमर और डॉ.के एल राठौर को बधाई दी ओर कहा कि इन चारों आयोग मित्रों के माध्यम से जिले में जागरूकता बढ़ेगी ।
मन्दसौर विधायक श्री विपिन जैन ने संबोधित करते हुए कहा कि हम सब की प्रतिबद्धता समाज के प्रति होती है हम एक बेहतर समाज के निर्माण के लिए मानव अधिकारों का भी संरक्षण करें और अपने कर्तव्यों का भी पालन करें। विशेष कर नगरीय सुशासन की दिशा में नगर पालिका और प्रशासन आम जनों से तालमेल के साथ यदि कार्य करें तो इसके बहुत अच्छे परिणाम आ सकते हैं। इस दिशा में जनता को भी जागरूक पहल करना चाहिए।
नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती रमादेवी गुर्जर ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे नगरपालिका परिषद में नगर की व्यवस्थाओं को अच्छे से अच्छा करने के लिए आम जनता के साथ पूरा तालमेल रखा है और हम जन सहयोग की भी पूरी अपेक्षा रखते हैं।
इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती अदिति गर्ग ने कहा कि नगरीय प्रशासन की आमजनों की दिनचर्या में सुबह से लेकर शाम तक के कार्यों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। बिजली पानी सड़क जैसी बुनियादी जरूरतों के साथ ही स्वच्छता और पर्यावरण की दिशा में भी नगरीय प्रशासन के दायित्व हैं।मानव अधिकारों का संरक्षण करते हुए नगर पालिका शहर की अच्छी व्यवस्थाओं के लिए जन सहयोग से अच्छे परिणाम दे सकती है।
जिला पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद ने कहा कि नगर की बेहतर व्यवस्थाओं और सुशासन के लिए नगर पालिका के साथ पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से हम कदम होकर साथ चलता है। इस विषय में यदि नागरिकों के और पार्षदों के कोई सुझाव होंगे तो उस पर जरूर अमल किया जाएगा। हम सब मिलकर एक आदर्श व्यवस्थाओं वाला नगर बनाएं ऐसा हमारा लक्ष्य होना चाहिए। निराश्रित पशुओं के विचरण से प्रभावित होती यातायात व्यवस्था को लेकर उन्होंने नपा और पशुपालकों से सहयोग की अपेक्षा व्यक्त की। डाग बाइट के बारे में उन्होंने नगर पालिका के साथ पूरा सहयोग का आश्वासन दिया।
साथ ही अधिकारों के साथ कर्तव्य पालन के प्रति भी उन्होंने आह्वान किया।
आरंभ में स्वागत भाषण मानव अधिकार आयोग मित्र एवं वरिष्ठ पत्रकार डॉ. घनश्याम बटवाल ने दिया और कार्यशाला की भूमिका प्रस्तुत करते हुए उन्होंने कहा कि आयोग मित्र जिला मंदसौर के द्वारा मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग के निर्देशानुसार आयोजित कार्यशाला का उद्देश्य नगर की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाए रखने के साथ ही मानव अधिकारों का भी सरंक्षण करना भी। निश्चित ही कार्यशाला में रेखांकित बिंदुओं से नगर में सुशासन का मार्ग प्रशस्त होगा।
कार्यशाला में मानव अधिकार आयोग मित्र डॉ. उर्मिला सिंह तोमर ने कहा कि संवेदनशील प्रशासन ही सुशासन दे सकता है जितनी अपेक्षा हमें नगर पालिका या प्रशासन से होती है उतना ही हमें भी अपने कर्तव्यों का भी बोध होना चाहिए। नागरिकों का भी दायित्व है कि वह बेहतर व्यवस्था में सहयोग करें। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि सिंगापुर में नगरीय सुशासन का सबसे अच्छा उदाहरण देखा जाकता है। वहां शासकीय एजेंसियों के साथ ही आम जनों द्वारा भी नगर की बेहतर व्यवस्थाओं के लिए पूरी भूमिका निभाई जाती है।
योग गुरु श्री बंशीलाल टांक ने कार्यक्रम के आरंभ में सरस्वती वंदना प्रस्तुत की।
मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग के 30 वें स्थापना दिवस के अवसर पर प्रकाशित फोल्डर का भी यहां विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया।
अतिथियों का स्वागत आयोग मित्र डॉ. घनश्याम बटवाल, ब्रजेश जोशी श्रीमती उर्मिला तोमर, डॉ.के एल राठौर ने किया।
संचालन आयोग मित्र एवं वरिष्ठ पत्रकार श्री ब्रजेश जोशी ने किया,आभार पूर्व जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ के एल राठौर ने माना।
इस अवसर पर कार्यशाला में नगर पालिका के सीएमओ सुधीर कुमार सिंह तथा पार्षद व सभापति गण श्रीमती भारती पाटीदार, सुनीता भावसार, नेता प्रतिपक्ष नगर पालिका पार्षद दल रफत पयामी, ईश्वर सिंह चौहान, गरिमा भाटी, आशीष गौड़, कमलेश सिसोदिया, दीपक गजवा,निलेश जैन ,श्रीमती सुषमा आर्य ,नटनागर शोध संस्थान सीतामऊ की रिसर्च अधिकारी डॉ रेखा द्विवेदी पुरातत्व विद डॉ. कैलाश चंद्र पांडेय,राजाराम तंवर, अजीजुल्ला खान खालिद, विकास भंडारी,लाल बहादुर श्रीवास्तव, नरेंद्र कुमार त्रिवेदी, पं.अरुण शर्मा, बाल कल्याण समिति के सदस्य उमराव सिंह जैन एडवोकेट डॉ अनुरेखा जैन, डॉ आरती जैन , डॉ सौरभ सिंह तोमर ,पूजा जैन डा एसएस भाटी, जीपी त्रिवेदी,श्रीमती दुर्गेश कुंवर भाटी , पिपलियामंडी के अनिल शर्मा , मुकेश निडर , शम्भूसेन राठौड़ , रमेश चौहान , जितेंद्र शर्मा , डॉ वीरेंद्र आर्य लक्ष्मण जटिया , जितेंद्र देवड़ा , शाहिद पठान , हिमांशु पाण्डे ,हरीश दवे अब्दुल रशीद खान , डीआर लिलोरिया , पंडित अशोक त्रिपाठी , नरेंद्र व्यास एवं गणमान्य जन , स्वयं सेवी संगठन , सामाजिक कार्यकर्ता , महिलाएं ,एक्टिविस्ट
आदि भी बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए।