Anant Chaturdashi of Indore : इंदौर में आज रात निकलेगा गणेश विसर्जन की झिलमिलाती झांकियों का कारवां!

कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए!

235

Anant Chaturdashi of Indore : इंदौर में आज रात निकलेगा गणेश विसर्जन की झिलमिलाती झांकियों का कारवां!

Indore : शहर की गौरवशाली परम्परा के अनुसार इस वर्ष भी अनन्त चतुर्दशी के अवसर पर आज 17 एवं 18 सितम्बर की दरमियानी रात को शहर के विभिन्न मार्गों से झिलमिलाती नयनाभिराम झांकियां निकलेंगी। जिला प्रशासन द्वारा प्रशासनिक और अन्य जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। इस वर्ष भी खजराना गणेश मंदिर, इंदौर विकास प्राधिकरण, होप टेक्सटाईल (भण्डारी) मिल, नगर निगम, कल्याण मिल, स्पूतनिक ट्यूटोरियल एकेडमी और मालवा मिल, स्वदेशी मिल, राजकुमार मिल तथा हुकमचंद मिल, जय हरसिद्धी माँ सेवा समिति सहित अन्य संस्थाओं की झांकियां निकलेंगी। एक संस्थान की दो या तीन झांकियां रहेंगी जो आकर्षक विद्युत सज्जा के साथ स्वचलित होंगी। झांकियों के साथ अखाड़े भी रहेंगे।

कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि चल समारोह के मद्देनजर शहर में कानून व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। साथ ही साफ-सफाई, प्रकाश और पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था भी की गयी है। जुलूस मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था संबंधी निगरानी के लिये वाच टावर बनाये गये हैं। इन वाच टावर्स पर चिकित्सकों को भी तैनात किया गया है। साथ ही प्रमुख स्थानों पर मय चिकित्सक के एम्बूलेंस भी तैनात की गयी हैं। सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से भी लगातार निगरानी की जायेगी। चल समारोह में शराब पीकर आने वालों के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। इसके लिए पुलिस द्वारा ब्रीथ एनेलाइजर के माध्यम से जाँच की जायेगी।

झांकियों का क्रम इस प्रकार रहेगा

1.खजराना गणेश मंदिर, 2. इंदौर विकास प्राधिकरण, 3. नगर निगम, 4. होप टेक्सटाईल (भण्डारी मिल), 5. कल्याण मिल, 6. मालवा मिल, 7. हुकुचंद मिल, 8. स्वदेशी मिल, 9. राजकुमार मिल, 10. स्पूतनिक ट्यूटोरियल एकेडमी, 11. जय हरसिद्धी माँ सेवा समिति, 12. श्री शास्त्री कार्नर नवयुवक मंडल छोटा गणपति मंदिर मल्हारगंज।

निर्धारित झांकी मार्ग

अनन्त चतुर्दशी चल समारोह मंगलवार को शाम 6 बजे से शुरू होगा। उक्त चल समारोह मिल क्षेत्र और डीआरपी लाइन मैदान से प्रारंभ होकर श्रम शिविर, देवी अहिल्या मार्ग, एमजी रोड़, कृष्णपुरा, नंदलालपुरा, जवाहर मार्ग, नरसिंह बाजार, सितला माता बाजार, गौराकुंड, खजूरी बाजार से राजवाड़ा होकर वापस अपने मिलों में पहुंचेगा।

समय पर झांकियां निकालने के निर्देश

निर्देश दिए गए है कि झांकियां निर्धारित समय से प्रारंभ हो। सभी को समय का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों की यह जिम्मेदारी रहेगी कि निर्धारित समय पर झांकियां मिल प्रागंण से बाहर निकलें। वे झांकियों की गाड़ी के टायर-ट्यूब, उनमें लगी विद्युत व्यवस्था तथा उनके लिए जनरेटर आदि को देखेंगे। झांकियों के साथ प्राथमिक चिकित्सा का सामान एवं डाक्टर की व्यवस्था सिविल सर्जन करेंगे। निर्धारित समय पर नहीं निकलने वाली झाँकी को चल समारोह में सम्मिलित नहीं किया जायेगा। यदि किसी झांकी की विद्युत व्यवस्था या किसी अन्य अवरोध के कारण आगे बढ़ने में कठिनाई होती है तो वह अपनी झांकी एवं अखाड़े को एक तरफ रोककर पीछे से आने वाली झांकी को आगे निकलने देगी।

किसी नए स्वागत मंच को अनुमति नहीं

प्रशासन ने किसी नए स्वागत मंचों की अनुमति नहीं दी गई है। केवल उन्ही मंचों को अनुमति दी गई है जो परम्परागत रूप से लगाये जाते रहे हैं। स्वागत मंचों की अनुमति नगर पुलिस अधीक्षक द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में परम्परागत लगाये जाने वाले मंचों को ही परीक्षण उपरांत दी गई है। एक स्वागत मंच पर दो से अधिक स्पीकर लगाने की अनुमति नहीं दी है।

IMG 20240917 WA0021

अखाड़ों की व्यवस्था कुछ इस तरह

अखाड़ों के उस्तादों से कहा गया है कि वे झांकी निकलने के पूर्व यानी शाम 5 बजे तक अपने-अपने निर्धारित स्थल पर पहुँच जाएं। अखाड़ों में शराब आदि नशा करके चलना प्रतिबंधित है। साथ ही तेज धारदार संघातिक हथियार लेकर चलना भी प्रतिबंधित है। मिट्टी के तेल को मुंह में भरकर आग उड़ाना एवं अन्य खतरनाक किस्म के करतब भी प्रतिबंधित है। अखाड़ों के व्यक्तियों द्वारा दण्डाधिकारी का आदेश नहीं मानने पर उसे तुरंत जुलूस से अलग कर बाद में उसका लाइसेंस भी रद्द किया जा सकता है।

अखाड़ों में धारदार एवं संघातिक किस्म के हथियार को लेकर चलना पूर्णत: प्रतिबंधित किया गया है। अखाड़ों के उस्तादों को प्रतीक के रूप में मात्र एक तलवार म्यान में रखकर चलने की अनुमति रहेगी। प्रत्येक अखाड़े के सदस्य स्वागत मंच पर एक मिनिट तथा निर्णायक मंच पर तीन मिनिट तक करतब दिखायेंगे। यदि झांकियों के बीच में गैप हो तो ड्यूटी पर उपस्थित पुलिस अधिकारियों द्वारा अखाड़ों को आगे बढ़ाने संबंधी दिये गये निर्देशों का अखाड़ों द्वारा पालन किया जायेगा। प्रत्येक अखाड़े के सदस्यों की ड्रेस (वेशभूषा) एक जैसी रहेगी तथा अखाड़े की ओर से प्रत्येक सदस्य को बैजेस दिए जायेंगे।